हमारे आसपास हरा-भरा वातावरण मन को बहुत शांति और सुख का अहसास कराता है। वैसे भी चारों तरफ़ हरियाली यानी पेड़ – पौधों की मौजूदगी, तन व मन दोनों के लिए बहुत फ़ायदेमंद होती है। साथ ही हर उम्र के लोगों के लिए, चाहे बच्चे हों या बूढ़े, सभी के स्वास्थ्य को बरक़रार रखने में हरा -भरा वातावरण महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सांस लेने के लिए शुद्ध – स्वच्छ हवा और खाने के लिए पौष्टिक भोजन ये पेड़ – पौधे ही हमें देते हैं। इस सबसे बढ़कर हरियाली के बीच रहने वाली महिलाओं पर एक शोध किया गया है जिसमें उनके लिए इसका एक और बड़ा फ़ायदा सामने आया है। इस शोध के अनुसार हरे-भरे वातावरण में रहने वाली महिलाओं को रजोनिवृत्ति यानी मीनोपॉज से होने वाली परेशानियां अन्य महिलाओं से काफ़ी कम होती हैं और समय से पहले रजोनिवृत्ति का सामना करने से भी बच सकती हैं।
डॉक्टर राकेश अरोड़ा के अनुसार रजोनिवृत्ति (menopause) होने पर महिलाओं को शारीरिक और मानसिक रूप से काफ़ी बदलावों का सामना करना पड़ता है। इस दौरान महिलाओं में हार्मोनल परिवर्तन की वज़ह से उन्हें मासिक धर्म की प्रक्रिया बंद हो जाती जिससे अंडाशय में अंडे नहीं बनते। इसका सीधा अर्थ है कि इसके बाद महिलाओं में संतान को जन्म देने की सामर्थ्य खत्म हो जाती है।
हाल में हुए महिलाओं की रजोनिवृत्ति पर आधारित शोध में नौ देशों स्वीडन, स्पेन, फ्रांस, जर्मनी, बेल्जियम, यूनाइटेड किंगडम, आइसलैंड, नार्वे, एस्टोनिया की 1,955 महिलाओं ने भाग लिया। यूरोपियन कम्युनिटी रेस्पिरेटरी हैल्थ सर्वे में भाग लेने वाली इन देशों की महिलाओं से प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण किया गया। इस शोध को एन्वायरनमेंटल इंटरनेशनल नाम के जर्नल में प्रकाशित किया गया। इस अध्ययन में प्रतिभागी महिलाओं ने 20 वर्षों के दौरान अपने स्वास्थ्य और जीवन शैली पर आधारित प्रश्नावली के उत्तर दिए और इनके रक्त के नमूने भी लिए गए। इनके समीप उपलब्ध हरियाली और हरियाली की सीमा को भी ध्यान में रखा गया।
स्पेन स्थित बार्सिलोना इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हैल्थ में किए गए अध्ययन के प्रमुख काई ट्रायबनेर के मुताबिक तनाव के कारण रक्त में कार्टिसोल का स्तर बढ़ता है, लेकिन हरियाली के मध्य रहने से इसका खतरा काफ़ी कम हो जाता है। इसके अलावा एस्ट्रेडियोल महिलाओं में मौजूद एक सैक्स हार्मोन होता है। आगे उन्होंने बताया कि कार्टिसोल के स्तर जब कम होता है, एस्ट्रेडियोल हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। पेड़ पौधों से भरपूर स्थान पर रहने वाली महिलाओं में कार्टिसोल का स्तर कम हो जाता जिससे एस्ट्रेडियोल का स्तर अधिक हो जाता है। यही वजह है जो महिलाओं को सही समय से पहले रजोनिवृत्ति से बचा सकती है।
इसके अलावा शोध में कहा गया है कि हरियाली मानसिक अवसाद को कम करती है जिससे रजोनिवृत्ति जल्दी नहीं होती। साथ ही अध्ययन के मुताबिक मोटापा, शारीरिक गतिविधियां, धूम्रपान, कुछ आनुवंशिक कारण, गर्भनिरोधक का प्रयोग आदि बातें भी महिला की रजोनिवृत्ति की उम्र तय करती हैं। शोध के अनुसार जितनी ज़्यादा हरियाली होगी महिला एक निश्चित समय तक इस समस्या उतनी ही बची रहेगी।
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