एलोवेरा (घृतकुमारी) एक ऐसा पौधा है, जिनका प्रयोग सेहत या सौंदर्य सम्बन्धी कई समस्याओं के लिए प्राचीन समय से किया जाता रहा है। एलोवेरा में कई प्रकार के अमीनो एसिड, विटामिन और खनिज तत्व पाए जाते हैं। अपने बेमिसाल गुणों के कारण यह चमत्कारी पौधा भी कहलाताहै। एलोवेरा (घृतकुमारी) के विभिन्न प्रयोग और फ़ायदे इस प्रकार है।
एलोवेरा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं, जिससे शरीर का कई रोगों से बचाव होता है और शरीर स्वस्थ और चुस्त रहता है।
रोज़ाना एलोवेरा जूस पीने से शरीर का वज़न कम होता है और मोटापा कम करने में मदद मिलती है।
शरीर का मोटापा बढ़ने का सीधा असर हमारे हृदय पर पड़ता है। मोटापे से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है और खून की नालियों में वसा जम जाता है। इस वसा को कम करने में एलोवेरा सहायक है। एलोवेरा के जूस से ह्रदय रोगों से छुटकारा मिलता है।
कब्ज
कब्ज की समस्या आजकल बच्चों से लेकर बड़ों तक सब मे सामान्य रूप से पाई जाती है। इसके लिए एलोवेरा के रस का सेवन करना बेहद लाभदायक है। पेट की अन्य परेशानियों में भी एलोवेरा सहायक है।
गठिये के रोग में हाथ ,पैरों और जोड़ों में दर्द और सूजन का आभास होता है। यह रोग बेहद पीड़ादायक होता है, ऐसे में एलोवेरा इसके इलाज में सहायक होता है। एलोवेरा के दो भाग लें और इसमें हल्दी भर के उन्हें थोड़ा गर्म कर के पट्टी के रूप में कुछ दिनों तक इसे लगाएं। खाली पेट एलोवेरा जूस कुछ दिन पीने से भी फ़ायदा होता है।
मुँह में होने वाले छालों को दूर करने में भी एलोवेरा सहायक है। इसके प्रयोग से मुँह के घाव या जलन आदि भी दूर होते हैं।
अगर आपका पाचन तंत्र कमज़ोर है व आपको अपच और गैस की समस्या है, तो एलोवेरा के जूस का सेवन शहद और नींबू मिला कर करें। इससे पेट की समस्याएं दूर होंगी और पाचन शक्ति बढ़ेगी।
शरीर में फोड़े फुंसी या अन्य कोई जख्म होने पर एलोवेरा के बीच वाले हिस्से को क्रीम की तरह इस पर लगाएं या इसके थोड़े से भाग पर हल्दी लगा कर इसको पट्टी की तरह ज़ख्म या फोड़े पर लगा लें, अच्छे परिणाम मिलेंगे।
मधुमेह की समस्या होने पर एलोवेरा, करेले के रस को मिक्स कर के कुछ दिन पीने से मधुमेह का स्तर नियंत्रित रहता है।
शोध द्वारा यह भी पाया गया है, कि एलोवेरा कैंसर जैसे रोग से बचाव में भी उपयोगी है। पीलिये में भी एलोवेरा का सेवन लाभदायक होता है।
एलोवेरा के जैल को चेहरे पर लगाने से चेहरे की झुर्रियां कम होती हैं। एलोवेरा हमारी त्वचा को जावा रखता है, और शरीर को नयी एनर्जी से भर देता है इसके अलावा अगर एलोवेरा का प्रयोग स्ट्रेच मार्क्स पर किया जाए तो यह दूर हो जाते है।
एलोवेरा तेज़ धूप और सूरज की हानिकारक किरणों से शरीर की त्वचा को होने वाले नुकसानों से बचाता है, इसके साथ ही यह त्वचा का उचित पोषण भी करता है।
एलोवेरा बालों के लिए भी एक करिश्मे से कम नहीं है। एलोवेरा के गूदे को बालों में कम से कम 30 मिनट्स तक लगा कर रखने के बाद धों दें, इससे बालों का रूखापन दूर होता है और बाल काले,घने व मज़बूत बनते हैं। इसके अलावा एलोवेरा के प्रयोग से बालों में होने वाली डेंड्रफ भी दूर होता है।
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