शरीर में रेड ब्लड सेल्स बनाने के लिए विटामिन ई का सेवन बहुत जरुरी है. और क्या महत्त्वपूर्ण कार्य हैं इस विटामिन के? जानिये इस लेख में.
अपने शरीर का संतुलन बनाकर रखने के लिए विटामिन्स की ज़रूरत होती है. इन्हीं विटामिन्स में से एक है विटामिन ई. शरीर को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना बच्चों को 6 से 7 एमजी और बड़े लोगों को 15 एमजी विटामिन ई की ज़रूरत होती है. इससे कम मात्रा से विटामिन ई की कमी हो सकती है.
विटामिन ई का शरीर में कार्य
विटामिन ई की अपनी खून में रेड ब्लड सेल्स (RBC) बनाने का काम करता है. कई बार डाइट के कारण लोग कम फैट्स वाली चीजें खाने लगते हैं. लंबे समय तक काम फैट्स वाला खाना खाने से विटामिन ई की कमी हो जाती है जिसके कारण अन्य विटामिन्स की भी कमी शरीर में हो सकती है. विटामिन्स की कमी से कई बीमारियां भी होती है.
विटामिन ई यह एक एंटी-ऑक्सिडेंट है. इसका मतलब है कि यह अपने शरीर के टिश्यूज को फ्री रेडिकल नाम के पदार्थ से बचाता है. फ्री रेडिकल अपने शरीर के टिश्यूज़, कोशिका और बाकी अंगों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है. विटामिन ई शरीर में हाई ब्लड प्रेशर बढ़ने से भी रोक सकता है.
विटामिन ई शरीर से मृत कोशिका और काले धब्बे निकालकर त्वचा को मुलायम और गोरा बनाता है साथ ही में इसके सेवन से शरीर में किसी भी प्रकार की एलर्जी नहीं होती और अपना इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है. विटामिन ई के एंटी एजिंग प्रॉपर्टी से आप झुर्रियों से लंबे अरसे तक दूर रह सकते हैं और चमकदार सुंदर त्वचा पा सकतें हैं. इसी के साथ विटामिन ई बालों को लंबा और घना करने में मदद करता है.
विटामिन ई की कमी से होने वाली हानि
नवजात शिशु या प्रीमैच्योर इन्फेंट में विटामिन ए की कमी से खून की कमी होती है जिससे उन्हें एनीमिया हो सकता है. जो कि हम जानते हैं कि विटामिन ई के सेवन से हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत बनती है तो विटामिन ई के कमी से शरीर में किसी भी रोग का संक्रमण जल्दी होता है. बड़े और वयस्क लोगों में विटामिन ई की कमी से न्यूरोलॉजिकल यानी मानसिक रोग भी हो सकते हैं. इसकी कमी से आंखों का रेटिना पतला हो जाता है जिससे आपको धुंधला दिखता है और आप रात के समय ठीक से नहीं देख पाते. विटामिन ई के कमी से नर्वस सिस्टम की प्रक्रिया बाधित होती है जिससे आप अपना संतुलन खो बैठते हैं और बीमार महसूस करने लगते हैं. पुरुषों में नपुंसकता और नामर्दी का एक कारण विटामिन ई की कमी यह भी हो सकता है. विटामिन ई के कमी से विटामिन ए भी धीरे-धीरे शरीर से नष्ट होता है.
विटामिन ई के स्रोत
विटामिन ई सिर्फ़ प्राकृतिक स्रोत से ही फायदेमंद साबित होता है. विटामिन बी और सी पानी में घुल कर यूरिन के जरिए शरीर के बाहर जाता है, लेकिन विटामिन डी, ए और ई फैक्ट्स के जरिए शरीर में रहता है. अपने रोज के खाने में अखरोट, अंडे, आम, ब्रोकली, बादाम और बाकि सुखा मेवा, कॉड लिवर आयल, हरी पत्तेदार सब्जियां और कद्दू जैसी चीजों का समावेश करके आप विटामिन ई की कमी को पूरा कर सकते हैं.
तो अपने खानपान में विटामिन ई से भरपूर तत्वों की कमी न होने दें.
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