विटामिन्स की खोज से पूर्व चिकित्सक आहार में प्रोटीन, कार्बोहाइड, वसा, खनिज लवण आदि को शामिल करने की सलाह देते थे। जिससे विटामिन्स की कमी पूर्णतया पूरी नहीं हो पाती थी।
परिणामस्वरूप वैज्ञानिकों द्वारा लम्बी अवधि तक पर्वतारोहियों, गोताखोरों और कैदियों के भोजन में वसा, कार्बोहाइड्रेट, खनिज पदार्थ और प्रोटीन की उचित मात्रा को शामिल करने के पश्चात् शोध किया गया और पाया गया कि वे सभी किसी न किसी रोग से ग्रस्त थे। इन रोगों को दूर करने में सहायक जिन तत्वों की जानकारी प्राप्त हुई, उसे वैज्ञानिकों ने विटामिन का नाम दिया।
विटामिन एक प्रकार का कार्बनिक यौगिक है। जो शरीर की सेल्स (ऊतकों) में एन्जाइम्स का उत्पादन करते हैं। जिसके कारण हमारे शरीर का उचित विकास होता है और रोगों से बचाव भी संभव हो पाटा है विभिन्न प्रकार के विटामिन में कार्बनिक अवयव की मात्रा का संयोजन भिन्न-भिन्न अनुपात में होता है। जिसके आधार पर उसके गुणों में भिन्नता आ जाती है। इसी भिन्नता के आधार पर विटामिन के प्रकार का वर्गीकरण किया गया है।
विटामिन ए – यह विटामिन गाजर, मछली के तेल, अंडे, दूध इत्यादि में पायी जाती है। इसके कमी से रात में अंधापन होने की बिमारी रतौंधी हो जाती है।
विटामिन डी – ये मक्खन, अंडा, मछली के तेल एवं गेहूँ इसके अतिरिक्त विटामिन डी का सर्वोत्तम स्त्रोत उगते सूर्य की किरण होती है। इसकी कमी से सुखा रोग एवं व्यस्को में ज्यादातर पाई जाने वाली हड्डियों के कमजोर होने की बिमारी ऑस्टियोमैलेशिया हो जाती है।
विटामिन बी – यह अंडा, माँस, पनीर, बीन्स, यीस्ट, हरी पत्तेदार सब्जी, टमाटर,अनाज आदि में पायी जाती है। इसकी कमी शरीर में बेरी-बेरी रोग एवं खून की कमी हो जाती है।
विटामिन सी – यह संतरे, नींबू, टमाटर एवं क्षारीय फल में पायी जाती है। आँवला में विटामिन सी की उच्च मात्रा पाई जाती है इसकी कमी से स्कर्वी रोग हो जाती है।
विटामिन के – यह पनीर अंडा, हरी पत्तीदार सब्जियाँ, टमाटर आदि में पाई जाती है। इसकी कमी से खून के न जमने की बिमारी हो जाती है।
विटामिन ई: इस विटामिन का स्त्रोत हरी पत्तेदार सब्जियाँ, अंडे की जर्दी, गेहूँ आदि है। इसकी कमी से शरीर की प्रजनन क्षमता कम हो जाती है।
शरीर में विटामिन्स की अधिकता भी नुकसानदेय़ होती है। अतः किसी भी विटामिन की गोली का प्रयोग करने से पहले डाक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
विटामिन तत्व की खोज1912 ई में फ़्रेडरिक्क होपकिंस ने की थी। सन १९२९ में उन्हें इस खोज के लिए चिकित्सा विज्ञान के नोबल पुरस्कार से नवाजा गया था। किन्तु शरीर को निरोगी रखने वाले इस तत्व को विटामिन नाम से विभूषित पोलैंड के वैज्ञानिक कासिमिर फंक ने किया था।
विटामिन एक ग्रीक शब्द है जिसमें वीटा का अर्थ है जीवन एवं मीन का अर्थ है तत्व। इस प्रकार विटामिन का अर्थ हुआ जीवन तत्व अर्थात हमारे जीवन के लिए आवश्यक तत्व।
विटामिन्स कई प्रकार के होते हैं। उनमें से कुछ विटामिन को छोड़ कर अन्य सभी प्रकार के विटामिन्स की पूर्ति के लिए हमें प्राकृतिक फल, सब्जियों एवं पशु उत्पादों पर आधारित होना पड़ता है। क्योंकि सभी प्रकार के विटामिन्स का उत्पादन हमारे शरीर में स्वतः नहीं होता है।
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Wrong
Leti or greek main confused hun main