पुदीने का नाम सुनते ही बहुतों के मुँह में पानी आ जाता है… इसकी लज़ीज़ खुश्बू ही खाने का ज़ायका बढ़ा देती है। अधिकतर लोगों को तो सिर्फ इसके खाने में होने वाले उपयोग के विषय में ही ज्ञात है, पर आइए जानते हैं इसके अलग-अलग फ़ायदे जो पुदीने के महत्व को बढ़ा देते हैं।
गरमा-गर्म समोसे किसे पसंद नहीं आते? इन्हीं समोसों का स्वाद बढ़ाती है, पुदीने की चटनी। अतः पुदीना केवल स्वादवर्धक ही नहीं, अपितु पाचन में भी सहायक होती है, चटनी स्वाद ही नहीं देती, अपितु अपच की शिकायत भी नहीं होने देती है।
दाँत साफ करने के बाद भी, अक्सर बहुत से लोगों को साँस में दुर्गंध की शिकायत होती है। लोग इस से निजात पाने के लिए कितने सारे महंगे तरीक़े अपनाते हैं, पर घर में मिलने वाला पुदीना अपने कीटनाशक गुणों के कारण न सिर्फ मुँह की दुर्गंध मिटाता है, बल्कि ताज़ी साँस भी देता है और दांतों और जीभ की सफाई भी करता है।
सर्दी-खाँसी हर किसी के नाक में दम कर देती है। इस चमत्कारी पुदीने का प्रयोग सर्दी-खाँसी मिटाने में पारंपरिक रूप से होता रहा है। कभी-कभी इसका प्रयोग सिर-दर्द मिटाने में भी होता है। उल्टी और दस्त जैसी समस्याओं में लोग कई तरह के उपाय करते हैं, जिसमे पुदीने का इस्तेमाल काफी फ़ायदेमंद होता है।
जब बात खूबसूरती पर आती है,तब लोग महंगे-से-महंगे उपचार और विभिन्न कृत्रिम प्रसाधनों का उपयोग करने से भी नहीं कतराते हैं। ख़ूबसूरत दिखने की चाह किसे नहीं होती, हर किसी को ख़ूबसूरत दिखने का हक़ भी है। ऐसी स्थिति में पुदीना एक सस्ता और असरदार उपाय है। यह आपके सौन्दर्य पर चार चाँद लगा सकता है। इसका लेप प्रकृतिक रूप से और बिना किसी अतिरिक्त प्रभाव के चेहरे पर होने वाले कील-मुँहासे और मृत कोशिकाएँ मिटाता है, साथ ही पुराने दाग-धब्बों पर भी निश्चित रूप से काम करता है।
यह त्वचा के रूखेपन, खुजली एवं मच्छर जैसे कीड़ों के काटने पर होने वाली जलन पर संजीवनी की तरह काम करता है।
बहुत से लोगों को बालों में जूं की समस्या रहती है, जिसके लिए लोग कई तरह प्रोडक्टस अपनाते हैं, जो लगभग बेअसर ही रहते हैं। हफ़्ते में तीन-चार बार बालों पर पुदीने के तेल की मालिश पूरी तरह जूं मिटा देती है।
पुदीने के पत्तों को पानी में उबालकर, उसमें पैर भिगोने पर फटी एड़ियों और दुर्गंध से राहत मिलती है। सिर्फ इतना ही नहीं, गुनगुने पानी से आने वाली पुदीने की महक आपके नसों को आराम देती है और थकान दूर करती है।
पुदीने के अर्क का प्रयोग औषधि के रूप में होता है। घर-आँगन में इसके तेल के छिड़काव से मक्खी, मच्छर, चींटी आदि से छुटकारा पाया जा सकता है। इसका ताज़ा रस क्षय रोग, आस्थमा और विभिन्न प्रकार के श्वास रोग में लाभदायक है। पानी में नींबू का रस, पुदीना और काला नमक मिलकर पीने से मलेरिया के ज्वर में राहत मिलती है। इसके रस का शहद के साथ सेवन करने पर हिचिकियाँ दूर होती हैं। हकलाहट दूर करने में भी इसका प्रयोग होता है।
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