एक बार यदि शरीर में मोटापा आ जाए तो उसे कम करना कितना दूभर होता है यह केवल वही व्यक्ति जानता है जो मोटापे से ग्रसित हो। यदि वज़न ज्यादा बढ़ गया हो तो नियमित व्यायाम के साथ-साथ अपने खान-पान पर भी नियंत्रण रखना ज़रूरी हो जाता है।
जहाँ तक खान-पान का सवाल है तो केवल कम खाना खा लेने भर से मोटापा दूर हो जायेगा, ऐसा ज़रूरी नहीं क्योंकि भोजन की मात्रा एक हद तक ही कम की जा सकती है, अधिक नहीं।
शरीर का वजन भोजन से प्राप्त होने वाली कैलोरी एवं वसा की मात्रा पर निर्भर करता है। यदि खाने में कम कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों को शामिल कर लिया जाए तो अत्यधिक वजन से बड़ी आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है।
आइये जाने कौन से ऐसे कम कैलोरी वाले खाद्य पदार्थ हैं जो वजन कम करने में सहायक हैं।
सुबह के नाश्ते में लेने से ज्यादा देर तक पेट भरा रहता है। ओट्स (जई) में कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन की मात्रा का मिश्रण उचित अनुपात में होता है। इसके अतिरिक्त इसमें विटामिन, आयरन, कैल्शियम, जिंक और फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इससे शरीर को उर्जा तो मिलती ही है, साथ ही फाइबर के कारण खाना धीरे-धीरे पचता है जिससे पेट ज्यादा देर तक भरा रहता है।
ग्वार की फली में कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है तथा इसमें मौजूद मिनरल्स एवं विटामिन्स शरीर की चर्बी कम करने में सहायक होते हैं। इसका प्रयोग सब्जी एवं सूप के रुप में किया जा सकता है।
अंडे में प्रोटीन, विटामिन्स, एमिनो एसिड एवं शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं तथा वसा की मात्रा न के बराबर होती है, जिससे शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं एवं वजन भी नियंत्रण में रहता है।
अंकुरित मूँग, काले चने एवं राजमा में फाइबर की उच्च मात्रा पायी जाती है। फाइबर ब्लड में वसा की मात्रा को जमने से रोकते हैं एवं शरीर के विषैले पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करते हैं। इस प्रक्रिया से ज्यादा देर तक पेट भरा रहता है। इसके अतिरिक्त अंकुरित पदार्थों में पाए जाने वाले विटामिन्स, प्रोटीन एवं एंटी औक्सिडेंट शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं।
ग्रीन टी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट शरीर में जमे फैट को जलाने में सहायक होते हैं।
➡ देखिये कैसे ग्रीन टी पीने से आपका वजन कम होता है
दालचीनी पाउडर को शहद में मिलाकर खाने से वजन कम करने में सहायता मिलती है। यह शरीर में फैट को जमने से रोकता है।
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल का प्रयोग सलाद , सूप आदि में करने से वजन कम करने में सहायता मिलती है। ओलिव ऑयल मोनोसैचुरेटेड फैट्स से बनता है जो शरीर की अतिरिक्त चर्बी को जलाने में सहायता करता है।
टोफू (सोया पनीर) में प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा होती है, जिसके कारण इसको नियमित आहार में शामिल करने से ज्यादा देर तक पेट भरा रहता है। इससे ज्यादा और बार -बार खाने की इच्छा नहीं होती है और वजन नियंत्रित रहता है।
नाशपाती में फाइबर एवं पानी की मात्रा भरपूर होती है जिससे भूख कम लगती है। वजन कम करने के अभियान में खाने के बाद भूख लगने पर नाशपाती का सेवन करने से वजन नियंत्रित करने में सहायता मिलती है।
➡ कौन से फल सबसे स्वास्थ्य वर्धक होते हैं?
ब्रोकोली में कलोरी एवं वसा की मात्रा कम पायी जाती है। इसमें फाइबर और पानी की मात्रा ज्यादा होने के कारण इसके सेवन से भूख कम लगती है। इसके अतिरिक्त इसमें मौजूद एंटीऔक्सिडेंट एवं प्रोटीनयुक्त मिनरल्स शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं। उबले हुए ब्रोकली को सलाद एवं सूप के रूप में प्रयोग करने से वजन कम करने में सहायता मिलती है।
ब्रोकोल्लि को आप घर में पिज्जा बनाते वक्त टोप्पिंग की तरह इस्तेमाल कर सकती हैं। या फिर पुलाव में फूलगोभी की बजाय इस्तेमाल करें।
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