गो दान का भारत में प्राचीन समय से ही अत्यधिक महत्व रहा है। गो दान को शास्त्रों में महादान का दर्जा दिया गया है। प्राचीन काल से ही राजाओं व अन्य व्यक्तियों के द्वारा ब्राह्मणों आदि को गो दान किया जाता रहा है। पुराणों के अनुसार ऐसी मान्यता है कि पुण्य की प्राप्ति के लिए जीवन […]
अनूप जलोटा के 10 मधुर भजन: सुनिए, भक्ति रस में खो जाइये
हिन्दु धर्म की मान्यतानुसार, भजन आत्मा का परमात्मा से मिलन करवाने का एक जरिया है| भगवान की प्रार्थना एवं पूजा करने का एक माध्यम है, भजन| संगीत शरीर के साथ साथ मन को भी शांति प्रदान करता है| भजन का नाम आते ही हमारे मन में पहले गायक “अनूप जलोटा ” का नाम आता है| जिनके […]
मेरे ५ मनपसंद राम भजन
ऐसा माना जाता है कि यदि दिन की शुरूआत अच्छी हो, तो पूरा दिन उत्साह व उमंग से भर जाता है। ऐसे में क्यों न दिन की शुरूआत प्रभु श्रीराम के भजन से की जाएं। राम भजन से दिन प्रारंभ करने से मन के साथ आस-पास का वातावरण भी पवित्र होता है। राम भजन तो […]
४००० वर्ष पूर्व लुप्त हुई सरस्वती नदी फिर से बहेगी, शुरुआत हरयाणा से
हिन्दू धर्म में प्राचीन समय से त्रिवेणी संगम के दर्शन की मान्यता रही है। त्रिवेणी अर्थात् भारत की तीन प्रमुख नदियों गंगा, यमुना एवं सरस्वती का संगम स्थान। प्राचीन काल से ही यह तीनों पवित्र नदियाँ इलाहबाद के तट पर मिलती रही है। परन्तु कुछ समय से सरस्वती नदी का वहाँ संगम होता प्रतीत नहीं […]
वाल्मीकि रामायण और तुलसीदास कृत रामचरितमानस में क्या मुख्य अंतर हैं?
भगवान् राम के जीवन पर आधारित दो हिन्दू ग्रंथों वाल्मीकि ‘रामायण‘ और ‘रामचरितमानस’ समान रूप से पूजनीय हैं. क्या है इन ग्रंथों के बीच समानता और अंतर? जानिए इस लेख में. वाल्मीकि रामायण और रामचरितमानस वैदिक काल से लेकर आधुनिक काल तक लेखकों और कवियों ने न केवल भारत भूमि बल्कि विदेशों में भी राम कथा का […]
क्या भारत अमीर मंदिरों वाला गरीब देश है?
भारत के अमीर मंदिरों में आज भी अकूत धन-सम्पदा है, लेकिन फिर भी भारत एक गरीब देश है. क्यों है ये गंभीर असमानता? जानिये इस लेख में. क्या भारत अमीर मंदिरों वाला गरीब देश है? कल मैं अपने एक मित्र ‘सुरेश’ के साथ इस बात पर बहस कर रही थी कि भारत एक गरीब […]