मुंहासे त्वचा की तेल उत्पादन करने वाली ग्रंथियों की एक सामान्य, पुरानी और दाहक बीमारी है। विश्व की 90 प्रतिशत से अधिक आबादी अपने जीवन के किसी न किसी दौर में इस समस्या से पीड़ित होती है। मुंहासोंका आक्रमण अधिकतर चेहरे पर होता है, लेकिन कभी कभी ये माथे, सीने, ऊपरी पीठ और कंधों पर भी हो जाते हैं। सामान्यतया मुंहासों का आक्रमण वयःसंधि के दौरान होता है, लेकिन यह समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है ।
त्वचा के प्रत्येक छिद्र में स्थित तेल ग्रंथि सीबम (तेल) का स्त्राव करती है, जो छिद्र से बाहर त्वचा की सतह को मुलायम और चिकना रखता है।
मुंहासों के पैदा होने की जड़ में निम्न तीन समस्याएं होती हैं:
इन कारणों के अतिरिक्त मुंहासे पैदा होने के कुछ अन्य कारण भी होते हैं जैसे:
अब हम अपनी पाठिकाओं को मुंहासों से निजात पाने के लिए डॉक्टर शालिनी बंसल बोरा, B.A.M.S., M.D.(सिद्धान्त आयुर्वेद) द्वारा बताए गए कुछ आयुर्वेदसम्मत उपचारों का उल्लेख करने जा रहे हैं। डॉक्टर शालिनी के अनुसार आयुर्वेद में मुंहासों के उपचार के कुछ बेहद कारगर उपाय हैं।
तुलसी अपनी रोगाणुरोधी, जीवाणुरोधी, प्रदाहनाशी एवं फंगसरोधी विशेषताओं के कारण मुंहासे बनने की प्रक्रिया की रोकथाम करती है।
इन सभी चीजों को एक साथ पीस कर मिश्रण बना लें।
इस मिश्रण को मुंहासों से प्रभावित हिस्सों पर लगा लें और सूखने पर अपना चेहरा सादे, साफ पानी से धो लें।
यह फेस पैक चेहरे से गंदगी हटाने के साथ-साथ आपके अवरुद्ध छिद्रों को खोल कर नए मुंहासोंको बनने से रोकेगा और पुराने मुंहासों का उपचार करेगा
सूक्ष्मजीवनिवारक, प्रदाहनाशी, वायरस रोधी विशेषताओं से परिपूर्ण एलोवेरा जेल त्वचा के छिद्रों को साफ करने के साथ-साथ उनमें बैक्टेरिया पैदा होने की प्रक्रिया को धीमा करता है।
एलोवेरा जेल को पूरे चेहरे पर लगाएं। 10 मिनट बाद चेहरा सादे पानी से धो लें।
कच्चे पपीते के गूदे में त्वचा को पोषित करने की विशेषता तो होती ही है, साथ ही यह त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाता है और त्वचा को मॉइश्चराइज़ और हाइड्रेट करता है। इसमें मौजूद प्रदाहनाशी एंजाइम मुंहासोंको शांत करने के साथ-साथ त्वचा को एक्सफोलिएट करते हैं।
इसे बारीक पीस लें।
इस मिश्रण को पूरे चेहरे पर लगा ले। करीब आधे घंटे बाद चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें।
अनेक लाभप्रद एंटीऑक्सीडेंट से समृद्ध शहद अपनी सूक्ष्मजीवनिवारक विशेषताओं के चलते त्वचा के छिद्रों में बैक्टेरिया के बनने की प्रक्रिया को रोकते हुए चेहरे के मुंहासे प्रभावी रूप से साफ करता है।
मुंहासों से प्रभावित हिस्से के साथ-साथ आप शहद को अपने पूरे चेहरे पर लगा सकती हैं। इसे लगाकर 15 से 20 मिनट बाद चेहरा धो लें ।
पुदीना के पत्तों में सैलीसाइक्लिक एसिड होता है जो मुंहासों को सुखाता है, त्वचा के छिद्रों को साफ करता है और नए मुंहासोंको पनपने से रोकता है। नींबू का रस त्वचा के सामान्य होने की प्रक्रिया को गति देता है।
उपरोक्त सभी चीजों को मिलाकर एक मिश्रण बना लें।
इस मिश्रण को अपने चेहरे के मुंहासों से प्रभावित हिस्सों और मुंहासे पनपने के संभावित हिस्सों पर लगा लें। करीब 15 मिनट बाद ठंडे पानी से चेहरा धो लें। यह प्रक्रिया रोज़ाना एक बार अपनाएं।
मुल्तानी मिट्टी में मौजूद मैग्निशियम क्लोराइड एवं अनेक खनिज तत्व त्वचा के छिद्रों से अतिरिक्त तेल, गंदगी, पसीना और अशुद्धियां हटाकर उन्हें गहराई से साफ करते हैं, जिससे मुंहासे नहीं पनपते।
इन सभी सामग्री को मिलाकर एक मिश्रण बना लें ।
इस मिश्रण को चेहरे पर लगाएं एवं 15 से 20 मिनट बाद चेहरा धोकर मॉइश्चराइज़र लगा लें।
बेहतरीन परिणामों के लिए आप इस फेस पैक को सप्ताह में दो बार लगा सकती हैं।
अपनी जीवाणुरोधी, वायरसरोधी, प्रदाहनाशी एवं सर्वोपरि अपनी एंटीसेप्टिक विशेषताओं और ऐन्टीऑक्सीडेंट से समृद्ध होने की वजह से चंदन मुंहासोंके उपचार की बेहतरीन औषधि है। यह लाली युक्त और सूजे हुए मुंहासोंको सुखाकर उनका त्वरित गति से उपचार करता है। यदि आपको लाल चंदन का पाउडर मिल सके, तो उसका उपयोग करें। लाल चंदन त्वचा के लिए बेहतरीन होता है।
इन सभी चीजों का मिश्रण बना लें।
इस मिश्रण को चेहरे पर लगाएं। सूखने पर सादे पानी से चेहरा धो लें।
डॉ शालिनी बंसल बोरा ने हमसे कहा कि मुंहासोंकी समस्या से ग्रस्त पाठिकाओं को एक एक कर उपरोक्त सभी फेस पैक 5 से 7 दिनों तक आजमाने चाहिए। इनमें से जो फेस पैक आपको सबसे कारगर लगे, उसका उपयोग लंबे समय तक करें, लेकिन यदि आपको इनमें से एक भी फेस पैक प्रभावी नहीं लगे और आपकी समस्या दिन-प्रतिदिन गंभीर होती जाए, तो उस स्थिति में आपको किसी स्किन स्पेशलिस्ट से अवश्य परामर्श लेना चाहिए।
यदि आप मुंहासों की समस्या से पीड़ित हैं तो ऊपरोक्त उपचारों में से अपनी त्वचा के अनुकूल कोई एक उपचार कम से कम 1 माह तक आजमाएं। लेकिन यदि आपकी समस्या गंभीर और लंबे समय से बनी हुई है और ऊपरोक्त उपायों से आप की स्थिति में कोई सुधार नहीं आ रहा, तब आप किसी अच्छे स्किन स्पेशलिस्ट से मिलकर चिकित्सीय उपचार लें।
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