भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्री कृष्ण का जन्मोत्सव ‘कृष्णजन्मअष्टमी’ के नाम से सदियों से मनाया जाता आ रहा है। इंटरनेट ने पूरी दुनिया को एक सामूहिक परिवार के रूप में बांध दिया है और इसी कारण हमें इस उत्सव के देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी मनाए जाने की झलक मिल रही […]
बाल-गोपाल की ऑनलाइन पालकी
सभ्यता के आरंभ से मानव विभिन्न प्रकार के उत्सवों और त्योहारों को मनाता आ रहा है। कुछ त्यौहार किसी परंपरा के पालन हेतु मनाए जाते हैं, तो कुछ को किसी न किसी देव अवतार के रूप में मनाया जाता है। इसी क्रम में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव है, जो भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को […]
हिना पर कब से निखार आया है
जबसे सभ्यता में नारी ने श्रृंगार करना आरंभ किया है, नख-शिख श्रृंगार उसके अस्तित्व का अभिन्न हिस्सा बन गया है। शरीर के हर अंग को अलग-अलग आभूषणों और तरीक़ों से सजाने के लिए उत्सव और रस्मों का सहारा लिया। सोलह शृंगार में चौथे स्थान पर आने वाली मेहँदी को हर दुल्हन अपने शरीर पर बड़े […]
राखी का धागा, बहना ने प्यार से भेजा
हिन्दू सभ्यता तरह-तरह से त्यौहारों के इंद्रधनुषी रंगों से सजी है। यह हर रिश्ता एक न एक त्यौहार से रचा-बसा है। त्योहारों की शुरुआत सावन के महीने से हो जाती है और इस महीने में भाई-बहन का पवित्र त्यौहार रक्षा बंधन है। इस त्यौहार में बहन अपने भाई की रक्षा के लिए भगवान से कामना […]
गैर हिन्दू देश में विश्व का सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर
विश्व का प्राचीनतम धर्म और सभ्यता, हिन्दू धर्म माना जाता है और भारत में इस सभ्यता और संस्कृति के आरंभिक चिन्ह विद्यमान हैं। संसार का तीसरा सबसे बड़ा धर्म और इसके अनुयायियों की सबसे अधिक संख्या भारत में ही है। लेकिन एक बहुत विरोधात्मक तथ्य, जिससे आप शायद अंजान हैं, कि विश्व का सबसे बड़ा […]
इत्र की राजधानी
कहा जाता है, कि महक में वो तासीर होती है, जो किसी भी मुरझाए मन को जिंदादिल, खुशमिज़ाज़ और तरोताज़ा बना देती है। महक चाहे वो फ़ूल की हो या फिर इत्र की, तन और मन को स्फूर्ति और रोमांच से भर देती है। बारात में आए बारातियों के स्वागत से लेकर देवी-देवताओं के पूजन […]