पौराणिक कथाओं में अश्विनी कुमार नाम के वो चरित्र थे जिन्हें चीर युवा रहने का वरदान प्राप्त था। लेकिन आधुनिक काल में बचपन और युवावस्था का समय पलक झपकते हुए बीत जाता है। इसलिए हमारी आपको यही सलाह है कि अगर आप हमेशा जवान दिखाई देना चाहती हैं तो ये 8 चीजें करना तुरंत बंद कर दें, जो इस प्रकार हैं:
स्ट्रेस को कहें बाई-बाई
सामान्य रूप से बिना तनाव के किसी भी जिंदगी का तसव्वुर करना एक सपना ही हो सकता है। लेकिन अगर ज़रूरत से ज़्यादा स्ट्रेस लिया जाये तो इससे शरीर में हैप्पी हॉरमोन का ग्रुप बनना कम हो जाता है। इस ग्रुप में डोपामाइन, सेरोटाइन, ओक्सिटाईन, एंडरोफिन्स आदि आते हैं, और जब इनका नया निर्माण बनना कम होने लगता है तब चेहरे पर झुर्रियां सबसे पहले दिखाई देने लगती हैं।
इसके अलावा बालों का सफ़ेद होकर समय से पहले गिरना भी इसी प्रक्रिया का परिणाम होता है। इसलिए लंबे समय तक जवान रहने के लिए तनाव को कहें बाई- बाई और हँसते मुसकुराते समय बिताने का प्रयास करें।
दिनचर्या सुस्त न रखें:
वर्ष 2020 से अधिकतर लोग वर्क फ़्रोम होम कर रहे हैं और घर और ऑफिस के काम के बीच में व्यायाम और बाहर घूमने का समय नहीं निकल पता है। इसके अलावा आजकल ग्रोसरी से लेकर फर्नीचर तक ऑनलाइन शॉपिंग के जरिये मंगवाया जा रहा है।
इस कारण घर से निकालने के कारण कम होते जा रहे हैं और दिनचर्या सुस्त होती जा रही है। इसका सीधा असर शरीर कि नसों और मांसपेशियों पर कमजोरी के रूप में दिखाई दे रहा है। इसलिए इन्हें जवान और स्वस्थ रखने के लिए आपको नियमित व्यायाम का समय निकालना होगा।
बॉडी क्लॉक की ट्यूनिंग
वर्क फ़्रोम होम के चक्कर में कुछ लोग अंतर्राष्ट्रीय टाइम का पालन करने के कारण देशी समय पर सोने और जागने के नियम का पालन नहीं कर पाते हैं। इस कारण न तो समय पर सो पाते हैं और न ही जाग पाते हैं। परिणामस्वरूप बॉडी क्लॉक का सिस्टम बिगड़ जाता है और शरीर शिथिल रहने लगता है। इसलिए अपनी स्किन को और शारीरिक क्षमता को बरकरार रखना चाहती हैं तो अपनी बॉडी क्लॉक को ट्यून करना होगा।
अनहेल्दी लाइफटाइल
देर रात तक पार्टी करना, मदिरा पान और धूम्रपान करना आदि आपको हो सकता है प्रगतिशील दिखा दें, लेकिन यह सब हल्दी लाइफस्टाइल की दुश्मन कही जा सकती हैं। स्वयं को स्वस्थ और युवा रखने के लिए आपको इन सब आदतों को तुरंत छोड़ना होगा।
मीठे को सख्त नो-नौ
कहते हैं बोल मीठे रखो लेकिन भोजन में मीठा ज़रूरत से ज़्यादा नहीं होना चाहिए। सीमा से अधिक मीठा खाने से हमारे शरीर में ग्लाइसिन नाम का रसायन बनने लगता है जो शारीरिक क्षमता में कमी लाता है। इसलिए युवावस्था को बनाए रखने के लिए मीठे भोजन को सीमित कर देना चाहिए।
फास्ट फूड पर निर्भरता
काम की अधिकता और मूड स्विंग्स को संतुलित करने का सबसे सरल उपाय पीत्ज़ा और बर्गर या टू-मिनट नूडल्स का सेवन माना जाता है। इन सब भोजन में मैदा का अधिकाधिक प्रयोग होने के कारण शरीर में फैट बढ्ने लगती है और कार्यक्षमता में कमी आ जाती है। इसलिए अपने भोजन में से डब्बा बंद भोजन को कम करके प्रोटीन की मात्रा को बढ़ाना होगा।
डब्बा बंद पेय
प्यास लगने पर या खाने के साथ पानी के अलावा कुछ भी पीना जैसे चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक, डब्बाबंद जूस या फिर हार्ड ड्रिंक शरीर में कभी भी पानी की कमी को पूरा नहीं करती हैं। जबकि जल ही जीवन के मंत्र को मानते हुए आपको युवावास्था के पहले मंत्र के रूप में पानी के सेवन को अधिकतम रखना होगा।
चलना ही मूल मंत्र है
चरावैति-चरावैति समाज का ही नहीं बल्कि जिंदगी को स्वस्थ और युवा रखने का भी पहला नियम है। सुबह से लेकर रात तक की दिनचर्या में जहां तक हो सके, पैदल चलना, लिफ्ट के स्थान पर सीडियों का प्रयोग, निकट के बाज़ार में कार का प्रयोग न करना आदि कुछ ऐसे काम हैं जो आपको युवा रखने में सहायक सिद्ध हो सकते हैं।
इस प्रकार आप इन छोटे
छोटे कामों को छोड़कर या अपनी कुछ आदतों को बदलकर अपने को लंबे समय तक तन और मन से युवा बनाए रख सकती हैं।
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