ज़्यादातर महिलाएँ अपनी सुंदरता निखारने के लिए कई तरह के उपाय आज़माती हैं और महँगे ब्यूटी प्रॉडक्ट्स पर काफ़ी पैसा भी ख़र्च करती हैं। लेकिन ये महिलाएँ इस बात से अनभिज्ञ होती हैं कि कई सौंदर्य प्रसाधनों में हानिकारक रसायन पाए जाते हैं जो त्वचा को लाभ देने की बजाय नुक़सान पहुँचाते हैं।
कृत्रिम रसायनों से होने वाले दुष्प्रभावों से बचने के लिए सौंदर्य प्रसाधनों में पेड़-पौधों से मिलने वाले प्राकृतिक तेलों का इस्तेमाल करना चाहिए। एसेंशियल ऑयल्स को रोज़ाना किए जाने वाले ब्यूटी ट्रीटमेंट्स में शामिल किया जा सकता है। आमतौर पर यह बाज़ार में मिलने वाले कई ब्यूटी प्रॉडक्ट्स में पाए जाते हैं। नहाने के साबुन से लेकर बाल धोने के शैम्पू तक में इनका प्रयोग होता है। इनसे सौंदर्य तो बढ़ता ही है, इसके अलावा तनाव भी कम होता है और स्वास्थ्य के लिए भी ये लाभदायक हैं।
एसेंशियल ऑयल ख़ास पौधों से निकाले जाने वाले लिक्विड एक्स्ट्रैक्ट हैं जिनके बेहिसाब फ़ायदे होते हैं।
इनमें ऊँची मात्रा में ऐक्टिव इंग्रेडीएंट्स पाए जाते हैं और इनकी गंध तेज़ होती है। त्वचा और बालों से जुड़ी कई समस्याओं में यह बेहद असरदार है। स्वास्थ्य से जुड़ी कई प्रकार की समस्याओं में भी यह तेल उपयोगी है। हिंदी में इसे आवश्यक तेल कहा जाता है और विशेष रूप से अरोमाथेरपी में इनका प्रयोग किया जाता है।
एसेंशियल ऑयल को त्वचा पर सीधे लगाने की बजाय इसकी कुछ बूँदें किसी माइल्ड कैरीअर ऑयल जैसे नारियल तेल, बादाम तेल में मिलाकर या टोनर, मॉस्चराइज़र, फ़ेस क्रीम, बॉडी लोशन, बॉडी वाश, शैम्पू, फ़ेसपैक इत्यादि में मिलाकर इस्तेमाल करना चाहिए। यहाँ कुछ उपयोगी एसेंशियल ऑयल्स और उनसे मिलने वाले फ़ायदों के बारे में बताया गया है।
अरोमाथेरपी में लैवेंडर ऑयल का प्रयोग सबसे ज़्यादा होता है। इसकी ख़ुशबू मनमोहक होती है और यह स्ट्रेस बस्टर के रूप में असरदार है। इसके अलावा इसमें ऐंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं। इसलिए जलने-कटने या इन्सेक्ट बाइट के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
इस ऑयल के इस्तेमाल से एकाग्रता और ऊर्जा बढ़ती है। यह तनाव से राहत देने में भी कारगर है। इस ऑयल में आयरन, विटामिन बी-6, और कैल्शियम प्रचूर मात्रा में मिलते हैं।
यह ऑयल कील-मुहाँसों से निजात दिलाने में बेहद असरदार है। यह चेहरे पर ऑयल बैलेंस भी करता है और इसमें एंटी-एजिंग गुण भी मौजूद हैं। इसलिए यह त्वचा को कोमल बनाने के साथ-साथ झुर्रियाँ कम करने में भी कारगर है।
इसमें ऐंटी-इंफ्लेमेटरी, ऐंटी-माइक्रोबियल, ऐंटी-टैनिंग, ऐंटी-वाइरल, ऐंटीऑक्सिडेंट जैसे अनेक गुण होते हैं। यह अनिद्रा की बीमारी में कारगर है। एकाग्रता बढ़ाने और नसों को राहत देने के लिए चंदन के तेल का उपयोग किया जा सकता है।
पूजा-अर्चना व अन्य धार्मिक क्रियाकलापों में भी इस तेल का उपयोग किया जाता है। फ़ूड-ग्रेड ऑयल की कुछ बूँदे खाने की चीज़ों में मिलाकर इसका सेवन किया जा सकता है। यह ब्रॉंकायटिस, डायरिया, फ़ीवर, हाई बीपी, यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फ़ेक्शन, सोर थ्रोट व अन्य कई बीमारियों में असरदार है। यह सेक्स ड्राइव और शरीर की ऊर्जा बढ़ाने में मददगार है। यह पुरुषों में होर्मोनल इमबैलेन्स की समस्या से छुटकारा दिलाता है।
यह ऑयल त्वचा के लिए बेहद फ़ायदेमंद है। ऑयली स्किन वालों के लिए यह तेल वरदान साबित हो सकता है। इसमें ऐंटीफ़ंगल और ऐंटीबैक्टीरीयल गुण होते हैं, इसलिए इसके इस्तेमाल से कील-मुहाँसों से निजात मिलती है।
यह तनाव कम करता है और शरीर की नसों व दिमाग़ को राहत देता है। यह महिलाओं की प्रजनन क्षमता बढ़ाने में कारगर है। नीलगिरी का तेल महिलाओं में सर्वाइकल म्यूकस बढ़ाता है और यूटरिन फ़ाइब्रोइड, सर्वाइकल व प्रोस्टेट इन्फ़ेक्शन से सुरक्षित रखने में सहायक है।
यह ऑयल अपने ऐंटी इन्फ़्लैमेटरी गुण के कारण महिलाओं के मासिक धर्म को नियमित करने और पीरियड के दर्द को कम करने में मददगार है।
यह ऑयल हर तरह की स्किन को कंडिशन करता है और ऑयल बैलेन्स करता है।
मुहाँसों या अन्य कारणों से त्वचा पर जो दाग़-धब्बे हो जाते हैं वह जल्दी ठीक नहीं हो पाते हैं। इनके ऊपर लेमनग्रास ऑयल बेहद असरदार है। इसे गुलाबजल या सादे पानी में मिलाकर टोनर की तरह भी लगाया जा सकता है।
इस ऑयल को स्वास्थ्य लाभ के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसकी एक बूँद जूस में मिलाकर पीने से पाचन संबंधी समस्याओं, गैस, और खट्टी डकार से राहत मिलती है। हेयर ऑयल में इसकी कुछ बूँदें मिलाकर सिर में मालिश करने से बालों का झड़ना कम होता है। इससे बालों में कालापान भी आता है और बालों के असमय सफ़ेद होने की समस्या में भी लाभ मिलता है।
यह ऑयल दिमाग़ के कार्य करने की क्षमता को बढ़ाता है। यह स्ट्रेस को भी दूर करता है और स्मरण शक्ति को बढ़ाने में मददगार है। इसकी कुछ बूँदें ऐंटी-सेल्युलायट स्क्रब, क्रीम, या पैक में भी मिलाकर लगायी जा सकती हैं।
यह तेल आर्थ्राइटिस की बीमारी में असरदार है। इससे जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है। स्किन के अल्सर को दूर करने में भी इसका प्रयोग किया जाता है। कील-मुहाँसों से छुटकारा और चेहरे पर निखार के लिए भी यह उपयोगी है।
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