जहाँ अधिकांश विश्व शाकाहार, की तरफ जा रहा है, अभी भी कुछ लोग ऐसे हैं जो विश्वास करते हैं कि शाकाहारआपके शरीर के लिए पर्याप्त प्रोटीन प्रदान नहीं करता है। शाकाहार और मांसाहार दोनों में कुछ कमियां हैंऔर कुछ चीजें अच्छी हैं, तो चलिए जान लेते है शाकाहार के फ़ायदे और नुकसानों के बारे में।
फ़ायदे
1.अक्सर लोग शाकाहार को इसलिए अपनाते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि जब हमारे पास पोषण देने के लिए कई अन्य विकल्प उपलब्ध हैं तब भोजन के लिए निर्दोष जानवरों को मारना अनैतिक है। अगर ज़्यादा लोग मांसाहार छोड़कर शाकाहार की तरफ बढ़ते हैं तो, इससे जानवरों की संख्या में भी बढ़त होगी।
2. हमारे शरीर को ठीक से कार्य करने के लिए विशिष्ट खनिजों, विटामिन्स और पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। इनमें से एक है प्रोटीन। अधिकांश लोगों की ऐसी धारणा होती है, कि उन्हें सिर्फ़ मांसाहार से प्रोटीन मिल पाता है, जो कि असत्य है। बीन्स, नट्स और सोया जैसे पदार्थों से हमें काफी सारा प्रोटीन मिल सकता है, जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक है।
3. मांसाहार से भले ही आपको बहुत सारे प्रोटीन्स मिलते हो, लेकिन उसी के साथ आपको अनेक रोग भी होने की संभावना होती है। ज़्यादा मांसाहार लेने से ह्रदय रोग, गाउट, कोलन कैंसर सम्बंधी समस्याएं आ सकती है।
4. शाकाहारी भोजन लेने से वजन नियंत्रण में रहता है, शिशुओं और बढ़ती उम्र के बच्चों में हड्डियों का विकास अच्छी तरह से होता है, स्त्रियों को मासिक धर्म के वक्त कम समस्याएं होती हैं। शाकाहारी खाना मांसाहारी खाने से ज़्यादा सस्ता भी है।
नुकसान
1. केवल शाकाहार लेने वाले लोगों में अक्सर प्रोटीन्स की कमी नज़र आती है। शाकाहार संतुलित रूप से ना लेने से ऐसा हो सकता है। मांसाहार करने वाले लोगों में कभी भी प्रोटीन की कमी दिखाई नहीं देती।
2.पाश्चात्य देशों में मांसाहार ज़्यादा प्रचलित है, अक्सर केवल शाकाहार करने वाले लोगों को बाहर खाने में समस्याएं हो सकती है।
3. शाकाहारी खाना खाने वाले लोगों में भी कुछ ऐसे लोग होते हैं, जो दूध या दूध से बनी हुई कोई भी चीज नहीं खाते। उन्हें वीगन कहा जाता है। ऐसे लोगों को होटल में खाना ऑर्डर करना मुश्किल होता है। उन्हें हर बार यह पढ़ना पड़ता है कि किसी पदार्थ में कहीं दूध से बनी हुई चीज़ का उपयोग तो नहीं किया गया है।
4. ऐसे कुछ प्रकार के विटामिन और खनिज होते हैं जिन्हें केवल मांसाहार के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। इनमें से एक विटामिन बी-12 है। ओमेगा-3 फैट्स और अन्य ओमेगा फैटी एसिड, जो शरीर के कार्यों में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, केवल मांसाहार के माध्यम से समुचित मात्रा में प्राप्त किये जा सकते हैं।
5. शाकाहार में ‘नॉन-हीम आयरन’ की मात्रा बहुत ज़्यादा होती है। यह प्लांट बेस्ड आयरन शरीर में आसानी से अवशोषित नहीं हो पाता। इसके विरुद्ध मांसाहार में जानवरों के मांसपेशियां और रक्त कोशिकाओं में ‘हीम आयरन’ पाया जाता है जो शरीर में जल्दी से अवशोषित हो जाता है।
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