सामान्यतया ईगो या अहं को स्वयं को लेकर एहसास किए गए अभिमान के तौर पर परिभाषित किया जा सकता है। अभिमान, घमंड, अहंकार जैसे शब्द ईगो से वास्ता रखते हैं। जानें क्या आपका वैवाहिक जीवन ईगो प्रॉब्लम से ग्रस्त है? अब जानें कि ईगो आप में है या आपके पति में या आप दोनों में। […]
नौकरीपेशा विवाहित युवतियों के लिए क्या अधिक व्यावहारिक, एकल परिवार अथवा संयुक्त परिवार?
एकल परिवार में रहने वाले एक दंपति की जद्दोजहद की एक बानगी: कल ही हमारी कॉलोनी के क्लब में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम था । प्रोग्राम शुरू हो चुका था लेकिन मेरी फास्ट फ्रेंड आशिमा का कहीं अता-पता नहीं था। कुछ देर बाद वह बेहद हैरान परेशान मन: स्थिति में, अस्त-व्यस्त वेशभूषा में, अपने 2 वर्षीय […]
स्मार्टफोन / सोशल मीडिया के बावजूद लोग अपनी जिंदगी में इतना अकेलापन क्यों महसूस करते हैं?
आज किटी पार्टी में पूरे वर्ष भर बाद मैंने ग़ज़ल को देखा था। जहां तक मुझे याद था, सादगी भरे लिबास में सुरुचिपूर्ण मेकअप एवं साजसज्जा में स्वाभाव से इंट्रोवर्ट शर्मीली, छुईमुई सी, अपने चेहरे पर एक प्यारी सी मीठी सी मुस्कान लिए गजल की शख्सियत उसके नाम के अनुरूप एक बेहद खूबसूरत गजल की […]
‘तुम्हारा स्पर्श’ – अ लव शायरी
अंतः को जो मेरे छू ले, है स्पर्श तुम्हारा जीवन को जो नवतर कर दे, है स्पर्श तुम्हारा। प्राणों में जो जान फूंक दे, वो बाँसुरी बन जाओ प्रिये। मेरे गीतों को सुर देकर हाँ हर होंठो की शान बनो तुम। जादू सा चल जाए जो, वो है स्पर्श तुम्हारा,छूमंतर कर जाए जो, वो है […]
तूफ़ान
“फिर से तुम मेरे लिए ब्रांडेड शर्ट्स ले आई, और वह भी पाँच,पाँच । बहुत फिजूलखर्ची करती हो मीता तुम भी। कितनी बार कहा है अब रिटायर हो गया हूँ, लेकिन तुम पर कोई असर ही नहीं होता।” “अरे बाबा, वहाँ सेल भी थी, तीन पर दो फ्री। इस लिए ले आई।” “तुम भी न, […]
ठिठुरती सर्दी की पार्टियों के लिए साड़ी हैक्स: ताकि स्टाइलिश साड़ी में आपकी कुल्फी न जम जाये।
अब शादियों के मुहूर्त तो ज़्यादातर इन चार महीनों में होते हैं – नवंबर, दिसंबर, जनवरी और फरवरी। और इन चार महीनों में पड़ती है सर्दी। अगर आप दिल्ली, चंडीगढ़, जयपुर या फिर किसी भी उत्तर भारत के शहर में शादी की पार्टी में शामिल होने जा रही हैं, तो आपका हाल । क्योंकि शादी […]