आजकल की व्यस्त दिनचर्या में हम अपने खाने पीने का ध्यान बिल्कुल भी नही रख पाते हैं। समय से न खाने से कई स्वास्थ्य संबंधी परेशानिया हो सकती हैं। आजकल हर दूसरा व्यक्ति मोटापे की गंभीर समस्या से पीड़ित है। मोटापा एक बहुत ही गंभीर समस्या है जिससे हर वर्ग का व्यक्ति ग्रसित है। बाजार में मिलने वाले खाद्य पदार्थ मोटापे जैसी गंभीर समस्या के लिए सबसे ज़्यादा ज़िम्मेदार हैं।
मोटापे में पूरे शरीर में फैट जमा होता है परंतु सबसे ज़्यादा पेट के आसपास चर्बी जमा होती है। पेट की चर्बी को कम करने के लिए योगासन सबसे कारगर है। योगासनों की मदद से कम समय में ही शरीर में मौजूद अतिरिक्त चर्बी कम हो जाती है। इसके अलावा योगासन करने से हम कई गंभीर बीमारियों से बचे रहते हैं और साथ ही साथ हम स्वस्थ भी रहते हैं।
पेट के आसपास जमी चर्बी पर करिये इन योगासन का वार:
भुजंग आसन
ये आसन पेट की चर्बी को घटाने में बेहद कारगर है। इसके अलावा हमारे शरीर के ऊपरी हिस्से को भी मजबूती प्रदान करता है और हमारे शरीर में लचीलापन आता है।
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं फिर धीरे धीरे अपने शरीर को दोनों हाथों के ऊपर उठाने की कोशिश करें। सांस ले फिर ऊपर की तरफ सीन ताने और लोअर बॉडी को स्ट्रेच करें। अपनी क्षमता के अनुसार 15-30 सेकंड के लिए इसी अवस्था में रहे। फिर डांस छोड़े और धीरे धीरे अपने शरीर को पहले जैसी स्तिथि में लाएं। इस आसन को पांच बार दो दोहराए। अगर आप प्रेग्नेंट हैं या अल्सर या फिर बैक इंजुरी से पीड़ित है तो ये योगासन न करे।
धनुरासन
इस आसन में पूरे शरीर को स्ट्रेच किया जाता है जिससे पेट की चर्बी कम होती है। इसके अलाई इस आसन को करने से अपच की समस्या से भी छुटकारा मिल जाता है।
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं फिर धीरे धीरे अपने घुटनों को मोड़े और अपने हाथों को अपनी पीठ की ओर ले जाए। फिर हाथों से पैरों के तलवो को पकड़ने की कोशिश करें। पगिर गहरी सांस ले और आगे की तरफ अपना सिर स्ट्रेच करें। 15-30 सेकंड के लिए इसी पोजीशन में रहने का प्रयास करें। फिर धीरे धीरे सांस छोड़ें इर अपने पहले वाली पोजीशन में वापस आये। इस आसन को प्रतिदिन 5 बार दोहराएं।
पश्चिमोत्तानासन
इस आसन से पेट की चर्बी भी कम होती है और पाचन क्रिया संबंधित परेशानिया भी दूर होती है।
सबसे पहले ज़मीन पर बैठ जाएं और दोनों पैरों को आगे की तरफ स्ट्रेच करें। फिर गहरी सांस ले और दोनों हाथों को आगे की ओर ले जाए और पैरों की अंगुली को छूने का प्रयास करें। इसके बाद पैरों की अंगुली को पीछे की तरफ खींचने का प्रयास करें। शुरुआत में 60-90 सेकंड के लिए इसी पोजीशन में रहें। फिर सांस छोड़ें और अपने पहले की पोजीशन में वापस आये।
जो लोग स्पाइनल डिस्क डिसऑर्डर,अस्थमा से पीड़ित हैं वो ये आसान न करें।
ऊपर बताये गए योगासनों को करने से कुछ ही दिनों में आपको अपेक्षित परिणाम मिलेंगे। बस जरूरी है कि आप नियमित अभ्यास बनाये रखें। जल्द रिजल्ट कि अपेक्षा न रखें, योगाभ्यास करते रहिये – सफलता आज नहीं, कल नहीं तो परशु तो मिलनी ही है।
sarika gupta
very nice
Amit Bajaj
Thank you Sarika!