हमारे गले में एक तितली के आकार की ग्रंथि होती है, जिसे थायराइड ग्रंथि (ग्लैंड) कहतें हैं. यह हमारे मेटाबॉलिज़्म रेट को नियंत्रण करने के लिये हार्मोन्स का स्राव करती है. इस ग्रंथि के अनियमित रुप से कार्य करने से थायराइड हार्मोन्स का स्राव रेट असंतुलित हो जाता है, जिससे मेटाबॉलिज़्म की क्रिया में गड़बडी होने लगती है. इसे ही थायराइड रोग कहतें हैं. आज के समय में यह रोग काफी आम हो गया है, खासकर महिलाएं इस रोग से ज्यादा ग्रसित होती हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए हम आपको इस रोग के लक्षणों के बारे में बता रहे है, जिससे आप इस रोग को आसानी से पहचान कर समय पर इलाज करा सकतें हैं.
यह इस रोग का सबसे सामान्य व आम लक्षण है. वजन बढ़ना दर्शाता है कि थायराइड हार्मोन्स का स्राव सामान्य से कम हो रहा है, इस स्थिति को ‘हाइपोथाइराइडिज्म’ कहतें हैं. वही दूसरी तरफ अगर वजन कम हो रहा है तो इसका मतलब है कि हार्मोन्स का स्राव सामान्य से बढ़ गया है, इस स्थिति को ‘हाइपरथायरायडिज्म’ कहतें हैं. ज्यादातर लोग हायपोथायरायडिज्म से ग्रसित होते हैं.
गर्दन में सूजन आना व इसके आकार में परिवर्तन होना निश्चित ही दर्शाता है कि थायराइड ग्रंथि ठीक से काम नहीं कर रही है. इस कारण खाने को निगलने में परेशानी या आवाज़ में बदलाव हो सकता है. गले में ‘घेंघा’ हायपोथायरायडिज्म या हायपरथायरायडिज्म दोनों में से किसी से भी हो सकता है.
थायराइड हार्मोन्स हमारे शरीर के लगभग हर अंग को प्रभावित करते हैं. यह देखा गया है कि हायपोथायराडिज्म के कारण हृदय गति कम हो जाती है तथा हाइपरथायरायडिज्म के कारण दिल की धड़कन सामान्य से बढ़ जाती है. इससे ब्लड प्रेशर बढ़ने एवं अन्य हृदय संबंधी समस्याओ का खतरा बढ़ जाता है.
थायराइड डिसऑर्डर के कारण ऊर्जा स्तर में काफी गिरावट महसूस होती है, जिससे थकान, अनिद्रा, डिप्रेशन, र्इरीटेशन व बेचैनी आदि समस्याएँ होने लगतीं हैं.
इस रोग का यह एक और आम लक्षण है. यह समस्या हायपोथायराडिज्म या हायपरथायराडिज्म दोनों में से किसी के कारण भी हो सकती है. मगर सही उपचार के बाद बालों का झड़ना बंद हो सकता है.
इस रोग के कारण शरीर की तापमान नियंत्रण क्षमता क्षीण होने लगती है. हायपोथायराडिज्म के कारण सामान्य से अधिक ठंड महसूस होने लगती है, वही हायपरथायराडिज्म अधिक गर्मी का एहसास कराता है.
इनके अतिरिक्त थायराइड के कुछ और सामान्य लक्षण भी है जो इस प्रकार है:
सूखी त्वचा का होना, हाथों में झुनझुनी का होना, कब्ज, मासिकचक्र में अनियमितता, नेत्र संबंधी समस्या का होना व कमजोरी होना आदि है.
तो इन लक्षणों को ध्यान में रखें और ऐसे किसी भी लक्षण को पहचानते ही डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
खूबसूरत और चमकता चेहरा पाने की ख्वाहिश तो हर किसी की होती है लेकिन चेहरे…
मेथी एक ऐसी चीज़ है जो दिखने में छोटी होती है पर इसके हज़ारों फायदे…
यूं तो नवरत्न अकबर के दरबार में मौजूद उन लोगों का समूह था, जो अकबर…
वैसे तो गहरे और चटकदार रंग के कपडे किसी भी मौसम में बढ़िया ही लगते…
डैंड्रफ एक ऐसी समस्या है जो आपके बालों को तो कमज़ोर बनाती ही है, साथ…
हमारी त्वचा बहुत ही नाजुक होती है। यदि इसकी सही तरह से देखभाल नहीं की…