स्वास्थ्य

शतावरी चूर्ण के लाभ

शतावरी आयुर्वेद की एक ऐसी प्राकृतिक व चमत्कारिक औषधि है, जो हमें कई प्रकार की शारीरिक समस्‍याओं व रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करती है। यह महिलाओं को मासिक धर्म से लेकर बाँझपन तक की समस्याओं से निजात दिलाने में सहायक होती है। वहीं पुरुषों में वीर्य संबंधी परेशानियों को भी दूर करती हैं। इसी को ध्‍यान में रखतें हुए हम आपको शतावरी चूर्ण के गुणकारी असर के बारे में यहॉ बता रहें हैं।

 

यह भारी प्रकृति वाला पौधा हैं। यह शीतल व स्वाद में कड़वी-मीठी होती हैं। शतावरी का निम्न बीमारियों में औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता हैं। यह पित्त का नाश करने वाली, पुरुषों में शक्ति प्रदान करने वाली, वीर्य को बढ़ाने वाली , स्त्रियों के स्तनों में दूध बढ़ाने वाली, आँखों की ज्योति बढ़ाने वाली , बुद्धि को बढ़ाने वाली, जल्दी पचने वाली, अतिसार, स्नायु रोग का नाश करने वाली, स्निग्ध, कामोद्दीपक, यकृत, गुर्दे की बीमारियों में लाभदायक है।

•  जो महिलायें नई-नई माँ बनी हैं और उनके स्तनों में दूध न बनने की समस्या हो रही हो तो  उन्हें ५ ग्राम  शतावरी का चूर्ण गाय के दूध के साथ पीना चाहिए। ऐसा करने से स्तनों में दूध न आने की समस्या समाप्त हो जाती है।

• जिन्‍हें बहुत अधिक खाँसी आती हैं। उनको १।५ शतावरी का चूर्ण, २।५ वासा के पत्तों का रस मिश्री के साथ मिलाकर खाना चाहिए, ऐसा करने से खांसी में तुरंत आराम मिलता हैं।

 

• जिन्‍हें भी पेशाब से खून आने की समस्या होती है, उन्हें शतावरी का चूर्ण एक कप दूध में डालकर अच्छे से उबालकर व शक्कर मिलाकर सुबह-दोपहर-शाम को पीना चाहिए।  ऐसा करने से उन्हें पेशाब से खून आने की समस्या में तुरंत आराम मिलता है।

 

• नपुंसकता को दूर करने के लिए अश्वगंधा, शतावरी, सफ़ेद मुसली, कौंच के बीज का चूर्ण बनाकर  गाय के दूध के साथ पीना चाहिये ।

 

• जोड़ों में दर्द होने की परेशानी में अश्वगंधा, शतावरी एवं आमलकी का चूर्ण इन तीनों को मिलाकर खाने से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है।

•   मुलेठी चूर्ण, अश्वगंधा चूर्ण ५-५ ग्राम लेकर उसमें थोड़ा सा घी मिलाकर चाट लें। फिर ऊपर से एक ग्लास दूध में  मिश्री मिलकर पी लें। यह उपाय लगातार ६० दिनों तक करने से आपका शरीर बलवान होता हैं और पुरुषों के शुक्राणुओं से सम्बंधित सारी परेशानी भी दूर होती हैं।

 

• जुकाम होने पर शतावरी का चूर्ण १० ग्राम, पीसी हुए काली मिर्च के साथ खाने से जुकाम ठीक हो जाता है।

 

• २० ग्राम शतावरी और २० ग्राम पीपर का चूर्ण मिलकर रख लें। अब इस चूर्ण को 5 ग्राम की मात्रा में सुबह-शाम लेने से वात रोग ठीक हो जाते हैं।

 

 

रेखा सिंह

View Comments

Recent Posts

चेहरे पर होने वाले छोटे-छोटे पिंपल्स को ठीक करने के घरेलू उपाय

खूबसूरत और चमकता चेहरा पाने की ख्वाहिश तो हर किसी की होती है लेकिन चेहरे…

2 वर्ष ago

मेथी से बनी हुई नाइट एंटी-एजिंग क्रीम – क्रीम एक, फायदे अनेक

मेथी एक ऐसी चीज़ है जो दिखने में छोटी होती है पर इसके हज़ारों फायदे…

2 वर्ष ago

कुणाल कपूर के अंदाज में बनी लजीज रेसिपी नवरत्न पुलाव रेसिपी

यूं तो नवरत्न अकबर के दरबार में मौजूद उन लोगों का समूह था, जो अकबर…

2 वर्ष ago

सर्दियों के लिए ख़ास चुने हुए डार्क कलर सूट के लेटेस्ट डिज़ाइन

वैसे तो गहरे और चटकदार रंग के कपडे किसी भी मौसम में बढ़िया ही लगते…

2 वर्ष ago

सर्दियों में डैंड्रफ की समस्या से बचने के असरदार टिप्स

डैंड्रफ एक ऐसी समस्या है जो आपके बालों को तो कमज़ोर बनाती ही है, साथ…

2 वर्ष ago

इंस्टेंट ग्लो के लिए टॉप 3 होममेड चावल फेस पैक

हमारी त्वचा बहुत ही नाजुक होती है। यदि इसकी सही तरह से देखभाल नहीं की…

2 वर्ष ago