स्वस्थ शरीर के साथ ही अच्छी स्मरण शक्ति भी बहुत आवश्यक है. आजकल की भागदौड़ और तनाव भरी ज़िन्दगी में चुस्त-दुरुस्त दिमाग का होना और भी जरुरी है.
ये हैं स्मरण शक्ति/ याददाश्त को बढ़ाने के कुछ कारगर तरीके
आज की दौड़ती-भागती दुनिया में अपने आपको मानसिक तौर पर फिट रखना बहुत ही ज़रूरी है. मानसिक कमजोरी व स्मरण शक्ति / याददाश्त में कमी के लिए मुख्य रूप से अनियमित दिनचर्या एवं अनियंत्रित खानपान जिम्मेदार है. मानसिक फिटनेस एवं स्मरण शक्ति को बढ़ाने के लिए हम लाएं है ,कुछ तरीकें जिन्हें आप ज़रूर ट्रार्इ करें-
सात बादामों को रात में काँच के बर्तन में पानी में भिगोकर रख दें. सुबह उनका छिलका उतारकर बारीक पीसकर दूध में मिलाकर उबाले एवं फिर इसमें एक चम्मच घी और दो चम्मच बूरा (या चीनी) डालकर ठंडा करके रोजाना पियें. यह दूध आपकी स्मरण शक्ति / याददाश्त को बढ़ाने में कारगार साबित होगा. इस दूध को पीने के बाद दो घंटे तक कुछ भी न खायें. यदि इस तरह से बादाम लेना संभव न हो तो बादाम पाक को दूध में मिलाकर पीने से भी काफी लाभ होता है.
सौंफ और मिश्री को बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बना लें और इस चूर्ण को दो चम्मच दिन में सुबह और शाम खाने के बाद लेने से आपकी याददाश्त तेज हो जायेगी.
एक चम्मच शंखपुष्पी का चूर्ण दूध के साथ रोजाना सुबह तीन-चार सप्ताह तक लेने से स्मरण शक्ति बढ़ती है और दिमाग की दुर्बलता दूर होती है.
‘ब्राह्मी’ स्मरण शक्ति को बढ़ाने के लिए एक बेहतरीन विकल्प है. इसका एक चम्मच रस रोजाना सेवन करना अत्यंत फायदेमंद है. इसके केवल पत्ते चबाकर खाने से भी आपको फायदा नज़र आएगा.
अखरोट भी याददाश्त बढ़ाने में कारगर है. 20 ग्राम अखरोट और 10 ग्राम किशमिश को प्रतिदिन लेना अत्यंत लाभकारी होता है.
अलसी का तेल एकाग्रता को बढ़ाकर दिमाग को दुरुस्त करता है. इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड्स प्रचुर मात्रा में पाएं जाते हैं. ये स्मरण शक्ति को तेज कर सोचने समझने की क्षमता को भी बढ़ाता है.
दालचीनी का तेल आपके दिमाग को ठंडक पहुंचाता है, जिससे आपका दिमाग शांत होता है. यह तेल कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम कर दिमाग को तेजी प्रदान करता है. यह तेल स्मरण शक्ति / याददाश्त को बढ़ाने में काफी मददगार होता है.
रोजमेरी के तेल में स्मरण शक्ति बढ़ाने के गुण होते हैं. इसकी तेज खुशबू होने के कारण इसे खाना बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इसकी खुशबू दिमाग को जाग्रत करती है, जिसकी वजह से दिमाग की कार्यक्षमता बढ़ जाती है और आप काम पर अच्छी तरह से ध्यान लगा पाते हैं. इसलिए इसे ब्रेन टॉनिक भी कहा जाता है.
उपरोक्त घरेलू नुस्खों को अपनाकर आप आसानी से अपने दिमाग को चुस्त दुरुस्त रख सकतें हैं और रोज़मर्रा के तनाव को दूर रखने में भी कामयाब हो सकते हैं.
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