हिन्दू संस्कृति में रुद्राक्ष की बहुत अहमियत है। रुद्राक्ष बहुत ही ख़ास पेड़ का बीज होता है, जो पहाड़ी और ऊंचाई वाले स्थानों में पाए जाते हैं। पुरानी कथाओं के अनुसार भगवान शिव के चक्षुओं से रुद्राक्ष उत्पन्न हुआ था। सिर्फ आध्यात्मिक ही नहीं बल्कि मानसिक और शारीरिक रूप से भी रुद्राक्ष धारण करना लाभदायक है। जानिए ,रुद्राक्ष धारण करने के कुछ लाभ।
रुद्राक्ष धारण करने के शारीरिक लाभ
वैज्ञानिकों का मानना है, कि रुद्राक्ष में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक गुण हैं और इसमें पाए जाने वाले सारे औषधीय फ़ायदे इसी से होते हैं। इसके इन्ही गुणों के कारण शारीरिक उपचार होता है और यही एक कारण है कि रुद्राक्ष धारण करते ही लोग शारीरिक रूप से स्वस्थ महसूस करते है।
1.रुद्राक्ष के केमो फार्माकोलॉजिकल गुण दिल के रोगों, ब्लड प्रेशर व कोलेस्ट्रॉल जैसी बिमारियों को नियंत्रित रखने में सहायक है।
2. रुद्राक्ष में आयरन, फास्फोरस, एल्युमिनियम, कैल्शियम, सोडियम, पोटैशियम, सिलिका एवं अन्य तत्वों की कुछ मात्रा पायी गयी है, रुद्राक्ष धारण करने से तंत्रिका तंत्र भी सही से काम करता है।
3. रुद्राक्ष पहनने से किडनी के रोग में फ़ायदा होता है साथ ही मधुमेह भी संतुलित रहता है।
4. दो मुखी रुद्राक्ष धारण करने से आँखों , हार्ट ,फेफड़े,दिमाग इत्यादि सम्बन्धी रोगों से राहत मिलती है।
5. पंचमुखी रुद्राक्ष को सभी के लिए लाभदायक माना जाता है और ऐसा मानते हैं की इसे पहनने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और तनाव नहीं होता।
रुद्राक्ष का दिमाग पर प्रभाव
ऐसा देखा गया है, कि रुद्राक्ष दिमाग के लिए भी बेहद उपयोगी है। तनाव आजकल की मुख्य समस्याओं में से एक है। आजकल लोग बड़ी जल्दी इसका शिकार हो रहे हैं। रुद्राख धारण करने से दिमाग शांत रहता है, व चिंता, तनाव और अवसाद जैसी बिमारियों से भी काफी हद तक राहत मिलती है। यह याददाश्त को बढ़ाने में भी सहायक है।रुद्राक्ष कई प्रकार के होते हैं जैसे एकमुखी,दोमुखी,तीनमुखी से लेकर 21 -मुखी तक, जिनमे सबका अपना अपना अलग महत्व और लाभ है उनमे से कुछ इस प्रकार है :
1. एकमुखी रुद्राक्ष – एकमुखी रुद्राक्ष शिवजी का ही एक रूप है। इसे धारण करने से लक्ष्मी की कृपा होती है, साथ ही सुख और शांति भी प्राप्त होती है।
2. दोमुखी रुद्राक्ष:दोमुखी रुद्राक्ष पहनने से सारी इच्छाएं पूरी होती है।
3. तीनमुखी रुद्राक्ष-शिक्षा ग्रहण करने वाले लोग अगर इस रुद्राक्ष को पहनते हैं, तो उन्हें फ़ायदा होता हैं।
4. चारमुखी रुद्राक्ष– इस रुद्राक्ष को धर्म, अर्थ और मोक्ष का मार्ग बताया गया है।
5. पंचमुखी रुद्राक्ष– पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करने वाले की परेशानियों का नाश होता है और इच्छाएं पूरी होती है।
6. छहमुखी रुद्राक्ष– छहमुखी रुद्राक्ष सभी पापों से मुक्ति दिलाता है।
7. सातमुखी रुद्राक्ष– सातमुखी रुद्राक्ष पहनने से धन धन्य की वर्षा होती है और गरीबी से छुटकारा मिलता है।
8. आठमुखी रुद्राक्ष-इसे भैरव का प्रतीक माना जाता है और इसे धारण करने से अकाल मृत्यु प्राप्त नहीं होती बल्कि मनुष्य अपनी आयु पूरी करता है।
इसी तरह से सभी इक्कीस तरह के रुद्राक्षों के अनेक अलग अलग लाभ और महत्व है। रुद्राक्ष के प्रभाव से आसपास का माहौल वातावरण शुद्ध होता है और हर परेशानी से लड़ने की शक्ति प्राप्त होती है।
Sanjeev kumar
Mera nam Sanjeev hai air mujhe khansee sans phulna gas banter hai eske liye kon sa rudraks dharn karna chahiye