विवाह के उपरांत हर विवाहिता सोलह श्रृंगार के तहत सिर से लेकर पैर तक कोई न कोई सुहाग चिन्ह जैसे बिंदी, पायल, चूड़ी, सिंदूर आदि अवश्य धारण करती है। हमारे प्राचीन शास्त्रों में कहा गया है कि घर परिवार की मान प्रतिष्ठा की धुरी महिला को घर में भी सोलह श्रृंगार कर रहना चाहिए। सोलह […]
ब्रह्म मुहूर्त: अर्थ एवं महत्व
ब्रह्म मुहूर्त क्या होता है ? हम सनातन धर्मी हिंदू कोई भी शुभ कार्य करने से पहले शुभ मुहूर्त अवश्य देखते हैं। विवाह हो अथवा मकान की नींव भराई, नूतन गृह प्रवेश हो अथवा नामकरण संस्कार, हर शुभ कार्य किसी शुभ मुहूर्त में ही किया जाता है। वास्तविकता में इसके पीछे यह सोच है कि […]
एकादशी व्रत की संपूर्ण विधि
हमारे हिंदू धार्मिक ग्रंथों एवं शास्त्रों में शरीर एवं मन का संतुलन कायम रखने के उद्देश्य से व्रत एवं उपवास करने का विधान बनाया गया है। हिंदू धार्मिक परंपरा में अनेक धार्मिक अवसरों पर व्रत एवं उपवास रखे जाते हैं। हिंदू पंचांग की 11वीं तिथि को एकादशी के नाम से जाना जाता है। तमाम व्रत […]
फलों के छिलकों से बनाएं बेहतरीन सौंदर्य प्रसाधन
आवश्यक पोषक पदार्थों से परिपूर्ण फल प्रकृति का अनुपम उपहार हैं। फलों के साथ-साथ इन के छिलकों में त्वचा को पोषित कर उस पर चमक लाने वाले पोषक तत्वों का खजाना भरा पड़ा है। पपीता, केला, नींबू, संतरा, सेब जैसे फलों के छिलके एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन, खनिज तत्व, एसिड एवं एंजाइम से भरपूर होते हैं जो […]
पिता की संपत्ति में मिलता है बराबरी का हिस्सा, हर बहू बेटी को पता होने चाहिए अपने यह अधिकार
क्या आप जानती हैं कि एक बेटी होने के नाते आप अपने पिता की संपत्ति में अपने भाई के समान बराबरी के हिस्से की हकदार हैं? यदि नहीं तो आपको अपने इस अधिकार के विषय में जानने के लिए यह लेख शुरू से अंत तक अवश्य पढ़ना चाहिए। आज की तारीख में अपने पिता की […]
“अबीर-गुलाल”: होली के रंगों से ओतप्रोत एक प्रेम कहानी
सुबह सवेरे धानी अनायास अपने चेहरे पर खिड़की से आती धूप की चौंध से उठ बैठी। पार्श्व में पति अर्पित अभी तक गहरी नींद में सोए हुए थे। तभी धानी को ख्याल आया, “अरे आज तो होली है।” और होली के नाम से उसके होठों पर एक मीठी मुस्कान तैर आई और मन में खुशी […]