क्या आप धूम्रपान छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं ? परेशान ना हों और निकोटीन पैच का इस्तेमाल करके देखीये। शोध से पता चला है कि जिन धूम्रपान करने वालों ने निकोटीन पैच का इस्तेमाल किया है, उनकी सिगरेट छोड़ने की सफलता की सम्भावना दुगनी हो जाती है।
शायद सिर्फ एक धूम्रपान करने वाला ही दूसरे धूम्रपान करने वाले की तकलीफ को समझ सकता है। इससे पहले कि हम कुछ समझ पाएं, सिगरेट हमारे जीवन के हर पहलु पर हावी हो जाती है। सो कर उठने से शुरू हो, काम के दौरान, काम के बाद, पॉट पर, खाने के बाद इत्यादि।
धूम्रपान से होने वाली कई गंभीर बिमारियों की जानकारी होने के बावजूद 2012 में भारत में करीबन 11 करोड़ लोग धूम्रपान के शौक़ीन बताये गए थे। जिसमें से 981,100 तम्बाकू से होने वाली बिमारियों के कारण हर साल मृत्यु को प्राप्त हुए हैं (टोबैको एटलस )।
आजकल की तनाव वाली दुनिया में, धुम्रपान करने वाले ऐसा करने की कई वजहें देते हैं जैसे सामाजिक एकीकरण, प्रयोग, वजन नियंत्रण (आश्चर्यजनक!) और सबसे आम वजह : तनाव और गुस्से पर नियंत्रण। जो भी कारण हो, हम धूम्रपान करने वालों को मालूम है कि ये सब सिर्फ बहाने हैं जब तक हो सके इस लत को जायज़ करार करते रहने के। अगर हमें ये सब मालूम है तो सवाल ये है: इस लत से छुटकारा पाना इतना मुश्किल क्यों?
निकोटीन की लत के विज्ञान को विस्तार से समझना पेचीदा कार्य हो सकता है। लेकिन हम इसको इस 1 मिनट के वीडियो से जान सकते हैं :
निकोटीन खास तौर से दिमाग में डोपामिन और नोरेपिनेफ्रीन का संचार करता है – जिससे मन में अलग ख़ुशी का अनुभव होता है।
लेखक मार्क ट्वेन का मानना है – इस लत को सिर्फ अपने अंतर शक्ति से छोड़ पाना या तो बेहद मुश्किल है या बेहद आसान।
“धुम्रपान की लत छोड़ना दुनिया में सबसे आसान काम है । मुझे पता है क्यूंकि मैंने ये हजारों बार किया है। ”
तो क्या हमारे बीमार दिमाग और शरीर के लिए कोई राहत नहीं है? है ! शर्लाक से पूछिए वो कैसे करता है।वो निकोटीन पैच की मदद लेता है।
शर्लाक के निकोटीन पैच
पैच एक चिपकनेवाली पट्टी है जिसे कमर के ऊपर और गर्दन से नीचे कहीं भी शरीर पर लगा सकते हैं। ये निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी(एन.आर.टी. ) में चिकित्सकों द्वारा इस्तेमाल किया जाना वाला एक तरीका है | इस पैच में निकोटीन की मात्रा साधारण सिगरेट के देखे या तो एक तिहाई या आधी होती है।
जब एक धुम्रपान करने वाला व्यक्ति बिना किसी मदद के लत छोड़ने की कोशिश करता है तो उसे कई तकलीफों जैसे चिढ़चिढ़ापन, पेट ख़राब होना, भूख मर जाना और सबसे ज्यादा – बार बार पीने की तलब का सामना करना पड़ता है। मेरे एक नजदीकी दोस्त ने एक दिन लत छोड़ने का फैसला किया और वो भी बिना किसी सहायता के और हांलाकि वो सफल रहा फिर भी पहले महीने में उसे जो तकलीफ उठानी पड़ी वह बहुत विकट थी।
ये पैच दिमाग को अपना रसायन संयम(खास तौर से डोपामीन का ) बनाने के लिए जो निकोटीन का स्तर चाहिए वह उपलब्ध कराता है और इसलिए सिगरेट छोड़ते समय कोई तकलीफ नहीं होती। धीरे-धीरे 6-12 हफ़्तों के भीतर निकोटीन की मात्रा कम हो जाती है और आख़िरकार दिमाग की उस पर निर्भरता पूरी तरह से ख़तम हो जाती है।
ये पैच न सिर्फ सिद्धांत में बल्कि अभ्यास में भी काम करता है। डेनमार्क और अमेरिका में हुई क्षोधों के मुताबिक , सिगरेट छोड़ने के तरीकों में प्लेसिबो के देखे ये पैच 1.5 से 2 गुना ज्यादा असरदार है। अमेरिकन कैंसर सोसाइटी की एक रिपोर्ट भी ऐसा ही दावा करती है।
पैच के इलावा एन.आर. टी. में कई और तरीकों का इस्तेमाल भी होता है। इनमें से निकोटीन गम और लोज़ेन्जेस सबसे आम हैं। ये असरदार हैं और इनके साथ बहुत कम दुष्प्रभाव होते हैं। लेकिन सच में इनका स्वाद बहुत बेकार होता है ! मेने एक बार गम खा कर उल्टी कर दी थी।
इसके अलावा निकोटीन इन्हेलर्स भी आते हैं, लेकिन इनसे गला और पेट ख़राब होने की समस्या हो सकती है। अंत में निकोटीन नेसल और माउथ स्प्रे होते हैं जो शरीर में निकोटीन के स्तर को बढाए रखते हैं। लेकिन इनके दुष्प्रभाव में नाक, गले और मुंह में जलन और आँखों से पानी आना शामिल है।
इन सब में से पैच और गम असर और कम दुष्प्रभाव का संयम हैं (अगर आप गम का स्वाद बर्दाश्त कर लें तो)।
जहाँ निकोटीन पैच इस्तेमाल में सुरक्षित हैं पर एन.आर. टी. के और तरीकों की तरह इनके भी दुष्प्रभाव होते हैं। इनमें से सबसे आम हैं पट्टी की वजह से त्वचा को होने वाले रेश और 24 घंटे पैच का इस्तेमाल करने की सूरत में नींद आने में तकलीफ होना। जिन लोगों को चिपकने वाली पट्टी से त्वचा की एलर्जी होने की समस्या पहले से है उन्हें पैच का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और नींद के लिए सोने से कुछ घंटे पहले पैच को हटा देने की सलाह दी जाती है।
मन से हर धुम्रपान करने वाला लत छोड़ना चाहता है (और ये मैं अपने निजी अनुभव से कह रहा हूँ )। आपका और आपके परिवार का स्वास्थ्य ऐसा करने की प्रथम और सबसे महत्वपूर्ण वजह है। निकोटीन पैच जैसे तरीके इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकते हैं। ये देश भर में सब दवाई की दुकानों पर उपलब्ध है और लत छोड़ने का ये सबसे सुरक्षित और असरदार तरीका है। तो अगर आप छोड़ते समय की तकलीफों से बच लत छोड़ना चाहते हैं तो आज ही एक खरीद के लायें !
ध्यान दें: छोड़ने की एक और वजह – क्या आप जानते हैं कि 1.69 बिलियन पौंड के बट (सिगरेट पीने के बाद उसका फेंका हुआ हिस्सा) जो कि 177,895 विलुप्त हुए अफ्रीकन हाथी के वज़न के बराबर होते हैं (टोबैको एटलस) खतरनाक कचरे में परिवर्तित हो जाते हैं। तो अगर अपने लिए नहीं, तो धरती माँ के लिए ही धुम्रपान छोड़ दें।
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मैं निकोटीनपैच इस्तेमाल करना चाहता हूं लेकिन यह दुविधा है कि किस ब्रांड का लूं और इसकी कीमत क्या है हो सके तो मेरे ईमेल पर हिंदी में मैसेज करें इस उम्मीद के साथ कि आप हमें सलाह भेजेंगे इसी के साथ सादर धन्यवाद सादर नमस्कार
2Baconil एक अच्छा भारतीय ब्रांड है। इसके अलावा Nicoderm भी एक जाना माना ब्रांड है। निकोटिन पेच अलग-अलग डोज़ के आते हैं, इसलिए देखकर इस्तेमाल करिएगा। वैसे इसको इस्तेमाल करने के पहले डॉक्टर की सलाह अनिवार्य नहीं है, लेकिन अगर आपको कोई भी तरह की बीमारी है तो डॉक्टर से सलाह अवश्य करें।
मैं मुंह में कैंसर होने के बाद भी सिगरेट नहीं छोड़ पा रहा हूं मैं हर प्रकार से कोशिश करता हूं मैं जानता हूं ये मेरे लिए ज़हर है फिर भी नहीं छोड़ पा रहा हूं क्या मैं इस पैच की मदद से सिगरेट छोड़ सकता हूं