मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जी की गाथा है रामायण । तुलसी दास और महृषि वाल्मीकि द्वारा प्रस्तुत की गई रामायण एक बहुत ही पवित्र ग्रंथ है। यह अपने आप में इतना संपूर्ण है, कि अगर कोई इसे पढ़ ले और इसे पढ़कर अपने जीवन में उतार ले, तो उसके जीवन का उद्धार हों जायेगा।
कहते हैं, भगवान की जितनी आराधना और पूजा की जाये उतनी कम है। भक्ति में लीन हो जाने के बाद ही आपको परम सुख और शांति की अनुभूति होती है। इसलिए हम लोग कई व्रत करते हैं, कई यज्ञ करवाते हैं , कई भजन गाते हैं। पूजा करने का माध्यम भले ही अलग अलग हो, लेकिन कामना सिर्फ एक ही होती है, कि भगवान हम पर प्रसन्न हो जाये और अपनी कृपा से हमारी सारी मनोकामनाएं पूरी कर दें।
तो आज हम आपको रामायण की कुछ ऐसी चौपाइयां बताने जा रहे हैं, जिनका अगर आप जाप करेंगे तो अपने इच्छानुसार फल पाएंगे।
धन प्राप्ति के लिए- सभी यह चाहते है कि माँ लक्ष्मी हमेशा अपनी कृपा हम पर बरसायें। तो उसके लिए है:
जे सकाम नर सुनहिं जे गावहिं।
सुख सम्पत्ति नानाविधि पावहिं।
लक्ष्मी जी को प्रसन्न करना है तो
जिमि सरिता सागर मंहु जाही।
जद्यपि ताहि कामना नाहीं।।
तिमि सुख संपत्ति बिनहि बोलाएं।
धर्मशील पहिं जहि सुभाएं।।
अगर आप रिद्धि और सिद्धि दोनों को प्राप्त करना चाहते हैं वो भी आसानी से, तो इस चौपाई का पाठ करें
साधक नाम जपहिं लय लाएं।
होहि सिद्धि अनिमादिक पाएं।।
लक्ष्मी जी के साथ साथ अगर आप सरस्वती भी पाना चाहते हैं,या परीक्षा में जा रहे हैं और सफलता की कामना करते है, तो इस चौपाई का पाठ करें-
जेहि पर कृपा करहिं जनुजानी।
कवि उर अजिर नचावहिं बानी।।
मोरि सुधारहिं सो सब भांती।
जासु कृपा नहिं कृपा अघाती।।
जो विद्यार्थी विद्या ग्रहण करना चाहते है उनके लिए –
गुरु ग्रह गए पढ़न रघुराई।
अलपकाल विद्या सब आई।।
जिसे ज्ञान अर्जित करना है। जो ज्ञानी होना चाहते है उनके लिए-
छिति जल पावक गगन समीरा।
पंचरचित अति अधम शरीरा।।
जो लोग आने हर कार्य में सफलता पाने चाहते है उनके लिए-
साधक नाम जपहिं लय लाएं।
होहि सिद्धि अनिमादिक पाएं।।
इस चौपाई का रोज़ जाप करने से आपको मन की शांति और जीवन में सुख मिल जाएगा.
सुनहि विमुक्त बिरत अरू विबई।
लहहि भगति गति संपति नई।।
जो भी लोग प्रेत या आत्माओं के चक्कर में फँसे हुए हैं, अगर वह इस चौपाई का पाठ नित्य करेंगे, तो उन्हें अवश्य ही फ़ायदा होगा।
प्रनवउ पवन कुमार खल बन पावक ग्यान धुन।
जासु हृदय आगार बसहि राम सर चाप घर।।
बहुत ही सुंदर