अधिकांश लोगो के दिमाग में यही तथ्य बसा हुआ है कि भृंगराज एक ऐसा पौधा है जो बालों को घना व मजबूत बनाने वाली औषधि के रूप में ही जाना जाता है। कि यह पौधा अन्य बीमारियों में भी उपयोगी साबित हो सकता है, इसकी जानकारी बहुत कम लोगों को है!
कई तरह के विटामिन व गुणों से भरपूर भृंगराज के पौधे के इन खास गुणों के बारे में बताते हैं, जो आपके लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकते हैं। इसीलिए यह जानना भी ज़रूरी हैं कि भृंगराज के फायदे आखिर क्या क्या हैं?
1. एसिडिटी होने पर भृंगराज के पौधे को सुखाकर चूर्ण बना लिया जाए और हर्रा के फलों के चूर्ण के साथ समान मात्रा में लेकर गुड़ के साथ सेवन कर लिया जाए तो एसिडिटी की समस्या से निजात मिल सकती है।
2. भृंगराज के पत्तों का रस निकालकर बराबर का नारियल तेल लें और धीमी आंच पर रखें। जब केवल तेल रह जाए, तो बन जाता है भृंगराज केश तेल। अगर धीमी आंच पर रखने से पहले आंवले का रस मिला लिया जाए तो और भी अच्छा तेल बनेगा। बालों में रूसी हो या फिर बाल झड़ते हों, तो इसके पत्तों का रस 15-20 ग्राम लें।
3. त्रिफला, नील और भृंगराज तीनों एक एक चम्मच लेकर 50 मिली पानी में मिलाकर रात को लोहे की कड़ाही में रख देते है। प्रात: इसे बालों में लगाकर, इसके सूख जाने के बाद नहाना चाहिए। बाल नेचुरली काले हो जाएंगे।
4. पाइल्स की परेशानी से ग्रस्त हैं तो भृंगराज के पत्ते और तने पीसकर मिला लें। 50 ग्राम मिश्रण में 20 ग्राम काली मिर्च मिला लें। इस मिश्रण की गोलियां बना लें। इन गोलियां का सुबह-शाम सेवन करें, लाभ मिलेगा।
5. मसूढ़ों में दर्द की समस्या से निजात पाना चाहते हैं तो इसकी पत्तियों का रस निकालकर मसूढ़ों पर लगाएं। इससे दर्द से राहत मिलेगी।
6. कान में पस की समस्या से परेशान हैं तो भृंगराज की पत्तियों का रस कान में डालें। इससे आप राहत महसूस करेंगे।
7. भ्रिन्गाराजसयम(Bhringarajasavam) नाम की इस दवाई को ख़ासी, जुकाम ओर सांस से सम्बंधित बीमारियों के लिए बड़ा फयादेमंद मानते हैं!
8. आँखों में हुए इन्फेक्शन ओर दर्द से निजात पाने के लिए भृंगराज से बने रस को आँख की दवा की तरह आँखों में डाले! इससे आँखों की रोशनी भी बढ़ेगी और इसी के पत्ते से बने पेस्ट को चोट ओर ज़ख्मो पर लगाने से वे ठीक होते हैं!
9. माईग्रेन या आधा सीसी दर्द होने पर भृंगराज की पत्तियों को बकरी के दूध में उबाला जाए व इस दूध की कुछ बूँदें नाक में डाली जाए तो आराम मिलता है। हाथी पाँव हो गया हो तो इसके पत्ते पीसकर सरसों का तेल मिलाकर लगाएं।
10. भृंगराज की पत्तियों को पीस कर उनका रस निकाल लें और उसे ललाट पर लगाएं। इससे सिरदर्द में आराम मिलेगा।- भृंगराज की पत्तियों को पीस कर उनका रस निकाल लें और उसे ललाट पर लगाएं। इससे सिरदर्द में आराम मिलेगा।
11. भृंगराज एवं आंवले के ताजे पत्तों को पीस कर बालों की जड़ों में लगायें, साथ ही नीम, शिकाकाई,आंवला, कालातिल, रीठा इन सब को साथ मिलाकर एक पेस्ट बना लें। यह आपके लिए एक हर्बल शैम्पू का काम करेगा जो बालों को कंडिशनिंग के साथ ही जड़ों को मजबूत बनाएगा। पेट साफ रखने के लिए केवल त्रिफला के चूर्ण का प्रयोग करें ,यह आपके बालों के जड़ों को भी मजबूती प्रदान करेगा।
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Pls Sir Aap Mujhe Bhingraj ke faidy ke bare me puri jankari den..step by step..mere email I'd hai:- saikhishaque@gmail.com