सर्दी के मौसम में हवा में नमी की कमी की वजह से हमारी स्कैल्प और बाल ड्राई हो जाते हैं, टूटने लगते हैं और दो मुंहे और फ़्रिज़ी हो जाते हैं । इसलिए उन्हें अतिरिक्त केयर की आवश्यकता होती है। जयपुर के आरी स्किन एंड कॉस्मेटिक क्लीनिक की कंसलटेंट डर्मेटोलॉजिस्ट डॉक्टर अनीता विजय, MBBS, MD हमें बता रही हैं कि सर्दी के खुश्क मौसम में बालों को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखने के लिए हमारा हेयर केयर रूटीन कैसा होना चाहिए।
नियमित हेयर केयर रूटीन का पहला स्टेप है, बालों को मॉइश्चराइज करना जिससे उन्हें यथेष्ट नमी मिल सके। बालों को नमी प्रदान करने के लिए हॉट ऑयल ट्रीटमेंट बेहतरीन उपाय है।
हॉट ऑयल ट्रीटमेंट

सर्दियों के मौसम में स्कैल्प और बालों को ठंडी हवाओं के नुकसान दाई प्रभाव से बचाने के लिए आप निम्न तेल लगा सकती हैं:
नारियल तेल:
नारियल तेल बालों के लिए एक बेहतरीन मॉइश्चराइज़िंग एजेंट होता है। यह सर्दियों की खुश्क हवा से हुई ड्राइनेस एवं डैंड्रफ का उत्कृष्ट इलाज है।
वर्जिन ऑलिव ऑयल:
यह भी एक उत्कृष्ट मॉइश्चराइजिंग एजेंट है, और सर्दियों में ड्राई बालों एवं स्कैल्प का बेहतरीन उपचार है।
आलमंड ऑयल (बादाम का तेल):
आलमंड ऑयल में विटामिन E प्रचुर मात्रा में होता है, और यह भी एक बेहतरीन मॉइश्चराइज़िंग एजेंट है।
आंवले का तेल:
यह स्कैल्प को पर्याप्त पोषण देता है और सर्दियों में बालों के गिरने और टूटने की रोकथाम करता है। आप सर्दियों में उपरोक्त किसी भी तेल को गुनगुना करके अपने बालों में लगा सकती हैं।
तेल को गरम करने का तरीका:
- तेल को सीधे गैस पर गर्म न करें, वरन एक बर्तन में पानी लें। उसमें तेल भरी कटोरी रखें और फिर पानी भरे बर्तन को गर्म करें।
- तेल को सीधे गर्म करने से उसके पोषक तत्व कम हो जाते हैं।
- अब अपनी उंगलियों के पोरों से अपनी स्कैल्प में धीरे-धीरे गर्म तेल से लगभग 5 मिनट तक मालिश करें।
हॉट ऑयल ट्रीटमेंट कितनी बार और कब?
यह हॉट ऑयल ट्रीटमेंट सप्ताह में एक बार करें। इसे सदैव रात को करें और अपने बालों में तेल को पूरी रात लगा रहने दें, लेकिन यदि आप जल्दी में हैं तो तेल को आधा घंटा बालों में लगा रहने दें और फिर उन्हें धोएं।
स्टीमिंग
तेल लगे बालों में एवं स्कैल्प की स्टीमिंग करने से तेल उनमें बेहतर ढंग से भिद जाता है और सोख लिया जाता है। स्टीमिंग की गर्माहट से स्कैल्प में रक्त प्रवाह बेहतर होता है, जो बालों की बढ़वार में मदद करता है।
स्टीमिंग विधि:
एक बर्तन में गर्म पानी लें। उसमें नींबू के रस की कुछ बूंदें डाल दें। अब एक तौलिया अथवा नैपकिन उसमें डुबोने के बाद उसे निचोड़ लें और उससे अपने बालों को पूरी तरह से ढक दें।
जब आपको तौलिया थोड़ा ठंडा लगे फिर से ऊपर वाला स्टेप दोहराएं। इस प्रक्रिया को 5 से 10 मिनट तक दोहराने के बाद शैंपू कर लें।
स्टीमिंग कितनी बार:
स्टीमिंग सप्ताह में मात्र एक बार करें ।
वाशिंग (बालों को धोना)

सर्दियों में उपयुक्त शैंपू का चुनाव
ठंड और खुश्क हवाओं की वजह से हमारे बाल और स्कैल्प ड्राई हो जाते हैं। अतः इससे बचने के लिए शैंपू का चुनाव करते वक्त निम्न बातों का ध्यान रखें:
- सर्दी में केमिकल फ्री और बालों के टाइप के अनुरूप मृदु शैंपू चुने ।
- किसी प्रतिष्ठित कंपनी का बेबी शैंपू सर्दी के मौसम के लिए बेहतरीन शैंपू है ।
- सल्फेट और पेराबिन फ्री शैंपू चुने ।
शैंपू करने के कुछ टिप्स:
बालों में शैंपू लगाने से पहले बालों को अच्छी तरह से पानी से भिगो लें। शैंपू को कभी सूखे बालों में न लगाएं।
शैंपू को गीले बालों में लगाने से पहले उसमें थोड़ा सा पानी मिला लें।
बालों को अधिक गर्म पानी से धोना अवॉइड करें। उन्हें मात्र हल्के गुनगुने पानी से धोएं।
सर्दियों में बाल कम धोएं। इस मौसम में सप्ताह में दो बार धोना सही होता है ।
दाना मेथी के पानी से बाल धोना:
रात को थोड़ी दाना मेथी थोड़े पानी में भिगो दें। सुबह इसे छान लें। आपका मेथी पानी तैयार है ।
अब बालों में शैंपू लगाकर सर अच्छी तरह से धो लें। फिर बालों को इस मेथी पानी से 10 मिनट के लिए भीगा रहने दे। फिर बालों को धो कर उनमें कंडीशनर लगा ले।
फायदे:
दाना मेथी पानी के उपयोग से बाल गिरने कम हो जाते हैं और वे स्वस्थ एवं चमकदार बनते हैं।
कंडीशनिंग
बालों में कंडीशनर लगाने से वे मुलायम बनते हैं। सर्दी के मौसम में एक अच्छा पोषण युक्त कंडीशनर बालों में अवश्य लगाना चाहिए।
कंडीशनिंग के कुछ टिप्स:
- आपके कंडीशनर में पोषण युक्त नेचुरल ऑयल्स होने चाहिए।
- हमेशा सिलिकॉन फ्री कंडीशनर चुने।
कंडीशनर कहां लगाएं?
कंडीशनर को लंबे बालों पर ठोड़ी के लेवल से शुरू करते हुए नीचे तक लगाएं। इसे बालों के सिरों पर अच्छी तरह से मलें। स्कैल्प पर कंडीशनर न लगाएं। बालों में कंडीशनर लगाने के बाद उन्हें अच्छी तरह से धो लेना चाहिए। अपने बालों के टाइप के अनुरूप कंडीशनर चुने।
डीप कंडीशनिंग:
सर्दियों में नियमित कंडीशनिंग पर्याप्त नहीं होती। अतः सप्ताह में एक बार किसी अच्छे डीप कंडीशनर से डीप कंडीशनिंग अवश्य करनी चाहिए। इससे बालों की खोई नमी वापिस आती है, बाल मजबूत बनते हैं और विभिन्न ब्यूटी प्रोडक्ट्स और केमीकल्स से बालो को होने वाली क्षति में कमी आती है।
डीप कंडीशनिंग कैसे करें?
- स्कैल्प और बालों के टाइप के अनुरूप डीप कंडीशनर चुने।
- डीप कंडीशनिंग सदैव शैंपू से बाल धोने के बाद अपने बालों के निचले सिरों पर लगाएं।
- डीप कंडीशनर के पैकेट पर लिखे निर्देशों के अनुरूप समय अवधि के लिए डीप कंडीशनर को बालों में लगा रहने दें। फिर सर को हल्के गुनगुने पानी से धो लें। अधिकतर डीप कंडीशनर 30 मिनट अथवा कम समय के लिए बालों में लगाना चाहिए।
डीप कंडीशनिंग के प्राकृतिक उपाय:
सर्दी के मौसम में आप निम्न घरेलू सामग्री से भी डीप कंडीशनिंग कर सकती है ।
शहद और नारियल तेल से डीप कंडीशनिंग:
आधा कप गुनगुना नारियल तेल और आधा कप शहद मिला लें। इस मिश्रण को अपने बालों में 1 घंटे तक लगा रहने दें। फिर अपने बाल धो लें।
बनाना मास्क से डीप कंडीशनिंग:
इससे बालों के फ़्रिजीनेस और टूटने में कमी आती है।
केले का मास्क (बनाना मास्क):
यह बनाने के लिए एक केले को मसल कर उसमें दो या तीन बड़े चम्मच दही मिला लें। अब इसमें दो बड़े चम्मच ऑलिव ऑयल और शहद भी मिला लें। अब इस मिश्रण को 1 घंटे तक बालों में लगा रहने दें और फिर बाल धो लें।
हेयर सीरम का उपयोग

बालों पर सीरम का उपयोग उन्हें चमकदार बनाता है, कम फ़्रिज़ी बनाता है, और बालों पर केमीकल्स, हीट स्टायलिंग और धूप के दुष्प्रभावों में कमी लाता है।
यदि आपके बाल बहुत फ़्रिज़ी हैं या आप नियमित रूप से बालों की हीट स्टायलिंग करती हैं, तो आपको हेयर सीरम का उपयोग अवश्य करना चाहिए। इसका उपयोग अपने बालों को शैंपू से धोने के बाद तनिक नम बालों में करें।
सीरम कैसे और कब लगाएं?
हेयर सीरम की मात्र एक या दो बूंद अपनी हथेलियों पर लें और उन्हें बालों के निचले सिरों पर मलते हुए बालों की आधी लंबाई तक मलें। सीरम को बालों की जड़ों में लगाना अवॉइड करें। इसका उपयोग कंडीशनर लगाने के बाद सर धोने के बाद करें।
hair very curly aur tutay bhee bahut hai koi treatment batyeh kya use karna hai hair kay liye