एक ही शख्सियत रखते हुए ,कभी बाप-बेटे,दोस्त तो भाई-पति भी होते हैं फिर हर नारी के मन में यही ख्याल आता है, क्या सभी मर्द एक जैसे होते हैं!! जी हाँ, बचपन से लेकर वृद्धधा अवस्था तक आते हुए, कभी न कभी हर नारी के साथ कुछ ऐसा हो जाता है, जिससे उनका मन आहत […]
होली पर कविता – प्रेम पिचकारी
मुरली-मनोहर, बंसीधर बनवारी, राधा प्यारी खड़ी तेरे द्वारे,लिए प्रेम पिचकारी। नैनन लिए अनुराग गुलाबी, माथे रचा सुहाग दोआबी, स्वीकार करो गिरधारी। नैनन लिए अनुराग गुलाबी, माथे रचा सुहाग दोआबी, स्वीकार करो गिरधारी। कंगन डारे चमक सुनहरी,खड़ी मुस्काए वृषभानु दुलारीरंग डारो श्याम-मनोहारी। रंग गुलाल से रंगा है अंबररंग गयी है धरा ये सारीहोली खेलें राधा-मुरारी।
होली का हर रंग कुछ कहता है
कहते हैं जीवन में केवल दो रंग यानि सफ़ेद जो खुशी और प्रसन्नता का प्रतीक है और काला जो दुख और परेशानी का प्रतीक हैं, ही महत्व रखते हैं। लेकिन जिंदगी को खुशगवार बनाने के लिए इनके अलावा ही बहुत सारे रंगों की ज़रूरत होती है जो प्रकृति में चारों ओर किसी न किसी रूप […]
बुरा न मानो होली है
“आप, अगले महीने की दस तारीख को आ रहे हैं न “ कानों में मधुर घंटियाँ तो बजीं साथ ही दिमाग ने खतरे की घंटी भी बजा दी। “ हाँ-हाँ क्यूँ नहीं आऊँगा” आवाज़ में शाहजहाँ वाला प्यार घोलते हुए लगभग एक माह से गई श्रीमति जी को कहा। “ यही तो दिन है जब […]
जिसकी लाठी उसकी भैंस
उत्कट क्रोध से उफनती सांची अपनी गाड़ी में बैठी और उसे एक स्पा की ओर घुमाते हुए बड़बड़ाई, भाड़ में जाओ तुम और तुम्हारा यह घर। मैं तो चली वुमेंस डे मनाने।” वहां मद्धम रौशनी में पार्श्व में गूँजते मंद, मधुर संगीत और बदन को सहलाते ट्रेंड हाथों ने उसके अदम्य क्रोध से तने स्नायुओं […]
एक पुरुष क्या/कैसे संकेत देता हैं जब वो किसी महिला की तरफ आकर्षित होता है?
किसी व्यक्ति की बॉडी लैंगुऐज उसे समझने में बहुत मददगार साबित हो सकती है। आप कब गुस्सा है, डरे हुए है, कब खुश है? यह सभी संकेत साफ तौर पर बॉडी लैंगुऐज के माध्यम से दी जा सकती हैं। यहां तक कि अगर आप किसी महिला के प्रति आकर्षित है तो उसके भी संकेत इसके […]