साबूदाना खिचड़ी व्रत में ही नहीं बल्कि नॉर्मल खाने में भी बहुत स्वादिष्ट लगती है। लेकिन कई लोग कहते हैं कि जब भी वे साबुदाना खिचड़ी बनाते हैं तब अक्सर साबूदाना आपस में चिपक जाता है और साबूदाना खिचड़ी उतनी खिली-खिली नहीं बन पाती है। इसलिए आज हम आपके लिए एक ऐसी विडियो रेसिपी लेकर आए हैं जिसको देखने के बाद आप भी एकदम खिली-खिली साबूदाना खिचड़ी बना सकती हैं। आप इस साबूदाना खिचड़ी को व्रत में या कोई भी साधारण दिन बनाकर इसका आनंद ले सकती हैं।
खिली-खिली साबूदाना खिचड़ी बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
- साबूदाना – 1 कप
- मूँगफली – ¾ कप
- तेल – 2 छोटे चम्मच
- साबुदाना खिचड़ी बनाने के लिए तेल – 2 बड़े चम्मच
- उबला हुआ आलू – 1
- जीरा – 1 छोटा चम्मच
- कड़ी पत्ता – 7 से 8
- हरी मिर्च (कटी हुई) – 2
- सेंधा नमक – स्वाद अनुसार
- काली मिर्ची पाउडर – ½ छोटा चम्मच
- नींबू रस – आधा नींबू का
- हरा धनिया – आवश्यकता अनुसार

खिली-खिली साबूदाना खिचड़ी बनाने की रेसिपी
साबूदाना खिचड़ी बनाने के लिए सबसे पहले साबूदाना को दो बार धो कर उसे एक बर्तन में डाल दें। इसके बाद उसमें पानी डालकर उसे 6 घंटे के लिए भीगने दे। एक कड़ाही में तेल डालकर मूँगफली भून लें और इसे धो भागों में बाँट लें। मूँगफली के एक भाग को बारीक पीस लें और दूसरे को हल्का कूट लें।
उबले हुए आलू को बारीक काट लें। कड़ाही में तेल डालकर गरम कर लें। तेल गरम होने के बाद उसमें आलू फ्राय करें और फिर जीरा डाल लें। इसके बाद इसमें कड़ी पत्ता और हरी मिर्ची डालकर एक मिनट तक पकाएँ। इसके बाद इसमें साबूदाना और पीसी मूँगफली भी डाल दें। इसमें नमक और काली मिर्ची पाउडर मिला दें। और सभी को अच्छे तरीके से मिलकर पकाएँ। जब तक साबूदाना पारदर्शी न हो जाए तब तक पकायें।
अंत में इसमें दरदरी मूँगफली, नींबू का रस और हरा धनिया डालें।
नोट
- बारीक साबूदाना का इस्तेमाल न करें।
- साबूदाना और मूँगफली दोनों को कड़ाही में एक साथ ही डाल दें।
- अगर यह खिचड़ी आप व्रत के लिए नहीं बना रही हैं तो आप इसमें सेंधा नमक के बजाए साधारण नमक का इस्तेमाल कर सकती हैं।
- साबूदाना को भिगोने के लिए आवश्यकता से ज्यादा पानी नहीं डालें। ज्यादा पानी डालने से साबूदाना आपस में चिपक जाता है।
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