मानव शरीर को स्वस्थ रहने के लिए संतुलित आहार की आवश्यकता होती है। संतुलित आहार में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, मिनरल्स जैसे पोटेशियम, फास्फोरस, कैल्शियम, मैग्निशियम, आयरन, ताम्बा, जस्ता एवं सभी प्रकार के विटामिन्स की आवश्यकता होती है।
शरीर के उचित पोषण के लिए इन सभी पोषक तत्वों का अपना विशेष महत्त्व है। कार्बोहाइड्रेट से शरीर में उर्जा का संचार होता है। प्रोटीन से शरीर की मांसपेशियां विकसित एवं मजबूत होती हैं। मिनरल्स में कैल्शियम से हड्डियाँ मजबूत होती हैं एवं पोटेशियम और मैंग्निशियम से ह्रदय में रक्त का प्रवाह सुचारू रूप से होता है और विटामिन्स हमारे शरीर को कई प्रकार के रोगों से बचाता है।
इन्हीं विटामिन्स के प्रकारों में से विटामिन बी 12 भी एक है। जिसका हमारे शरीर के पोषण में महत्वपूर्ण स्थान है। आज हम इस लेख के माध्यम से विटामिन बी12 की शरीर के लिए उपयोगिता की जानकारी साझा करेंगे।
क्यों आवश्यक है शरीर के लिए विटामिन बी 12?
यह विटामिन शरीर के फैट को उर्जा में बदलने का कार्य करने के साथ-साथ शरीर के तापमान को भी नियंत्रित रखने में सहायक होता है।
यह विटामिन शरीर के मेटाबोलिज्म को बढ़ाकर थकान को दूर करने में सहायक होता है।
विटामिन बी 12 शरीर में रेड ब्लड सेल्स के निर्माण तथा कोशिकाओं की डीएनए की संरचना के निर्माण मरम्मत में भी मुख्य भूमिका निभाता है।
यह विटामिन दिमाग की कोशिकाओं, स्पाइनल कार्ड एवं नसों की संरचना में भी सहायक होता है। इसके अतिरिक्त शरीर के सभी अंगों के लिए प्रोटीन बनाने एवं पहुँचाने का काम करता है।
हमारे शरीर को प्रतिदिन विटामिन बी 12 की 2.4 माइक्रोग्राम मात्रा की आवश्यकता होती है। आमतौर पर विटामिन बी 12 की कमी हार्मोनल रोग या क्रोनिक रोगों से ग्रस्त रोगीयों में पाई जाती है।
क्योंकि ज्यादा समय से दवाओं का सेवन करने के कारण शरीर में विटामिन बी 12 के अवशोषण की क्षमता कम हो जाती है फलतः यकृत में संरक्षित विटामिन बी 12 की मात्रा नष्ट हो जाती है। सामान्यतः इस विटामिन की कमी नहीं होती है। क्योंकि इस विटामिन का भण्डारण हमारे शरीर की यकृत में होता है। जो लम्बे समय तक इस विटामिन की आपूर्ति के लिए काफी होता है।
विटामिन बी 12 की उचित मात्रा शरीर में बने रहने से कैंसर रोग होने की संभावना कम हो जाती है।
विटामिन बी 12 के स्त्रोत :
इस विटामिन का मुख्य स्त्रोत एनिमल प्रोडक्ट्स जैसे – अंडा, पनीर, दूध, दही और चिकन, मछली एवं माँस है। यह शाकाहारी उत्पादों जैसे – फल, सब्जी आदि में नहीं पायी जाती है।
आधा लीटर दूध में विटामिन बी 12 की करीब 2.4 से 2.8 माइक्रोग्राम मात्रा पाई जाती है।
सौ ग्राम पनीर में इस विटामिन की करीब 3.4 माइक्रोग्राम मात्रा पाई जाती है।
सबसे ज्यादा विटामिन बी 12 की मात्रा बकरे के पके हुए जिगर में 55 माइक्रोग्राम पाई जाती है।
चिकन में 0.3 माइक्रोग्राम एवं दो अंडे में 1.5 माइक्रोग्राम विटामिन बी 12 मात्रा पायी जाती है। इसके अतिरिक्त समंदरी भोजन (sea foods) में विटामिन बी 12 की प्रचुर मात्रा पायी जाती है।
विटामिन डी के स्त्रोत: जानिये किन स्त्रोतों से आप विटामिन डी की कमी पूरी कर सकते हैं.
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