जिनसेंग एक पारंपरिक चीनी औषधि है जिसे अनेक गंभीर रोगों के उपचार के लिए सदियों से उपयोग में लाया गया है। जीनस पैनाक्स नामक पौधे की जड़ जिनसेंग के नाम से जानी जाती है। यह जड़ी-बूटी एक चमत्कारी औषधि है, जो लगभग सभी प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का उपचार करने में प्रभावी पाई गई है। जिनसेंग में विद्वमान अनेक पोषक तत्व स्वास्थ्य के लिए अति लाभकारी होते हैं।
अब इसके प्रकारों के विषय में बात करते हैं। जिनसेंग के अनेक प्रकार हैं लेकिन उनमें से अमेरिकन जिनसेंग और एशियन जिनसेंग सर्वाधिक लोकप्रिय हैं।
इसकी उगने की अवधि के आधार पर इसके तीन प्रकार हैं- फ्रेश, व्हाइट एवं रैड। फ्रेश जिनसेंग 4 वर्षों की अवधि से पहले काट लिया जाता है। व्हाइट जिनसेंग 4-6 वर्षों की अवधि में काटा जाता है। रैड जिनसेंग 6 वर्षों की अवधि अथवा और अधिक समय के बाद काटा जाता है।
जिनसेंग के फायदे
मानसिक क्षमता में वृद्धि:
जिनसेंग मानसिक कार्यशीलता को फायदा पहुंचाता है। सामान्य रूप से स्वस्थ व्यक्तियों एवं अल्ज़ाइमर से पीड़ित व्यक्तियों में यह मानसिक शांति प्रदान करने के साथ-साथ उनके मूड के लिए भी फायदेमंद सिद्ध हुआ है। यह मस्तिष्क की कोशिकाओं को उत्तेजना प्रदान करता है जिसके फलस्वरूप संज्ञानात्मक सोच और एकाग्रता में वृद्धि होती है। अल्जाइमर से पीड़ित व्यक्तियों में यह मस्तिष्क की कार्य क्षमता में वृद्धि करता है। यह डिप्रेशन एवं एंग्जायटी को शांत करने में भी कारगर है। यह मौर्फ़िन एडिक्शन को दूर करने में भी मददगार साबित हुआ है। इसका उपयोग सिजोफ्रेनिया के मरीजों में बीमारी के सिम्टम्स और उनकी याददाश्त में सुधार लाने में किया जाता है।
यह दिमागी तनाव में कमी लाने के लिए भी प्रभावी औषधि है। यह मस्तिष्क संबंधी बीमारियों में वैकल्पिक उपचार के तौर पर बेहद कारगर औषधि मानी जाती है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा करता है:
एक शोध के अनुसार इसका उपयोग अनेक संक्रामक रोगों से मुक्ति दिलाने में फायदेमंद हो सकता है। यह संक्रामक रोगों को फैलाने वाले वायरस का मुकाबला करने के लिए शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करता है। यह शरीर को संक्रमण का मुकाबला करने में मदद करता है।
बढ़ती उम्र के दुष्प्रभावों से सुरक्षा प्रदान करता है:
इसका सेवन बढ़ती उम्र के दुष्प्रभावों से बचाता है। इसमें विद्यमान जिंसेनोसाइड वृद्धावस्था में पाए जाने वाले अनेक विकारों को दूर करता है। यह एंटी एजिंग औषधि के रूप में मानी जाती है।
त्वचा संबंधी रोग:
एक शोध के मुताबिक रेड जिनसेंग त्वचा संबंधी अनियमितताओं जैसे रौनक विहीन त्वचा, दाग धब्बे, झुर्रियों, डार्क स्पॉट्स, झाइयों, लकीरों के लिए प्रभावशाली सिद्ध हो सकता है। इसका उपयोग दमकती हुई, साफ़ त्वचा सुनिश्चित करता है।
डायबिटीज मैं राहत प्रदान करता है:
टाइप 2 डायबिटीज के रोगी में भोजन करने से पहले जिनसेंग का सेवन भोजन के उपरांत रक्त में ब्लड ग्लूकोज़ के स्तर को नियंत्रित करता है। इसमें मौजूद जिंसेनोसाइड्स इंसुलिन उत्पादन में वृद्धि करते हैं। जिन्सेंग में ग्लूको रेगुलेटरी गुण भी होते हैं।
वजन घटाने में सक्षम:
जिनसेंग का सेवन पाचन क्रिया को सशक्त करता है। यह शरीर में अतिरिक्त फैट इकट्ठा नहीं होने देता। परिणाम स्वरूप वजन कम होने में सहायता मिलती है।
बालों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद:
यह बालों के लिए एक स्वास्थ्यप्रद जड़ी बूटी है। इसका सेवन बालों की जड़ों को मजबूत करते हुए उनकी बढ़वार सुनिश्चित करता है। स्कैल्प का स्वास्थ्य बनाए रखता है। इसमें विद्यमान जिंसेनोसाइड बालों के झड़ने की रोकथाम करता है।
महिलाओं के मासिक धर्म के दर्द में राहत पहुंचाता है:
कुछ स्त्रियों को मासिक धर्म के दौरान कमर, पेट दर्द, पेट में ऐठन की शिकायत रहती है। ऐसी स्थिति में जिनसेंग का सेवन इन समस्याओं से राहत प्रदान करता है। मासिक धर्म संबंधित समस्याओं के लिए रेड जिंसेंग कारगर साबित हुआ है।
जिनसेंग पुरुष यौन रोगों के उपचार में:
पुरुष यौन रोगों के लिए यह एक अत्यंत फायदेमंद जड़ी बूटी है। इसके सेवन से यौन शिथिलता की समस्या ठीक होती है। यह पुरुषों की कामेच्छा में वृद्धि करने में सहायक होता है। इसका उपयोग पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के स्तर में वृद्धि करने के लिए किया जाता है। टेस्टोस्टेरोन पुरुषत्व बढ़ाने वाला हार्मोन होता है।
कैंसर रोग में प्रभावी:
जिनसेंग कैंसर के खतरे को कम करता है। एक शोध के अनुसार यह कुछ विशिष्ट कैंसर यथा फेफड़ों, यकृत, कोलन, मुंह, ईसोफ़ेगस, पेट के कैंसर के विकास को रोकता है। कीमोथेरेपी लेने वाले मरीजों की स्वास्थ्य वृद्धि एवं कैंसर की औषधियों के प्रभाव में वृद्धि करने में भी जिनसेंग सहायक सिद्ध हुआ है।
ह्रदय के स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद:
जिनसेंग का सेवन ह्रदय के लिए प्रभावी सिद्ध हुआ है। यह हृदय की कार्यशीलता एवं क्षमता को बढ़ाता है। जिन्सेंग धमनियों को फैलाता है। परिणाम स्वरुप यह हाई ब्लड प्रेशर कम करता है। साथ ही यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर में भी कमी लाता है।
फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए प्रभावी:
जिनसेंग के सेवन से फेफड़ों के बैक्टीरिया संक्रमण में कमी आती है और सिस्टिक विकास बढ़ता है। यह क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पलमोनरी रोग के उपचार में भी प्रभावी साबित हुआ है ।
ऊर्जा में वृद्धि:
आधुनिक व्यस्त जीवनशैली की आपाधापी के चलते थकान होना स्वाभाविक है। एक अध्ययन के अनुसार किसी भी उम्र या जेंडर के लोग थकान से पीड़ित हो सकते हैं। क्रोनिक थकान का संबंध एंग्ज़ाइटी, डिप्रैशन, स्ट्रेस के अतिरिक्त डाइट एवं लाइफस्टाइल से होता है। जिन्सेंग इन सभी समस्याओं का निदान करने में सक्षम है। जिन्सेंग शारीरिक थकान दूर कर शरीर में नई ऊर्जा का संचार करता है। इसलिए यह एक एनर्जी बूस्टर भी माना जाता है।
एंटी इन्फ़्लेमेटरी है:
जिनसेंग एक एंटी ऑक्सीडेंट है। इसमें एंटी इन्फ़्लेमेटरी गुण होते हैं। यह ओक्सीडेटिव स्ट्रेस के विरुद्ध सुरक्षा प्रदान करता है।
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