क्या कंघी करने के बाद उसमें आपके बालों के गुच्छे टूटकर उलझ कर रह जाते हैं या फिर सो कर उठने के बाद आप के तकिए पर बाल ही बाल दिखाई देते हैं। यदि इसका उत्तर हां में है तो इसका मतलब है कि आपके बाल टूट रहे हैं।
आइए जानते हैं बालों के टूटने के क्या कारण हैं?
बाल क्यों टूटते हैं?
- कॉटन के तकियों का उपयोग। कॉटन के तकिए आपके बालों की नमी खींच लेते हैं और वे ड्राई और डल दिखने लगते हैं। तकियों की नमी ऐलर्जेन एवं बैक्टेरिया को भी अपनी ओर खींच लेती है जो आपके बालों को क्षति पहुंचाती है।
- बालों में नमी की कमी और सूखापन।
- बालों को खारे पानी से धोना।
- सर धोने के बाद बालों को टावल में लपेटना।
- बालों को कलर करना।
- बालों को हीट स्टाइल और ब्लो ड्राई करना।
- तनाव:
यदि आप किसी भी तरह के शारीरिक अथवा मानसिक तनाव से गुजर रही हैं तो यह आपके बालों के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है और वे टूटने लगते हैं।
अब हम आपको बालों के टूटने की समस्या से मुक्ति पाने के कुछ घरेलू नुस्खे बताने जा रहे हैं जो उपयोग में बहुत आसान हैं , सुरक्षित हैं और हमारी जेब पर भारी नहीं पड़ते।
विटामिन्स का सेवन:
अपने बालों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए विटामिन सी, डी थ्री एवं बायोटिन का भरपूर सेवन करें।
अपनी डाइट में इन विटामिन्स का समावेश निम्न खाद्य सामग्री को अपनी डाइट में शामिल करके कर सकती हैं।
- साइट्रस फल जैसे नींबू संतरा मौसमी।
- अंडे
- पनीर
- हरी पत्तेदार सब्जियां
अपने डॉक्टर से परामर्श लेकर आप इन विटामिन्स का अतिरिक्त सप्लीमेंट भी ले सकती हैं।
ग्रीन टी:
इसमें मौजूद कैटेकिन बालों की वृद्धि में सहायक होता है और यह एंटीफंगल गुणों के कारण स्कैल्प को इंफेक्शन से बचाता है।
उपयोग विधि:
- 1\2 टेबल स्पून ग्रीन टी पाउडर को 1 टेबल स्पून नारियल तेल में मिलाएं और इस मिश्रण को अपनी स्कैल्प और बालों में मल लें।
- 10 मिनट बाद सर को ठंडे पानी से धो लें। यह प्रक्रिया आप सप्ताह में एक बार अपना सकती हैं।
अंडा:
अंडे की सफेदी में मौजूद प्रोटीन बालों को स्वस्थ और मुलायम रखते हैं और उन्हें टूटने से बचाते हैं।
उपयोग विधि:
- 2 अंडों की सफेदी को 2 टेबलस्पून ऑलिव ऑयल, एक कप दूध और नींबू के रस की कुछ बूंदों में मिला लें।
- इस मिश्रण को अपनी स्कैल्प और बालों में हल्के हाथों से मलें।
- आधे घंटे बाद अपना सर धो लें। इस प्रक्रिया को हर माह 2 से 3 बार अपनाएं।
एलोवेरा जेल:
यह आपकी स्कैल्प को डैंड्रफ से मुक्त रखता है और बालों को टूटने से बचाता है।
उपयोग विधि:
- एलोवेरा और बादाम का तेल बराबर मात्रा में लें और अपनी स्कैल्प और बालों में मल लें।
- 20 से 30 मिनट बाद सर धो लें। यह प्रक्रिया सप्ताह में दो बार अपना सकती हैं।
- लहसुन:
यह आपकी स्कैल्प और बालों को टूटने और फंगल इंफेक्शन से बचाता है और उन्हें स्वस्थ रखता है।
उपयोग विधि:
- 6से 7 लहसुन की कलियों को बारीक कतर कर 100ml नारियल अथवा ऑलिव ऑयल में मिलाकर 1 शीशी में करीब 1 सप्ताह के लिए रख दें।
- अपनी स्कैल्प एवं बालों में यह तेल मलें।
- 1 घंटे बाद सर धो लें। यह प्रक्रिया कम से कम सप्ताह में एक बार अपनाएं।
कढ़ी पत्ता या मीठा नीम:
यह बालों को टूटने से बचाने के अतिरिक्त सफेद बालों की वृद्धि रोकता है और बालों की ग्रोथ को तेज करता है।
उपयोग विधि:
- एक बर्तन में पानी लेकर उसमें कुछ कढ़ी पत्तों को उबाल लें और उबले हुए पानी को ठंडा करके रात भर फ्रिज में रख दें।
- अगली सुबह बालों को कढ़ी पत्ते सहित उबले हुए पानी से धो लें।
- स्कैल्प को अच्छी तरह मसाज कर सादे पानी से धो लें। इस प्रक्रिया को सप्ताह में एक बार अपनाएं।
दही:
दही बालों को नमी प्रदान करता है और उन्हें प्रोटीन से पोषित करता है। इसके उपयोग से बाल चमकदार और मजबूत बनते हैं।
उपयोग विधि:
- अपने बालों में अपनी उंगलियों से दही लगाएं।
- लगभग 1 घंटे बाद सर धो लें।
प्याज का रस:
प्याज का रस बालों की बढ़वार के लिए आश्चर्यजनक रूप से लाभकारी होता है और हमारी स्कैल्प को स्वस्थ रखता है।
उपयोग विधि:
- कसकर या ब्लेंडर से एक प्याज का रस निकाल लें और एक ब्रश की सहायता से यह रस बालों में लगा लें।
- आधे घंटे बाद ठंडे पानी से सर धो लें। इस प्रक्रिया को हर माह अपनाएं।
केले का गूदा:
केले का बालों पर नियमित उपयोग उन्हें टूटने से और डैंड्रफ से बचाता है, उन्हें मुलायम बनाता है और दोमुंहे बनने से रोकता है।
उपयोग विधि:
- अपने बालों को धोकर नम बालों में एक केले का गूदा लगाएं।
- करीब 25 मिनट बाद बालों को धो लें। आप इस प्रक्रिया को 1 सप्ताह तक प्रत्येक दूसरे दिन अपना सकती हैं।
गर्म तेल की मालिश:
इसके लिए आप गर्म नारियल तेल, बादाम तेल, ऑलिव ऑयल या कैस्टर ऑयल में से किसी भी तेल को स्कैल्प और बालों में मल सकती हैं।
नोट:
कैस्टर ऑयल को सदैव बराबर मात्रा में नारियल तेल या ऑलिव ऑयल के साथ मिलाकर लगाएं।
यह प्रक्रिया आपके बालों को जड़ से ऊपर तक नम करेगी, उनकी क्षति की रोकथाम करेगी और इस प्रकार उन्हें आसानी से टूटने से बचाएगी।
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