भले ही समय के साथ किचन या रसोई घर की परिभाषा में कोई बदलाव न आया हो। मगर उस किचन को किचन बनाने में सहायक उपकरणों या कहें प्रोडक्टों की परिभाषा अवश्य बदल गई है। आज आपकी रसोई अधूरी है अगर उसमें कुछ मूलभूत प्रोडक्ट उपलब्ध नहीं हैं। उन्हीं मूलभूत प्रोडक्टों में से एक है मिक्सर ग्राइंडर। बाजार में समय और मेहनत दोनों का बचाव करने वाले मिक्सर ग्राइंडर की भरमार हैं। ऐसे में कौन सा प्रोडक्ट लिया जाएं इस दुविधा को दूर करने में यह लेख आपकी मदद अवश्य करेगा।
भारत में हजारों वर्षों से यहां मिलने वाले मसाले जैसे काली मिर्च, दालचीनी, हल्दी, सौंठ, मूलैठी आदि का प्रयोग खाना बनाने और बीमारियों का इलाज करने के लिए किया जाता रहा है। मगर जहां पहले इन मसालों को पीसने के लिए लोग ओखली मूसल या सिल बट्टे का इस्तेमाल किया करते थे वहां अब इनकी जगह कम मेहनत और कम समय लेने वाले मिक्सर ग्राइंडर ने ले ली है।
भले ही उस सिल बट्टे में पीसे मसाले का स्वाद अलग होता था मगर आज के मिक्सर ग्राइंडर की निपुणता के साथ कम समय में काम को पूरा करने के गुण को आप अनदेखा नहीं कर पाएंगे। बस एक नॉब या बटन दबाएं और अपनी इच्छानुसार परिणाम को पाएं।
क्यों लें मिक्सर ग्राइंडर?
भारतीय मसालों की खासियत हैं कि आप इन्हें जितना साबूत रूप में खरीद कर स्वयं पीसे या पिसवाएं तो इनकी शुद्धता, स्वाद और सुगंध खत्म नहीं होती। वैसे भी मिलावट की इस दुनिया में पैकेटों में मिलने वाले प्रोडक्ट कितने शुद्ध है, इसका अनुमान लगाना संभव नहीं। इसलिए मिक्सर ग्राइंडर की मांग समय के साथ बढ़ने लगी है। यह न सिर्फ मसाले, बल्कि चटनी, रेसेपियों के बैटर और कई तरह के पेय, स्मूदी आदि तैयार करने में मदद करते हैं।
सेम-सेम मगर अलग-अलग
मिक्सर ग्राइंडर के बाजार में बहुत सारे ब्रांड हैं। इन मिक्सर ग्राइंडर के मोटर की क्षमता, बिजली की खपत, इनके साथ मिलने वाले जारों के प्रकार व संख्या और साथ में मिलने वाली गारंटी के आधार पर, सभी ब्रांड एक दूसरे से अलग होते हैं। चलिए विस्तार में जानते हैं।
१. मोटर की क्षमता:
भारतीय मिक्सर ग्राइंडर के ब्रांड़ों में मोटर की क्षमता 500 वॉट से लेकर 750 वॉट तक है। जितनी अधिक मोटर की क्षमता होगी, उतनी ही तेज गति से़ मिक्सर ग्राइंडर अपना काम पूरा कर पाता है। सूखे और साबुत मसालों को पीसने के लिए ज्यादा वॉट वाले मोटर की आवश्यकता होती है। जबकि तरल पदार्थो जैसे चटनी आदि के लिए ज्यादा क्षमता के मोटर की आवश्यकता नहीं होती है।
२. बिजली की खपत:
इसमें सीधा सा फंडा है कि जितनी मोटर की क्षमता अधिक होगी उतनी ही बिजली की खपत अधिक होगी।
3. जारों की संख्या:
अधिकतर मिक्सर ग्राइंडर्स में तीन जार उपलब्ध होते हैं। मगर बाजार में ऐसे भी ब्रांड है जिनमें जूसर के लिए एक एक्सट्रा जार उपलब्ध कराया गया है।
४. वारंटी:
मिक्सर ग्राइंडर में अधिकतर ब्रांड 1 से 5 साल तक वारंटी देते है। आप मिक्सर ग्राइंडर खरीदते समय इस बिंदु को अनदेखा बिल्कुल भी न करें।
कौन सा ले ब्रांड
बाजार में ब्रांडों की भरमार है। रोज कोई न कोई नया ब्रांड आता रहता है। विशेषतौर पर ऑनलाइन शॉपिंग के जमाने में तो नए ब्रांडों की बाढ़ सी आ गई है। पर अगर आप बेस्ट ब्रांड का चुनाव करना चाहते है तो हम आपको पांच विकल्प दे सकते है:
- प्रेस्टीज़ डिलाइट प्लस 750 वॉट्स मिक्सर ग्राइंडर
- फिलिप्स एचएल 7756 मिक्सर ग्राइंडर
- बजाज रैक्स मिक्सर ग्राइंडर
- लाइफलांग पावर प्रो मिक्सर ग्राइंडर।
- इनाल्सा जैज़ मिक्सर ग्राइंडर।
१. प्रेस्टीज़ डिलाइट प्लस 750 वॉट
प्रेस्टीज एक ऐसा नाम है जिसे कोई परिचय या अपनी प्रमाणिकता साबित करने की कोई आवश्यकता नहीं है। हमारे देश के चंद बेहतरीन एप्लायंसेस में से यह एक ब्रांड है। तो चलिए अब बात करते हैं इसके फिचर्स कीः
- मोटर – 750 वॉट्स यानी यह ग्राइंडिंग, चॉपिंग आदि करने में एकदम परफैक्ट है।
- जार की संख्या : तीन स्टीर जार और एक जूसर।
- फिसर्च : 3 स्पीड कंट्रोल, मल्टीपरपस ब्लेड्स, ओवरलोड प्रोटैक्टर।
- वारंटी : इसमें 2 साल की वारंटी है और इसके मोटर की पांच साल की।
- यूएसपी : यह एक हैवी ड्यूटी मिक्सर ग्राइंडर है जो सभी मानकों पर खरा उतरता है।
[amazon box=”B07SQ2JB7L” title=”Prestige Delight Plus Mixer Grinder” description=”750 Watts, 4 Jars”]
२. फिलिप्स एचएल 7756 मिक्सर ग्राइंडर
फिलिप्स के मिक्सर ग्रांइडर में वे सभी तरह के ग्राइंडिंग की क्षमता मौजूद हैं जिसकी किसी भी भारतीय परिवार को तलाश हो।
- मोटर – 750 वॉट्स
- जार की संख्या – तीन, जिसमें एक चटनी, एक मल्टीपरपस और एक तरल चीजों के लिए है।
- फिसर्च : 3 स्पीड कंट्रोल, मल्टीपरपस ब्लेड्स, ओवरलोड प्रोटैक्टर।
- वारंटी – 2 साल
- विशेषता – यह छोटे साइज़ की रसोई के लिए एकदम परफैक्ट है।
[amazon box=”B01GZSQJPA” title=”Philips HL 7756 Mixer Grinder” description=”750 Watts’]
३. सुजाता सुपर मिक्स सुपर ग्राइंडर 900 वॉट
अन्य मिक्सर ग्राइंडर के मुक़ाबले सुजाता ब्रांड का यह ग्राइंडर महंगा जरूर है। पर इसके पीछे कुछ ठोस कारण हैं। एक तो इसमें लगी है 900 वॉट की शक्तिशाली मोटर। दूसरा, अगर आप एमेज़ोन की साइट पर देखेंगे, तो वो वहाँ आपको सैकड़ों मिक्सर ग्राइंडर दिख जाएँगे। उन सब में इस ब्रांड को ग्राहकों ने सबसे अधिक रेटिंग दी है। यह कोई छोटी बात नहीं है।
[amazon box=”B01MFA2KUW” title=”Sujata Super Mixer Grinder” description=”900 Watts, Top Rated Product on Amazon”]
नोट:
- मुश्किल ग्राइंडिंग जैसे हल्दी या अन्य खड़े मसालों को पीसने के लिए ज्यादा वॉट यानी 750 वॉट या इससे अधिक की मोटर होनी चाहिए।
- शुरूआत में मिक्सर ग्राइंडर का प्रयोग करते समय इसमें से तार जलने की बू आती है। मगर ऐसा केवल शुरूआती समय में होता है। कुछ समय तक इसका लगातार प्रयोग के बाद यह बू आना बंद हो जाती है।
- हमेशा ग्राइंडिंग करते समय बीच बीच में मशीन को ब्रेक दें। इससे ओवर हीटिंग होने का डर दूर होता है।
आशा है इस बार आप निराश नहीं होंगे और एक बेहतरीन मिक्सर ग्रांइडर का चुनाव कर पाएंगे।
प्रातिक्रिया दे