अपने बालों के लिए हम क्या क्या नहीं करते। अच्छे तेल से मालिश करने से महंगे शैम्पू का प्रयोग, हम सब कुछ करते हैं ताकि हमारे बाल खूबसूरत और स्वस्थ रहें। आजकल बाजार में भी तरह तरह के उत्पाद मौजूद हैं, पर क्या आप जानते हैं कि आपका शैम्पू आपके बालों को नुक्सान पहुंचा रहा है। जानिए कैसे।
बाजार में उपलब्ध अधिकतर शैम्पू केमिकल्स से लबालब भरे हैं। इन केमिकल्स से बालों को हानि पहुँच सकती है। आजकल शैम्पू बनाने वाली कंपनियां गुणवत्ता में अधिक ध्यान नहीं देती जिससे बाल झड़ना, गंजापन, रुसी और अन्य समस्याएं होना सामान्य है। आपके शैम्पू में निम्नलिखित केमिकल्स हो सकते है।
सोडियम लॉरयल सल्फेट (sodium lauryl sulphate) का प्रयोग अधिकतर शैम्पू और अन्य झाग बनाने वाले उत्पादों में किया जाता है। अगर आप शैम्पू के बाद बालों को अच्छे से धो लें, तो यह नुकसान नहीं पहुंचाता। पर अगर यह उत्पाद कुछ समय के लिए आपकी त्वचा के संपर्क में रहे, तो नुकसान पहुंचाता है। वैसे तो आपको इस केमिकल से डरने की जरूरत नहीं है, पर फिर भी आप चाहें तो आपको बाज़ार में इस केमिकल से मुक्त शैम्पू भी मिल जाएँगे।
पैराबेन युक्त शैम्पू भी आपको कई तरह के नुकसान पहुंचा सकता है। पैराबेन का संबंध कैंसर से जोड़ा गया है, विशेषकर ब्रेस्ट कैंसर से। यद्दपि यह संबंध अभी तक प्रमाणित नहीं हुआ है, बेहतर यही रहेगा कि आप पैराबेन युक्त कॉस्मेटिक पदार्थों से दूर रहें।
शैम्पू में सिलिकॉन का प्रयोग बालों में चमक और शाइन के लिए किया जाता है। सिलिकॉन युक्त शैम्पू बालों के ऊपर एक ऐसी लेयर चढ़ा देते हैं, जिससे कंडीशनर जैसे पोषक तत्व बालों तक नहीं पहुँचते।
अधिक खुशबु वाले शैम्पू आमतौर पर घटिया और त्वचा के लिए नुकसानदायक होते हैं।
बाजार में उपलब्ध लाखों शैम्पू ब्रांड में हम अपने बालों के लिए सही शैम्पू का चुनाव नहीं कर पाते। गलत शैम्पू के चुनाव से हमारे सिर की त्वचा और बालों को नुकसान पहुँच सकता है। इसलिए हमेशा सही शैम्पू का चुनाव करना अत्यधिक ज़रूरी है। सही शैम्पू का चुनाव बालों के प्रकार और टेक्सचर पर निर्भर करता है। बालों के लिए हमेशा मृदु शैम्पू का प्रयोग करें। हर्बल और प्राकृतिक शैम्पू का प्रयोग करना बालों के लिए सबसे बेहतरीन है।
शैम्पू का रोजाना प्रयोग भी बालों के लिए हानिकारक है। रोजाना शैम्पू के प्रयोग से बालों में मौजूद उनकी प्राकृतिक नमी ख़त्म हो जाती है जिससे बाल कमजोर हो जाते है, झड़ते हैं और उनकी चमक भी खत्म होती है। खास कर की अगर आपके बाल रूखे और सामान्य हैं तो आपको रोजाना शैम्पू नहीं करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि बाल वूल फाइबर के होते हैं, इन्हे जितना धोया जायेगा,उतना ही उनके लिए नुकसानदायक होगा।
घटिया गुणवत्ता के शैम्पू के प्रयोग से बहुत नुक्सान पहुँच सकते है जैसे की बालों की जड़ें कमजोर होती है बालों को हानि पहुँच सकती है।
हालांकि इन केमिकल्स को किसी बीमारी से सीधा नहीं जोड़ा गया है और इनके पक्ष में कई तरह के तर्क दिये जाते हैं, पर आपके लिए यही बेहतर होगा कि आप रिस्क न लें। बाज़ार में कई शैम्पू उपलब्ध हैं जो सल्फेट और पैराबेन मुक्त हैं। आप खादी प्योर वालनट शैम्पू (Khadi Pure Herbal Walnut Shampoo) ले सकती हैं। पतंजलि का केश कान्ति रीठा शैम्पू भी सल्फेट और पैराबेन मुक्त है। आपको बाज़ार में या ऑनलाइन और भी कई अच्छे ब्रांड मिल जाएँगे।
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