आजकल स्वास्थ्य के नाम पर एक चीज काफी प्रचलन में है और वह है ‘ग्रीन टी’. ग्रीन टी (हरी चाय) ‘कैमेलिया साइनेन्सिस’ नामक एक पौधे की पत्तियों से बनाई जाती है. इस ग्रीन टी को मोटापा कम करने के साथ ही त्वचा की खूबसूरती बनाये रखने और मेटाबोलिज़्म दुरुस्त रखने के साथ ही पेट कम करने जैसे कई कामों में काफी कारगर माना जाता है.
ग्रीन टी की अचानक बढ़ी मांग के कारण, बाजार में भी ग्रीन-टी के कई फ्लेवर आ गए हैं, जो ग्रीन-टी पीने के नित नए फायदे गिना रहे हैं, लेकिन ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या वाकई ग्रीन-टी इतनी फायदेमंद है, जितना माना जा रहा है या इसके फायदों का प्रचार-प्रसार असल में उपभोक्तावाद की देन है?
अक्सर लोग ग्रीन टी खाली पेट पीना सही मानते हैं, लेकिन यह सही नहीं है असल में ग्रीन टी में मौजूद कैफ़ीन खाली पेट में एसिडिटी बना सकता है, साथ ही ग्रीन टी का ज्यादा सेवन- कम नींद आना ,खून की कमी होना , अपच होना जैसे रोगों को भी आमन्त्रित कर सकता है. इसलिए ग्रीन ही दोपहर में पियें और कुछ खाने के बाद पीना ही बेहतर है.
कई लोग मानते हैं कि ग्रीन टी जितनी पुरानी होगी उतनी अच्छी होगी, लेकिन ऐसा भी नहीं है. छह महीने से ज्यादा पुरानी ग्रीन टी में एंटी ऑक्सीडेंट्स कम हो जातें हैं जिससे यह ज्यादा फायदेमंद नहीं रह जाती.
इसमें कैफ़ीन होता है, गर्भवती महिलाओं को भी दो बार से ज्यादा इसे नहीं पीना चाहिए. ग्रीन टी पीते समय यह भी जरूर ध्यान रखना चाहिए कि यदि आप एनिमिक हैं तो इसका सेवन न करें क्योंकि ग्रीन टी शरीर में से आयरन को सोख लेती है, जो आपकी हड्डियां भी कमज़ोर कर सकती है.
मोटापा घटाने के लिए ग्रीन-टी पी रहे हैं, तो भी रोज़ाना तीन कप ग्रीन टी पीना ही काफी है. यह भी एक ध्यान रखने लायक बात है कि हर ब्रांड की ग्रीन-टी की पत्तियों की गुणवत्ता अलग-अलग होती है, इसलिए अपनी जरुरत के अनुसार ही ग्रीन-टी चुनें. मोतियाबिंद से पीड़ित लोगों को ग्रीन टी के प्रयोग से ख़ास तौर पर बचना चाहिए क्योंकि इसके सेवन से उनकी आँखों पर दबाव पड़ता है. ऐसे में आँखों की यह समस्या और भी गंभीर हो सकती है.
एक तथ्य यह भी है कि ग्रीन टी के अधिक सेवन से भूख लगने में कमी हो सकती है, जिसके कारण आपका शरीर कमज़ोर हो सकता है. इसलिए ग्रीन टी के केवल फायदे ही नहीं बल्कि इसके अधिक सेवन से होने वाले नुकसानों के बारे में सजग जरूर रहना चाहिए
असल में इस बात में कोई शक नहीं, कि ग्रीन-टी बहुत फायदेमंद होती है लेकिन अति हर चीज़ की बुरी होती है और ग्रीन टी भी इसका अपवाद नहीं. ऐसे में ग्रीन-टी उचित मात्रा में पीना ही बेहतर है.
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