राजीव दीक्षितजी को युर्वेद का राजा भी कहा जाता है। उन्होंने लोगों को आयुर्वेदिक तरीकों से शारीरिक बीमारियों को सही करने के उपाय भी बताएं हैं। हम आपके लिए राजीव दीक्षितजी के 5 आसान घरेलु नुस्खे लेकर आए हैं।
1. यदि आपके चेहरे पर झुर्रियां हैं तो थोड़े से बेसन में २ छोटे चम्मच निंबू का रस तथा थोड़ी सी दूध की मलाई मिला कर घोल बना लें। अब इसे अपने चेहरे पर लगा कर सूखने दें। इसके बाद चेहरे को पानी से धो लें। इस प्रक्रिया को बार बार करने से चेहरे की झुर्रियां कम हो जाती हैं तथा चेहरे पर निखार आता है। इससे चेहरे की खुश्की भी खत्म हो जाती है।
2. ताम्बे के बर्तन में रखे पानी को पीने से कैंसर से लड़ने में काफी मदद मिलती है। इस बर्तन में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। यह उम्र के असर को भी कम करने में सहायक है। ताम्बे के बर्तन में रखा पानी पीने से पेट की चर्बी कम होती है और शरीर भी स्वस्थ रहता है। इस पानी का सेवन करने से दिल का दौरा (हार्ट अटैक) पड़ने की संभावना कम होती है। इससे चेहरा भी निखरता है और त्वचा की बीमारियां भी दूर रहती हैं।
3. गले में छाला हो जाने पर आधा लीटर पानी में 20 ग्राम मेथी दाना डाल कर धीमी आंच पर पकाएं। पानी में उबाल आने पर इसे गैस से उतार लें और इसके बाद इसे ठंडा होने के लिए रख दें। ठंडा होने के बाद इसमें नमक मिलाकर इस से गरारे करें। ऐसा करने से आपके गले में पड़ा छाला पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। गले में अधिक छाला होने पर इस प्रक्रिया को 2 से 3 बार दोहराएं।
4. यदि आप अपना खून साफ रखना चाहते हैं तो आपको अंकुरित खाने का प्रयोग करना चाहिए। अंकुरित अनाज में प्रोटीन अधिक मात्रा में पाया जाता है, जिससे शरीर को मजबूती प्राप्त होती है। इससे बहुत से रोगों से लड़ने की शक्ति भी मिलती है।
5. शुद्ध और सम्पूर्ण आहार मन तथा शरीर को शान्ति प्रदान करता है। इससे आत्म का विकास काफी तेजी से होता है। एक सम्पूर्ण भोजन के लिए अपने डाइट में मक्खन, पनीर, फल, सूखे मेवे, दाल, सब्ज़ी, दूध, साग आदि को शामिल करें।
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