सेंधा नमक हमें पहाड़ों से प्राप्त होता है, इस कारण से यह प्राकृतिक औषधि माना जाता है। जबकि सादा या सफ़ेद नमक, जो कि समुद्र से प्राप्त किया जाता है एवं आयोडीन से निर्मित होता है, शरीर के लिए नुकसानदेह होता है। आइए इस आर्टिकल के जरिये हम जानते है कि क्यों सेंधा नमक, सफ़ेद नमक से अधिक लाभदायक है।
• सेंधा नमक प्योर होने के कारण इससे कई तरह की औषधियों का निर्माण किया जाता है। यह हमारे शरीर में रक्तदाब को नियंत्रित करने में सहायक होता है।
• इसे गरम पानी के साथ मिलाकर पीने से गले में टॉन्सिल, कफ, सूजन या दर्द आदि बिमारियों के साथ-साथ गले संबंधी अन्य बिमारियों से भी निजात मिलती है।
• सेंधा नमक के सेवन से मांशपेशियां एवं हड्डियाँ मजबूत बनी रहती हैं। यह जोड़ों एवं पीठ के दर्द से शरीर की रक्षा करता है।
• यह शरीर के तंत्रिका तंत्र को कार्य करने के लिए उत्तेजित बनाए रखता है। इससे शरीर में पर्याप्त ऊर्जा एवं स्फूर्ति बनी रहती है। जिससे आप प्रतिदिन एक्टिव रहते है।
• नींबू के रस में सेंधा नमक मिलाकर पीने से पेट सम्बन्धी रोगों जैसे- पेट दर्द, उल्टी, दस्त, पेट साफ न होना, पेट में कीड़े पड़ना, भूख न लगना आदि में फायदा होता है।
• सेंधा नमक खाने से शरीर में पित्त की समस्या का निवारण होता है।
• यह आँतों की परेशानियों को दूर करता है। इससे आंतें साफ बनी रहती है एवं अनावश्यक पदार्थों संपर्क में आने से बची रहती है।
• सेंधा नमक एवं निम्बू को मिक्स करके रोजाना दांतों एवं नाखूनों पर मलने से दांत व नाखून साफ एवं चमकदार बनते है। यह दांतों की पायरिया की समस्या का समाधान कर, उन्हें मजबूती प्रदान करता है।
• सफ़ेद नमक में आयोडीन की उपस्थिति इसे अत्यधिक जहरीला पदार्थ बना देती है। जिसके नित्य प्रतिदिन सेवन से नपुंसकता जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकती है|
• सफ़ेद नमक का पर्याप्त मात्रा में सेवन नहीं करने से रक्तदाब पर बुरा असर पड़ सकता है। इसका अधिक सेवन रक्तप्रवाह को अनियंत्रित कर देता है।
• वैज्ञानिकों के अनुसार सफ़ेद नमक अधिक खाने वालों में बालों की समस्या बनी रहती है। ऐसे व्यक्तियों के बाल अधिक झड़ते है एवं बालों में मजबूती भी नहीं रहती।
• सफ़ेद नमक का नित्य सेवन पेट के लिए हानिकारक होता है। इससे मोटापा, पेट दर्द, वजन बढ़ना आदि समस्याएँ उत्पन्न हो जाती है।
• अधिक नमक के सेवन से त्वचा संबंधी कई रोगों का आपको सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि सफ़ेद नमक खाने से शरीर में आवश्यकता से अधिक पसीना आने लगता है, जो कि शरीर के लिए हानिकारक होता है।
अतः आपके सामने स्पष्ट है कि सादा या सफ़ेद नमक का अधिक मात्रा में सेवन करने से शरीर को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं। इसीलिए कोशिश करें कि अपने नित्य जीवन में सफ़ेद के स्थान पर सेंधा या काले नमक का उपयोग करें। यह आपको स्वस्थ एवं रोगमुक्त बनाए रखेगा।
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Good information about both salt
आपकी जानकारी बहुत अछ्छी लगी
क्या हम अपने खाने में टाटा नमक की जगह सेंधा नमक उपयोग में ला सकते हे
क्या हम टाटा नमक की जगह सेंधा नमक अपने हर खाने में इश्तेमाल कर सकते हे इसके इश्तेमाल से हमें कोई परेशानी तो नहि होगी क्रप्या बतायें
धन्यवाद