अगर आपने गौर किया होगा तो कुछ वर्ष पहले भारत सरकार ने कई सारी दवाइयां, जो पहले काफी प्रचलित थी उन पर प्रबंध लगाया है। प्रबंधित दवाइयों की इस सूची में सर्दी-जुकाम की गोलियों के कई नाम है, जैसे कि ‘डी कोल्ड टोटल’, ‘क्रोसिन कोल्ड एंड फ्लू’ इत्यादि कई नामी-गिरामी कंपनियों की दवाइयां। अमेरिका और अधिकतर विकसित देशों में तो यह दवाइयां पहले से ही प्रबंधित थी क्योंकि इनके सेवन से फायदा काम और साइड-इफेक्ट्स और नुक्सान ज्यादा थे।
सर्दी-जुकाम के उपचार के लिए इसलिए श्रेष्ठ है कि हम प्रकृति या आयुर्वेद की और रुख करें। यूं ही नहीं हमारे दादा-दादी सर्दी होते ही हमें काढ़ा बना कर पिलाते थे। यह काढ़ा स्वाद में कड़वा जरूर होता है, पर आपके शरीर को सर्दी-जुकाम से भी निजात दिलाता है, और इसके कोई साइड इफ़ेक्ट भी नहीं है। तो फिर चलिए, आज मैं आपको सिखाता हूँ सर्दी-जुकाम के लिए काढ़ा बनाने की विधि।

हमारे रसोईघर में मौजूद ऐसी चीज़ें हैं जिनसे काढा बनाया जाता है। काढा एक पेय होता है जिसमें औषधियों और मसालों का मिश्रण होता है। मसालों और औषधियों को पानी में मिलकर उबाला जाता है।काढ़ा बनाने के लिए औषधियों का चयन बीमारी के अनुसार किया जाता है। एक बार उबालने के बाद काढ़ा का सेवन दिन में कई बार किया जा सकता है। इस्तेमाल करने से पहले काढ़ा को गर्म कर लें तभी उसका सेवन करें।
काढ़ा बनाने के लिए सामग्री इस प्रकार है:
४ लौंग, अदरक,मुलेठी, ५-६ तुलसी की पत्तियां, १ चम्मच शहद, २ काली मिर्च, दालचीनी और दो कप पानी।
काढ़ा बनाने की विधि
सबसे पहले लौंग, दालचीनी, काली मिर्च, अदरक और तुलसी की पत्तियों को मिलकर पीस लें। एक बर्तन में २ कप पानी डालें और गर्म करें। अब उस पानी में पिसा हुआ मिश्रण मिलाएं और तब तक उबालें जब तक पानी आधा न हो जाए। अब इसे छान ले और गर्म-गर्म ही इसका सेवन करें। सेवन करने के पहले इसमें आधा चम्मच शहद मिलाएं।

शहद का उपयोग सर्दी खांसी में काफी कारगर होता है। रिसर्च में भी यह पाया गया है की शहद गले में हो रही खराश में काफी आराम देता है। खासकर शहद का उपयोग बच्चों के लिए भी किया जाता है।
तुलसी– तुलसी में एंटी बैक्टीरियल, एंटी वायरल और एंटी कार्सिनोजेनिक गुण होते हैं। यह सर्दी – खांसी और सिरदर्द से भी निजात दिलाता है। तुलसी इम्युनिटी को भी बेहतर और मज़बूत बनाता है।
मुलेठी– मुलेठी में एंटी बैक्टीरियल, एंटीवायरल गुण होते हैं जो जीवाणुरोधी होते हैं और सर्दी- ज़ुकाम से निजात दिलाते हैं।
काली मिर्च– काली मिर्च में एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं और यह सर्दी ज़ुकाम से निजात दिलाने में सक्षम है।
अदरक और दालचीनी भी गले की खराश से छुटकारा दिलाने में कारगर हैं।
काढ़ा पीने के फायदे
काढ़ा बनाना बहुत ही आसन होता है। काढ़ा एनर्जी ड्रिंक की तरह काम करता है। काढा बनाने के लिए लगने वाली सामग्री बाज़ार में आसानी से उपलब्ध है। काढ़ा सिर्फ सर्दी-ज़ुकाम से ही नही छुटकारा दिलाता बल्कि हमारे पाचन तंत्र को भी मज़बूत बनाता है।
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