कोरोना संक्रमण के प्रसार के कारण अभी छात्रों के पास पढ़ाई जारी रखने के लिए ऑनलाइन कक्षाएँ ही एकमात्र विकल्प है। जिन बच्चों के माता-पिता आर्थिक रूप से समर्थ हैं, उनके पास तो स्मार्टफ़ोन उपलब्ध है, लेकिन स्मार्टफ़ोन की अनुपलब्धता आर्थिक रूप से असमर्थ अभिभावकों के बच्चों के लिए बड़ी परेशानी है। ऐसे में बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद और चंडीगढ़ के उनके व्यापारी मित्र करण गिल्होत्रा ने ऐसे जरूरतमंद छात्रों की मदद करने की पहल की है। इस क़दम के पीछे उद्देश्य यही है कि बच्चे अपने घर पर रहते हुए भी ऑनलाइन पढ़ाई जारी रख सकें।
जब लोग कोरोना वायरस के कारण फैली महामारी के शुरुआती दौर से जूझ रहे थे, तब बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद मसीहा बनकर सामने आए और ज़रूरतमंदों की मदद की। उन्होंने हज़ारों प्रवासी मज़दूरों को उनके घर पहुँचाकर समाजसेवा की। लॉकडाउन के दौरान बॉलीवुड अभिनेता समाजसेवा के कार्यों में काफ़ी सक्रिय रहे हैं और लोगों की मदद करते रहे हैं। उन्होंने हजारों प्रवासी कामगारों को बसों, विशेष ट्रेनों और चार्टर्ड उड़ानों की व्यवस्था करके घर तक पहुँचने में मदद की है। सूद ने उन लोगों की भी मदद की है जिन्होंने सोशल मीडिया पर उनसे संपर्क किया है।
अब इस बॉलीवुड ऐक्टर ने हरियाणा के पंचकूला में मोरनी क्षेत्र के कोटी गाँव के बच्चों की मदद के लिए 25 अगस्त को स्मार्टफ़ोन बाँटकर फिर से दरियादिली की मिसाल पेश की है। ये बच्चे मोरनी में सरकारी सीनियर सेकंडेरी स्कूल के छात्र हैं। स्मार्टफ़ोन की अनुपलब्धता के कारण ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे बच्चों के विषय में एक पत्रकार द्वारा विस्तृत रिपोर्ट मिलने के बाद सूद ने यह क़दम उठाया। फ़िलहाल 14 बच्चों को स्मार्टफ़ोन उपलब्ध करा दिए गए हैं। स्कूल के 20 प्रतिशत विद्यार्थियों को फ़ोन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है।
हाल ही में सोनू सूद का ट्विटर पर एक वीडियो वायरल हुआ है। इसमें हैप्पी न्यू ईयर अभिनेता वीडियो कॉल के ज़रिए बच्चों से बात कर रहे हैं। वीडियो में मोरनी के स्कूल की बिल्डिंग और छात्र भी दिख रहे हैं। एक पत्रकार द्वारा ट्वीट पर अभिनेता ने जवाब दिया, “इन बच्चों के लिए अब और यात्रा नहीं है, कल उनके पास अपने स्मार्टफोन होंगे।” बच्चों से बातचीत की वीडियो को साझा करते हुए ऐक्टर ने कैप्शन में लिखा है, “सभी छात्रों को अपनी ऑनलाइन कक्षाओं में भाग लेने के लिए स्मार्टफोन प्राप्त होते देखने के साथ मेरे दिन की एक शानदार शुरुआत”।
यह पहली बार नहीं है जब दबंग अभिनेता ने ग़रीब, असमर्थ छात्रों की मदद की है। इससे पहले भी उन्होंने हिमाचल प्रदेश में एक परिवार की मदद की, जिन्हें अपने बच्चों की ऑनलाइन कक्षाओं के लिए स्मार्टफोन खरीदने के लिए अपनी गाय, अपनी आय के एकमात्र स्रोत को बेचना था।
कोरोनावायरस की महामारी के कारण हमारे समाज में कुछ हद तक एक डिजिटल विभाजन की स्थिति देखी जा सकती है। कोरोना के ख़तरे के कारण शिक्षा को ऑनलाइन शिफ्ट कर दिया गया है। इसलिए अब उन लोगों के लिए शिक्षा प्राप्त करना मुश्किल हो गया है जिनके पास फ़ास्ट इंटरनेट या स्मार्टफोन जैसी आधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध नहीं हैं।
भारत में स्कूल और अन्य शैक्षणिक संस्थान कोरोना महामारी के कारण मार्च से ही बंद हैं। हाल ही में ऐसी ख़बरें भी सुनने को मिली हैं कि अक्टूबर से स्कूल फिर से खोले जा सकते हैं। लेकिन ये प्रस्ताव अभी शुरुआती चरणों में ही हैं। इसलिए स्कूलों के खुलने के विषय में अभी दावे के साथ कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।
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