हम सबने अपने बचपन में अपनी माँ-चाची-ताई को रसोईघर में पसीने से तरबतर होकर कुछ न कुछ पकाते देखा होगा। समय के साथ कच्ची अंगीठी की जगह धीरे-धीरे गैस और फिर आधुनिक इलेक्ट्रोनिक गैजेट्स ने ले ली लेकिन पसीने बहाती नारियों की तस्वीर नहीं बदली। आज भी गर्मी हो या बरसाती उमस में रसोईघर में जाते ही पसीने के झरने बहने लगते हैं और जेल से छूटने वाले कैदी की भावना लेकर हम जल्दी से जल्दी रसोईघर से बाहर जाना चाहते हैं। हालांकि कुछ आधुनिक रसोईघरों में ऐसी लगवाकर या छोटा पंखा लगाकर इस परेशानी का हल ढूँढने की कोशिश ज़रूर करी है, लेकिन फिर भी इसका हल स्थायी रूप से नहीं निकल पाया है।
तो आइये हम आपको बताते हैं गर्मी के मौसम में रसोईघर को ठंडा रखने के कुछ अनोखे तरीके, जो इस प्रकार हैं:
खिड़की
कुछ समय पहले तक रसोईघर किसी न किसी बड़े बरामदे में बनाया जाता था जिससे तड़के और छौंक का धुआँ आसानी से रसोई से बाहर निकल जाता था। लेकिन आज घरों के आकार के साथ ही रसोई घर भी छोटे आकार और बंद कमरों वाले बनते हैं। इसलिए आपको अपनी रसोई में एक छोटी या बड़ी खिड़की का इंतेजाम तो ज़रूर करना होगा। इससे रसोई घर में उठने वाला धुआँ आसानी से बाहर निकल जाएगा।
हवा का आवागमन
रसोईघर में हवा के आगमन के दो तरीके होते हैं, एग्ज़ॉस्ट फैन और खिड़कियाँ। एग्ज़ॉस्ट फैन रसोई की गरम हवा को बाहर फेंकता है और खिड़कीयों से ताज़ी और ठंडी हवा अंदर आती है। तो इस हवा का आना-जाना सही तरीके से होता रहे इसके लिए ज़रूरी है कि एग्ज़ॉस्ट फैन और खिड़कीयों की सफाई ठीक तरीके से और नियमित रूप से होती रहे। खिड़की की जाली पर जमी धूल मिट्टी और एग्ज़ॉस्ट फैन पर जमी मैल और चिकनाई हवा के इस आवागमन को रोक सकती है।
रसोई में अगर पर्याप्त जगह है और संभव है तो आप दो खिड़कियाँ रखिए। ये खिड़कियाँ विपरीत दीवार पर होनी चाहिए। तकनीकी भाषा में इसे क्रॉस वेंटीलेशन कहाँ जाता है। जिससे एक खिड़की से हवा थाडी हवा अंदर आती है और कमरे में घूम कर गर्म होती हुई दूसरी से बाहर चली जाती है।
खुले स्थान का उपयोग
अगर आपकी रसोई के बाहर कोई खाली जगह जैसे बाल्कनी या बरामदा है तो आप रसोई को ठंडा रखने का सरल उपाय कर सकती हैं। आप उस जगह में एक छोटा पंखा या कूलर लगा कर उसकी हवा को रसोई में आने का मौका दे सकती हैं। इससे न तो आपकी गैस को सीधी हवा लगेगी और न ही रसोई में गर्मी का माहौल बना रहेगा।
इलेक्ट्रोनिक गैजेट्स
रसोईघर में इलेक्ट्रोनिक गैजेट्स जैसे फ्रिज, माइक्रोवेव और ओवन आदि जहां एक ओर काम में सुविधा देते हैं, वहीं दूसरी ओर गर्मी बढ़ाने का मुख्य कारण भी बनते हैं। फ्रिज के पीछे और माइक्रोवेव और ओवन के अंदर से निकलने वाली वाली गर्मी, रसोईघर का तापमान बढ़ाने के लिए काफी होती है। इसलिए आप अगर हो सके तो फ्रिज को रसोईघर से बाहर ही रखें। इसके साथ ही संभव हो तो माइक्रोवेव और ओवन का प्रयोग न करें या कम से कम करें। इससे प्राकृतिक रूप से रसोईघर की गर्मी भी कम हो सकेगी।
दीवारों के रंग
जैसे कहा जाता है कि “हर दीवार कुछ कहती है”, रसोईघर की दीवार पर भी यह बात लागू होती है। घर में पेंट करवाते समय रसोईघर की दीवारों और स्ट्रोरेज कैबिनेट्स पर हल्का रंग, सफेद या क्रीम रंग ही करवायें। गहरे, काले, नीले या भूरे रंग प्राकृतिक रूप से गरम होते हैं और गर्मी का कारण भी बनते हैं।
हरियाली की ठंडक
किचन गार्डन लगाने के लिए आपको बहुत बड़े बाग या खुले स्थान की हर समय ज़रूरत नहीं होती है। खिड़की में रखा या एक छोटे गमले में लगा मनीप्लांट या धनिया का पौधा जहां एक ओर आँखों को ठंडक देगा वहीं प्राकृतिक ठंडक को भी बनाए रख सकता है। इसलिए आप अपनी सुविधा और ज़रूरत के अनुसार रसोईघर में हरियाली को स्थान दे सकती हैं।
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