मौसम के अनुसार सर्दी, गर्मी एवं बरसात में स्वस्थ रहने के लिए जिस प्रकार हम शरीर की ऊपरी तौर से देखभाल करते हैं। उसी तरह से मौसम के प्रभाव के अनुकूल खाद्य पदार्थों के सेवन करना भी आवश्यक है। तभी हम हर मौसम में स्वस्थ रह सकते हैं।
यूँ तो प्रकृति में मौसम के अनुकूल हीं फल, सब्जी एवं अनाज की उपज होती है और इन्हीं मौसमी खाद्य पदार्थों के सेवन से स्वस्थ रहा जा सकता है। किन्तु तकनिकी ज्ञान में वृद्धि की वजह से आज सभी प्रकार के खाद्य पदार्थ हर मौसम में उपलब्ध होते हैं।
अतः इन गर्मियों में गर्म तासीर वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से परहेज रखने के लिए आइये जाने गर्म तासीर वाले खाद्य पदार्थों की सूचि।
बाजरे की तासीर गर्म होती है। ये पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट,प्रोटीन एवं फाइबर की मात्रा अधिक पाई जाती है। जिसके कारण इसके सेवन से शरीर को ज्यादा उर्जा मिलती है।
गुड़ की तासीर गर्म होती है। इसके सेवन से शरीर की उर्जा के स्तर में वृद्धि होती है। गर्मियों के मौसम में ज्यादा गुड़ के सेवन से नकसीर फूटने का खतरा रहता है।
अदरक की तासीर गर्म होती है। किन्तु थोड़ी मात्रा में इसका प्रयोग गर्मियों में भी किया जा सकता है। ये शरीर को खाँसी , जुखाम एवं संक्रमण से बचाने के अतिरिक्त मोटापा कम करने, माइग्रेन की समस्या दूर करने आदि में लाभदायक होता है।
लहसुन की तासीर गर्म होती है। किन्तु आयुर्वेद में इसका प्रयोग कई बीमारियों के इलाज में किया जाता है। अतः गरमीयों में कच्चे लहसुन के सेवन की मात्रा डाक्टर की सलाह से तय करनी चाहिए।
काली मिर्च को सब्जियों या व्यंजन के ऊपर ड्रेसिंग करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसकी तासीर बहुत गर्म होती है। इसलिए गर्मियों में इसके ज्यग्दा प्रयोग से बचना चाहिए।
लौंग को गर्म मसाले या सर्दी, जुखाम, खाँसी को ठीक करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसकी तासीर भी गर्म होती है। गर्मी के दीनों में लौंग का सेवन ज्यादा करने से पेट में जलन की समस्या हो सकती है।
अंडा बहुत गर्म होता है। सर्दीयों में ठण्ड से बचने के लिए अंडे का ज्यादा सेवन किया जाता है। किन्तु गर्मियों में अंडे के ज्यादा सेवन से कब्ज एवं घमोरियों की समस्या हो सकती है।
इसका प्रयोग सर्दियों में लड्डू ,चिक्की आदि के रूप में खाने के लिए किया जाता है। तिल की तासीर गर्म होती है। इसलिए गर्मियों में इसके सेवन से बचना चाहिए।
अलसी की तासीर गर्म होती है। जिससे गर्मी के दिनों में गर्भावस्था के दौरान अलसी का सेवन डाक्टर की सलाह से करना चाहिए।
इसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है। इसकी तासीर गर्म होती है। इसलिए गर्मियों में लाल मिर्च की जगह हरी मिर्च का सेवन करना ठीक रहता है।
इसे मसाले के रूप में व्यंजनों को स्वादिष्ट बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसके अतिरिक्त चाय में भी प्रयोग किया जाता है। इसकी तासीर गर्म होती है। जिसके कारण गर्मियों में इसके ज्यादा प्रयोग से बचना चाहिए।
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