स्वास्थ्य

क्या फ्रूट जूस उतने हेल्दी हैं जितना आमतौर पर माना जाता है?

आजकल लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर अधिक जागरूक हो गए हैं। जिम, हेल्दी खाना और कसरत  या योग को अधिकतर लोगो ने अपनी ज़िन्दगी का हिस्सा बना लिया है। लोग सिर्फ पोष्टिक खाने का ही सेवन करना चाहते हैं जैसे की फल और हरी सब्जियां।

फलों का रस यानि फ्रूट जूस का सेवन भी सेहत के लिए लाभदायक माना जाता हैं। पर क्या फलों का रस सच में सेहत के लिए उतना लाभदायक होता हैं?

 

फल का रस पीने के फायदे

• फलों का रस वजन कम करने में भी सहायक है। रोज़ फलों का रस पीने से शरीर में जमी चर्बी कम होती है और मोटापा भी दूर होता है।

• फलों के रस में मिनरल्स और न्यूट्रीएंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं इससे त्वचा में रंगत आती हैं, क्योंकि फलो के रस को हमारा शरीर जल्दी सोख लेता हैं जिससे त्वचा ग्लो करती हैं।

• फलो का रस पानी की कमी को भी पूरा करता हैं जिससे बीमारियां नही होती

• आम के रस में एंटीऑक्‍सीडेंट है और विटामिन A से भरपूर हैं, सन्तरे के रस में भी विटामिन और मिनरल होते हैं,अंगूर के रस से दिल का रोग, शरीर में पानी की कमी को पूरा करता हैं।

• निम्बू के रस से शरीर की गंदगी बाहर निकलती हैं।

 

मगर इसके साथ ही यह जानना भी बहुत आवश्यक हैं कि फलो का जूस कितनी मात्रा में लेना चाहिए और किस तरह से इसका प्रयोग करना चाहिए अन्यथा इनके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं।

 

• जूस पीने से पहले एक बार पता कर लें, कि उसमें कितनी कैलोरी है। जूस में मिनरल और पोष्टिक तत्वो के साथ साथ भरपूर कैलोरी होती हैं, हालाँकि जूस लेमन और औरेंज जूस में सबसे कम कैलोरी होती है। इसलिए अगर आप वज़म कम कर रहे हैं तो इन्हें ही पियें।

• सब्जियों के जूस में न केवल शुगर कम होती हैं बल्कि विटामिन और मिनरल भी भरपूर होते हैं इसीलिए हो सके तो सब्जियों के जूस को पियें। फलों के रस को आमतौर पर चीनी डाल कर पीया जाता हैं जिससे केलोरी ओर बढ़ जाती हैं और सेहत को इससे नुकसान हो सकता हैं।

 

• डिब्बे वाले पैक्ड जूस पीने से बचें, उनमे शुगर होती है इससे अच्छा हैं कि घर पर ही ताज़ा फलों का जूस निकालें।

फलो के जूस से अच्छा हैं ताज़ा फलों को खाना, इससे फाइबर की आवश्यकता भी पूरी होती हैं। फलो का रस पीने से शरीर में फाइबर कि आवश्यकता पूरी नही होती।

• शुगर या मधुमेह के रोगियों को फलो के रस से सेवन से बचना चाहिए।

एक समय पर फल और सब्जियों का रस 200 ग्राम से ज्यादा नही लेना चाहिए। फलों के रस का बार बार या अधिक मात्रा में सेवन करने से गैस और पेट के अल्सर जैसी बीमारियां हो सकती हैं।

• कुछ लोग खाना खाने कि जगह केवल जूस पीने को ही बेहतर समझते हैं या उन्हें लगता हैं कि जूस से उन्हें उन सभी पोषक तत्वो कि प्राप्ति होगी जो उन्हें खाने से मिलते हैं, पर यह सही नही हैं इससे पेट की बीमारियां जैसे की पेट में दर्द या अपच हो सकती हैं।

 

Anu Sharma

Recent Posts

चेहरे पर होने वाले छोटे-छोटे पिंपल्स को ठीक करने के घरेलू उपाय

खूबसूरत और चमकता चेहरा पाने की ख्वाहिश तो हर किसी की होती है लेकिन चेहरे…

2 वर्ष ago

मेथी से बनी हुई नाइट एंटी-एजिंग क्रीम – क्रीम एक, फायदे अनेक

मेथी एक ऐसी चीज़ है जो दिखने में छोटी होती है पर इसके हज़ारों फायदे…

2 वर्ष ago

कुणाल कपूर के अंदाज में बनी लजीज रेसिपी नवरत्न पुलाव रेसिपी

यूं तो नवरत्न अकबर के दरबार में मौजूद उन लोगों का समूह था, जो अकबर…

2 वर्ष ago

सर्दियों के लिए ख़ास चुने हुए डार्क कलर सूट के लेटेस्ट डिज़ाइन

वैसे तो गहरे और चटकदार रंग के कपडे किसी भी मौसम में बढ़िया ही लगते…

2 वर्ष ago

सर्दियों में डैंड्रफ की समस्या से बचने के असरदार टिप्स

डैंड्रफ एक ऐसी समस्या है जो आपके बालों को तो कमज़ोर बनाती ही है, साथ…

2 वर्ष ago

इंस्टेंट ग्लो के लिए टॉप 3 होममेड चावल फेस पैक

हमारी त्वचा बहुत ही नाजुक होती है। यदि इसकी सही तरह से देखभाल नहीं की…

2 वर्ष ago