भारत मे चंद्रग्रहण को प्राचीन काल से ही महत्वपूर्ण माना जाता है, यह वह समय होता है जब सूर्य , पृथ्वी और चंद्रमा के बीच आ जाता है। जो न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से बल्कि वैज्ञानिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना गया है। आइये जानते हैं शास्त्रो के उन नियमो के बारे में जो हमे चंद्र ग्रहण के समय रखी जाने वाली सावधानियों के बारे में बताते हैं।
1. इस अवधि के दौरान प्रेम सम्बंध बनाने से बचना चाहिए। और काम वासना को छोड़कर कर अपना ध्यान ईश्वर की ओर लगाना चाहिए। इस दौरान प्रेम संबंध बनाने वाले महिला पुरुष को नर्क में दुख भोगने पढ़ते हैं।
2. शास्त्र कहते हैं कि गर्भवती महिलाओं को इस अवधि में घर पर ही रहना चाहिए। नहीं तो गर्भस्थ शिशु पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
3. किसी भी धारदार वस्तु का प्रयोग इस समय गर्भवती महिलाओं के लिए वर्जित माना गया है, इस समय ऐसा करने से बच्चे के शरीर मे जन्म से ही कटने के निशान आने का खतरा रहता है।
4. इस अवधि में ज्यादा मसालेदार भोजन से बचना चाहिए और साधारण भोजन करना चाहिए। ये आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होगा ।
5. इस दौरान पवित्र स्थान जैसे मंदिर आदि में बिना नहाए नही जाना चाहिए और तुलसी के पौधे की पत्तियों को खाद्य पदार्थों में डालना चाहिए।
6. अगर किस रत्न आदि को धारण करना चाहते है तो ग्रहण अवधि के बाद ही उसका धारण करना चाहिए। क्योंकि इस अवधि में इनको धारण करना शुभ नही माना जाता है।
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