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अश्वगंधा सेवन विधि: इस तरह से करिए अश्वगंधा का सेवन और उठाइए लाभ

आयुर्वेद जगत की एक प्रसिद्ध जड़ीबूटी, जिसका प्राचीन समय से कई प्रकार की औषधीय दवाओं को बनाने में प्रयोग किया जा रहा है, वह है अश्वगंधा। अश्वगंधा एक शक्तिवर्धक रसायन की भांति हमारे शरीर के लिए टॉनिक का कार्य करता है।

परन्तु अश्वगंधा का प्रयोग  व्यक्ति के रोग एवं उसकी उम्र के अनुरूप किया जाना चाहिए। इसका सही  मात्रा में उपयोग करना कई रोगों में फायदेमंद सिद्ध होता है।आइए जानते हैं अश्वगंधा का किस प्रकार से प्रयोग किया जाए ताकि वह हमारे लिए लाभदायक हो सके।

अश्वगंधा के सेवन करने के तरीके

1. 3 ग्राम अश्वगंधा चूर्ण में 3 ग्राम मिश्री, 3 ग्राम घी और दूध मिलाकर नियमित सेवन करने से तनाव एवं अनिंद्रा आदि रोगों से मुक्ति मिलती है। इससे व्यक्ति की शारीरिक दुर्बलता दूर होती है और वो हृष्ट-पुष्ट एवं स्वस्थ बनता है।

2. छोटे बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए रोजाना एक कप दूध में अश्वगंधा चूर्ण मिलाकर देने से अत्यधिक लाभ प्राप्त होता है।

3. अश्वगंधा चूर्ण में सोंठ समान मात्रा में मिलाकर, इसका रोजाना सुबह-शाम पानी के साथ सेवन करने से कमर एवं जोड़ों के दर्द में काफी आराम मिलता है

4. अश्वगंधा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण हृदय रोग से राहत दिलाने में काफी मददगार साबित होते हैं। यदि नियमित रूप से अश्वगंधा चूर्ण को मिश्री एवं शहद मिले हुए दूध के साथ लिया जाए, तो मधुमेह रोगियों में  मोतियाबिंद के उपचार में सहायक होता है।

5. आंवले के फायदे कई हैं, यह तो आप जानते ही हैं। आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए अश्वगंधा, आंवला और मुलेठी को पीसकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण का सेवन नियमित रूप से सोने से पहले गाय के दूध के साथ करें।

6. दूध, अश्वगंधा चूर्ण और मिश्री को उबालकर इससे निर्मित चाय का सेवन करने से यह गर्भवती स्त्री के रक्त को शुद्ध करने और उसकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मददगार होता है। माना जाता है कि प्रसव के दौरान अश्वगंधा चाय का उपयोग किया जाना लाभदायक होता है क्योंकि अश्वगंधा एक गर्भाशय शामक है।

 महिलाओं के लिए अश्वगंधा के क्या-क्या  फायदे हैं?

7. बाजार में उपलब्ध अश्वगंधा केप्सूल का दूध के साथ रोजाना सुबह-शाम सेवन करने से वजन संबंधी परेशानियों, त्वचा संबंधी रोगों, बाल संबंधी समस्याओं, लीवर की बिमारियों, खांसी-जुखाम, अस्थमा, अल्जाइमर एवं उच्च रक्तचाप की समस्याओं से निजात मिलती  है।

8. अश्वगंधा में फ्लेवोनॉइड और एंटीऑक्सीडेंट आदि कई लाभकारी तत्व हैं। इसके अलावा यह मस्तिष्क में न्यूरोलॉजिकल ट्रांसमिशन में सुधार लाने में मदद करता है। अश्वगंधा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को रोकने में भी मदद कर सकता है।

➡  शतावरी चूर्ण के लाभ

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