भारतीय मसाले ऐतिहासिक समय से ही मशहूर है। इनका स्वाद और मन लुभावनी खुशबु शायद ही कोई भुला पाये। लेकिन क्या आप जानते है कि गरम मसाले सिर्फ खाने के लिए ही नहीं बल्कि और भी कई औषधिक गुणों से भरपूर है। आइए तेजपत्ते के ऐसे ही कई गुणों के बारे में विस्तार से जानते है।
चेहरे पर दाग हो या मुँहासे हो तो तेजपत्ते का लेप लगाएँ या फिर उसे उबालकर उसके पानी से चेहरा धोये। तो आपका चेहरा एकदम साफ़ हो जायेगा। कपड़ो के बीच अगर तेजपत्ता रख दिया जाये तो ऊनी और महंगे रेशमी, सूती कपड़ो में कीड़े नहीं लगेंगे। यही नहीं ये अनाज को भी कीड़ो से बचाएगा।
अगर सिर में जुएँ है, तो तेजपत्ते को एक गिलास पानी में तब तक उबाले जब तक वो पानी आधा ना हो जाये। अब इस पानी सर की मालिश कर ले सब जुएँ खत्म हो जायेगी।
वैज्ञानिको के अनुसार, तेजपत्ता एंटी इंफ्लामेट्री होता है। जिससे अगर मिर्गी (एपिलेप्सी ) वाले मरीज को इसका धुँआ दिया जाये तो वह ठीक हो जायेगा।
तेजपत्ते में एक “परथानोलिडे” नामक यौगिक होता है। जो माइग्रेन के इलाज में बहुत उपयोगी है। तेज पत्ता शरीर में इंसुलिन बनने की प्रक्रिया को सन्तुलित करता है, जो डायबटिस के मरीजो के लिए लाभदायक है। पेट में होने वाले अल्सर के प्रभाव को कम करने में भी तेजपत्ता बहुत लाभदायक है। इसमें एंटी ओक्सिडेंट गुण होता है, जिसे भूख न लगने या खाने में अरुचि है, वो अगर तेज पत्ते का सेवन करे तो उनके लिए बहुत फायदेमंद है।
पुराने ज़माने में इसे गर्भपात करने के लिए एक मेहत्वपूर्ण औषधी माना जाता था। अगर तेजपत्ते का काढ़ा बनाकर पिया जाये तो पेट फूलना, उबकाई (Nausea) आदि में लाभ मिल जायेगा।
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