पतंजलि आज भारत में ही नहीं पूरी दुनिया में एक प्रसिद्ध एवं विश्वसनीय ब्रांड बन चुका है। योग और आयुर्वेदिक उत्पादों के द्वारा बाबा रामदेव जी ने हमें प्रकृति एवं प्राचीन भारतीय जीवन-शैली को अपनाकर जीवन जीने का रास्ता बतलाया है, जो हमारे तन और मन को स्वस्थ एवं ऊर्जावान बनाने में सहायक है। […]
क्यों योग करने की बजाय जिम जाना आपके स्वास्थ्य और शरीर के लिए एक बेहतर फैसला है?
यह तो सभी जानते हैं कि वैदिक काल से योग हमारे जीवन का अभिन्न अंग रहा है। स्वास्थ्य ही नहीं बल्कि जीवन की हर परेशानी का हल योग के आसनों में उपलब्ध है। लेकिन बदलाव ही जीवन है, इस बात से समाज का हर वर्ग सहमत है। तो अपने शरीर को स्वस्थ रखने के तरीके […]
क्या तानसेन राग मल्हार का आलाप कर सच में वर्षा करवा देते थे?
संगीत का संबंध आत्मा से उसी प्रकार से जुड़ा है जैसे शरीर का भोजन से जुड़ा है। संगीत का जिक्र आए तो तानसेन का नाम लेना लाजिमी ही है। बचपन में शेर की दहाड़ से लोगों को डराने वाला बालक संगीत सम्राट बन गया। संगीत के गगन को तानसेन ने असंख्य राग-रागिनियों से सजाया है। […]
गाय का पूरा शरीर देव भूमि है जहाँ 33 कोटी देवी-देवता निवास करते हैं।
भारत देश हमेशा से कृषि प्रधान देश रहा है और इसी कारण वो सभी साधन जिसमें गाय भी प्रमुख है, कृषि कार्य में सहायक रहे, पूजनीय माने गए। वैदिक समय से गाय को अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना गया था। गाय के आर्थिक, चिकित्सकीय और वैज्ञानिक लाभ देखते हुए , यह बहुत जरूरी था की इस […]
दांतो को रखिये स्वस्थ इन सुझाव का पालन कर के
दांतों को चमकता और स्वस्थ बनाने के कई नायाब टिप्स हमारे ही रसोईघर में मौजूद हैं, क्या हैं ये कारगर और टिप्स, जानिये इस लेख में. मोती जैसे चमकते दाँत हमारे सौंदर्य को ही नहीं बढ़ाते बल्कि स्वस्थ दांत हमारे स्वास्थ्य का भी आईना होते हैं. दांतों की सही साज संभाल न होने से दांत […]
वाल्मीकि रामायण और तुलसीदास कृत रामचरितमानस में क्या मुख्य अंतर हैं?
भगवान् राम के जीवन पर आधारित दो हिन्दू ग्रंथों वाल्मीकि ‘रामायण‘ और ‘रामचरितमानस’ समान रूप से पूजनीय हैं. क्या है इन ग्रंथों के बीच समानता और अंतर? जानिए इस लेख में. वाल्मीकि रामायण और रामचरितमानस वैदिक काल से लेकर आधुनिक काल तक लेखकों और कवियों ने न केवल भारत भूमि बल्कि विदेशों में भी राम कथा का […]