कांजीवरम साड़ी विशेष प्रकार की रेशम की साड़ी है, जो तमिलनाडु के कांचीपुरम क्षेत्र में बनाई जाती हैं। इसलिए इन्हें कांचीपुरम सिल्क साड़ियाँ भी कहा जाता है। दक्षिण भारत में जब भी कोई विवाह होता है, तब दुल्हनें कांजीवरम साड़ियाँ ही पहनती हैं। इन साड़ियों की एक विशेषता-सूचक है इनकी चौड़ी पट्टियाँ, जो साड़ी के प्रमुख रंग से भिन्न एक रंग में होती हैं। जो कांजीवरम साड़ी बिलकुल शुद्ध तरीके से निर्मित होती हैं, उनमें साड़ी की यह बार्डर पट्टी अलग से बुनी जाती है और फिर इसे साड़ी के साथ जोड़ा जाता है।
जैसा कि हमने कांजीवरम साड़ी के विशेषता सूचक के बारे में ऊपर लिखा, वो आपको इस पहले डिजाइन में ही दिख जाएगा।
कांचीपुरम में साड़ियों को बनाने की कई अलग-अलग तकनीकें हैं। इनमें से एक है कोरवई। जैसे लखनऊ की जरदोज़ी कला में सुनहरे धागों का प्रयोग होता है, कुछ वैसा ही इस तकनीक में भी होता है। साड़ी शुद्ध रेशम से बनाई जाती है। जैसे कि यह साड़ी – इसे रेशम के लाल धागों से बुना गया है और फिर कोरवई तकनीक का इस्तेमाल कर इसकी सुंदरता पर चार चाँद लगाए गए हैं।
कांजीवरम साड़ियों में आपको नारंगी रंग का प्रयोग खूब दिखेगा। पर ज़्यादातर गहरे नारंगी रंग के धागों का प्रयोग ज्यादा होता है। पर इस साड़ी में हल्के नारंगी रंग का प्रयोग हुआ है।
तमिल नाडु की दुल्हनें कुछ इस तरह से सजती हैं कांजीवरम साड़ी में। और हाँ, ढेर सारे सोने के गहनों के साथ।
अब देखिये सुनहरे और गुलाबी रंगों के सुंदर मिश्रण वाली इस साढ़े पाँच गज की कांजीवरम साड़ी को। अगर आपने रेखा की फिल्में देखीं हैं, तो आपने जरूर उनको इस तरह की साड़ियों में देखा होगा।
नीता लुल्ला भारत के सबसे जानेमाने फ़ैशन डिजाइनरों में से एक हैं। यह खूबसूरत कांजीवरम साड़ी और ब्लाउज़ की जोड़ी उन्हीं की रचना है।
शादी में शरीक होने के लिए कांजीवरम साड़ी तलाश रहीं हैं, तो आपकी यह तलाश इस साड़ी पर समाप्त हो सकती हैं। हरे रंग की यह सिल्क साड़ी वैडिंग वियर के लिए एक उत्तम चॉइस रहेगी।
रंगों की बौछार दिखेगी आपको इस बेहद ही प्यारी कांजीवरम साड़ी में। कुछ हाफ एंड हाफ स्टाइल में डिजाइन की गयी इस साड़ी में नीले, हरे और पीले रंगों के ढेर सारे शेड्स का सुंदर मेलजोल। पारंपरिक कांजीवरम साड़ी के मूलभूत ढांचे से जरा हटकर डिजाइन की गयी है यह साड़ी – जाइए कि इसकी बार्डर पर आपको चौड़ी पट्टी नजर नहीं आएगी। साँवली त्वचा पर क्या खूब फबेगी यह साड़ी! ( त्वचा सांवली है? सलोनी दिखने के लिए ऐसे करें कपड़ों की शॉपिंग)
रानी कलर वाली इस दमकती साड़ी पर ब्रोकेड फैब्रिक का इस्तेमाल हुआ है। पार्टी वियर के लिए एक आकर्षक चॉइस बन सकती है यह साड़ी।
पीच कलर वाली इस कांचीपुरम सिल्क साड़ी पर है नेवी ब्लू कलर की चौड़ी बार्डर। बार्डर पर अंकित किए गए हैं सुनहरे रुद्राक्ष। जिन महिलाओं को बहुत भारी-भरकम साड़ियाँ नहीं पसंद पर किसी विशेष मौके पर पहनने के लिए एक शौम्य साड़ी चाहिए, उनके लिए यह साड़ी उत्तम रहेगी।
हमने ऊपर भी आपको कोरवई तकनीक से तैयार की गयी एक बेहद सुंदर कांजीवरम साड़ी आपके समक्ष पेश की थी। अब प्रस्तुत है उसी तकनीक से डिजाइन की गयी एक और साड़ी – इस बार सिम्पल एलीगेंट अंदाज़ में।
हल्का पर्पल शेड और हल्का गोल्डन शेड, इन दो शेड्स का प्रयोग कर बनी है यह अगली साड़ी। अपनी किसी दक्षिण भारतीय सहेली के विवाह में शरीक हो रहीं हैं, तो आप यह साड़ी या इस तरह के स्टाइल वाली कोई अन्य कांजीवरम साड़ी पहन सकती हैं। आपको देख खुश हो जाएगी आपकी सहेली।
रूबी की अंगूठी आपने शायद पहनी होगी या फिर किसी और की उंगली पर जरूर देखि होगी। उसी रत्न के रंग वाली है आज की हमारी यह फाइनल साड़ी। लग रही है न बेहद खूबसूरत?
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