सभी महिलाएँ अपनी त्वचा और बालों की सुंदरता बढ़ाने के लिए काफ़ी जतन करती हैं। सुंदरता निखारने के लिए जहाँ आजकल महिलाएँ महँगे प्रॉडक्ट्स यूज़ करती हैं और ब्यूटी पार्लर जाती हैं, वहीं प्राचीन समय में त्वचा से लेकर बालों तक को निखारने के लिए महिलाएँ प्राकृतिक चीज़ों का उपयोग करती थीं। दक्षिण भारत के तो ऐसे कई प्राचीन ब्यूटी सीक्रेट्स हैं जिन्हें आज़माकर कोई भी महिला अपना सौंदर्य कई गुना बढ़ा सकती है।
आज हम आपके साथ बालों के तेज़ी से विकास के कुछ प्राचीन दक्षिण भारतीय सीक्रेट साझा करेंगे।
नारियल
ज़्यादातर लोग जानते हैं कि दक्षिण भारत में नारियल की उपज और खपत बहुत ज़्यादा होती है। दक्षिण भारत में नारियल तेल का इस्तेमाल कुकिंग ऑयल के रूप में भी बहुत ज़्यादा होता है। लेकिन यहाँ यह सिर्फ़ खाना बनाने के लिए ही नहीं बल्कि प्राकृतिक रूप से त्वचा और बालों की सुंदरता बढ़ाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। नारियल की गिरी और पानी का सेवन करने से त्वचा और बालों के अलावा सेहत पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है।
दक्षिण भारतीय महिलाएँ बालों को बढ़ाने के लिए नारियल तेल से सिर में मसाज़ करना पसंद करती हैं। इसके अलावा वे शैम्पू के बाद 15-20 मिनट के लिए सिर और बालों में नारियल का दूध लगाकर भी रखती हैं जिससे बालों को पोषण और नमी मिलती है।
करी पत्ता
हम सभी को पता है कि दक्षिण भारतीय व्यंजनों में कड़ी पत्ता का बहुत ज़्यादा उपयोग होता है। यह सिर्फ़ खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए ही नहीं होता बल्कि करी पत्ता के बहुत सारे हेल्थ बेनीफ़िट्स भी होते हैं। बालों के लिए भी करी पत्ता बेहद फ़ायदेमंद है। करी पत्ता में भरपूर मात्रा में विटामिन ए, बी, सी, और ई मौजूद होता है। इसलिए जहाँ इसके सेवन से बाल मज़बूत होते हैं वहीं इसके हेयर पैक से भी बालों को चमक और पोषण मिलता है। इसलिए प्राचीन समय से हीदक्षिण भारतीय महिलाएँ बालों में करी पत्ता का हेयर पैक लगाती आई हैं।
करी पत्ता का हेयर पैक बनाने और इस्तेमाल करने की विधि
- मुट्ठी भर करी पत्ता लें और उसमें 3-4 चम्मच दही मिलाएँ। इस मिश्रण को मिक्सर में पीसकर पेस्ट बना लें। अगर ज़रूरत हो तो पेस्ट को पतला करने के लिए इसमें थोड़ा पानी या थोड़ा और दही मिला लें।
- इस पेस्ट को बालों की जड़ों से सिरों तक अच्छी तरह लगा लें। इसे आधे से एक घंटे तक बालों में लगा रहने दें। इसके बाद शैम्पू कर लें।
रीठा
बालों को मज़बूत बनाने और चमक बढ़ाने के लिए दक्षिण भारत में रीठे के इस्तेमाल का भी प्रचलन है। यह बालों को गहराई से क्लींज करता है और जड़ों को पोषण देने के साथ-साथ बालों की डीप कंडीशनिंग भी करता है। इसलिए रूखे, बेजान बालों के लिए रीठा एक वरदान है। केमिकल ट्रीटमेंट और कास्मेटिक प्रॉडक्ट्स के ज़्यादा इस्तेमाल के कारण कई बार बाल डैमिज हो जाते हैं। ऐसे में रीठा लगाने से बालों में जान और प्राकृतिक चमक फिर से लौट आती है।
रीठा को इस्तेमाल करने का तरीका
- एक या दो कटोरी रीठा लें और इसमें लगभग आधी मात्रा में पानी मिलाएँ। रीठे को पानी में रातभर डुबाकर रखें। इस मिश्रण को अगली सुबह आग पर तब तक उबालें जब तक मिश्रण का पानी आधा ना हो जाए।
- इस मिश्रण के ठंडा होने के बाद इसे बालों की जड़ों से लेकर बालों के सिरों तक लगाकर आधे घंटे के लिए ऐसे ही लगा रहने दें।
- इसके बाद सादे पानी या हल्के गुनगुने पानी से धोकर बाल साफ़ कर लें।
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