फलों के राजा आम की विभिन्न प्रजातियां केवल देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी खासी लोकप्रिय हैं। जानिये आम की विभिन्न प्रजातियों के बारे में:
आम का नाम सुनते ही सभी के मुँह में पानी आ जाता है। यह एक बहुत ही मीठा, रसीला एवं पौष्टिक फल है, जो गर्मियों के मौसम में आसानी से उपलब्ध होता है। इसे फलों का राजा भी कहा जाता है।
दुनिया में हमारा देश आम उत्पादन के क्षेत्र में पहले स्थान पर है, साथ ही यह हमारा राष्ट्रीय फल भी है। भारत में कई किस्म के आमों की पैदावार होती है, जैसे- अलफान्सो, बादामी, दशहरी, लंगड़ा, चौसा आदि।
आज हम आपको भारत में उपलब्ध आमों की सबसे लोकप्रिय प्रजातियों के बारे में बताएंगे:
यह भारत में उपलब्ध आमों की सबसे उन्नत एवं महंगी किस्मों में से एक है। जिसे ‘हाफुस’ के नाम से भी जाना जाता है। यह सुनहरे रंग का बहुत ही मीठा एवं पौष्टिक आम होता है। इसकी पैदावार महाराष्ट्र के रत्नागिरी, रायगढ़ व कोंकण क्षेत्र में बहुतायत में होती है।
इसका नाम एक पुर्तगाली अफसर के नाम पर पड़ा। अल्फांसो को आमों का राजा भी कहा जाता है और यह आम के प्रजातियों में सबसे महंगे में से एक है।
दशहरी आम को 18वीं शताब्दी में लखनऊ के नवाब के बाग में सर्वप्रथम देखा गया। माना जाता है कि उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गाँव ‘दशहरी’ में इस आम का मूल पौधा (mother plant) है।
यह आम स्वाद में बहुत मीठा और सुनहरे पीले रंग का होता है। यह आमतौर पर गर्मी के मौसम के अंत में उपलब्ध होता है।
इसे ‘कर्नाटक का अलफान्सो’ भी कहा जाता है, क्योंकि यह स्वाद एवं देखने में अलफान्सो से काफी मेल खाता है।
इसकी पैदावार मुख्यत: उत्तर प्रदेश के बनारस जिले में होती है। यह आम पीले-हरे रंग का और अंडाकार होता है। यह भारत में सबसे लोकप्रिय आमों में से एक है।
इसकी तोते की चोंच जैसी टिप होने के कारण इसे आसानी से पहचाना जा सकता है। यह स्वाद में बहुत मीठा नहीं होता पर यह सलाद, अचार व कोल्ड ड्रिंक के लिये काफी उपयुक्त है।
गुजरात का जूनागढ़ क्षेत्र केसर आमों के लिए काफी मशहूर है। यह आम अपने स्वादिष्ट टेस्ट व केसर की खुशबू के लिए जाना जाता है। अगर आप आमरस के शौकीन हैं, तो इसके लिए यह आम सबसे उपयुक्त होता है।
यह एक पीले रंग का फाइबर रहित क्रीमी आम होता है, जो कि मिठाइयाँ व ड्रिंक्स बनाने के लिए बहुत उपयुक्त है। इसकी पैदावार मुख्यत: बंगाल के मुर्शिदाबाद क्षेत्र में होती है। यह बहुत ही कम समय के लिये उपलब्ध होता है।
इस आम की पैदावार मुख्य रुप से आंध्र प्रदेश में होती है। यह फाइबर रहित, तिरछे ओवल शेप का पीले रंग का आम होता है। इसका छिलका काफी पतला होता और यह स्वाद में हल्का खट्टा भी होता है।
यह आम अपनी अलग-सी और बेहतरीन खुशबू के कारण आसानी से पहचाना जाता है। यह दूसरे आमों की तुलना में छोटा होता है और इसका रंग नारंगी होता है। यह खासकर हैदराबाद में प्रचलित है और पूरे गर्मियों के मौसम में उपलब्ध रहता है।
हर प्रजाति का आम अपनेआप में बहुत ख़ास है। इसके अलबेले स्वाद, खुशबू और गुणों के कारण ही इसे सभी फलों में सिरमौर माना गया है।
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आपके द्वारा दी गई आम की प्रजातियों की जानकारी बहुत ही अच्छी और सरल भाषा में है इसको पढ़कर अच्छा लगा। महोदय मैं हरियाणा के जींद जिले के गांगुली का रहने वाला हूं मेरे पास 4 एकड़ जमीन है। जमीन बहुत ही उपजाऊ है जमीन के नीचे मीठा पानी है और नहर का भी पानी आता है। मैं इनमें आम की खेती करना चाहता हूं कृपा करके मुझे यह जानकारी दें की कौन सी प्रजाति यहां उगाई जा सकती हैं और अच्छी पैदावार दे सकती हैं। आपका बहुत बहुत धन्यवाद होगा
महोदय, आपके हमारा लेख पसंद आया, जानकार अत्यंत ख़ुशी हुई और आपके मीठे शब्दों के लिए ढेर सारा धन्यवाद. परन्तु, हमें खेद है की खेती सम्बन्धी कोई विशेषज्ञ दसबस में फिलहाल नहीं है. इसीलिए आपके प्रश्न का सही जवाब देने में हम असमर्थ हैं. हमारी सलाह है की आप भारत सरकार के कृषि मंत्रालय के उपयुक्त विभाग या फिर आपके जिले के हॉर्टिकल्चर विभाग का कोई दफ्तर हो तो उससे संपर्क करें. हरियाणा सरकार के हॉर्टिकल्चर विभाग की वेबसाइट का सीधा लिंक यह रहा: http://hortharyana.gov.in/en/Default.aspx. आपको यहां से और जानकारी मिल जाएगी.
Plz Mango of all varites of send me
Good
Sir apki jankari thik hai pr mere pass jamin km hai .mai apne Ghar ke samne koin si aam laga skta hu jesse mujhe aam ki phasal ka labh mil ske
मैंने तो सुना है कि भारत में 5000 प्रजातियों के आम होते हैं राजीव दीक्षित जी ने कहा था और