हर व्यक्ति का सपना होता है कि उसका अपना घर हो, और इसके कइयों को अपने जीवन भर की जमा पूंजी भी लगानी पड़ सकती है। इसलिए अगर आप भी घर खरीदने का विचार कर रहे है, तो उसके पूर्व इन महत्वपूर्ण बातों पर जरूर ध्यान दें:
1. ठोक-बजाकर करिये जांच पड़ताल
प्रॉपर्टी को लेकर धोखाधड़ी के अधिकतर मामलों में देखा गया है कि खरीददार ने शुरुआती जांच-पड़ताल ठीक से नहीं की। ये आपका दायित्व है कि प्रॉपर्टी से जुड़े हुए सभी पहलुओं की स्वयं जांच करें। बिल्डर की तरफ से दिखाए गए ब्रॉशर पर ही भरोसा करके अपने जीवन की गाढ़ी कमाई घर खरीदने में न लगाएं। प्रॉपर्टी को खुद जाकर देखें और सुनिश्चित करें कि वह आपके लिए सही है।
जमीन या मकान के सभी दस्तावेजों की अच्छे से जांच-पड़ताल करें। आपकी तरफ से कोई विशेषज्ञ जैसे कि वकील से यह करवाना श्रेष्ठ है।
2. कम्प्लीशन या ऑक्युपेंसी सर्टिफिकेट | Completion / Occupancy Certificate
कई बार बिल्डर अप्रूव मकानों से अधिक मकान या फ्लोर बना देते हैं ,और फिर लोगों को बेच देते हैं। ऐसी स्थिति में जरूरी है कि आप मकान खरीदने से पहले बिल्डर से कम्प्लीशन या ऑक्युपेंसी सर्टिफिकेट जरूर मांगें।
3. बैंक फायनेंस | Which Banks are Financing this Property?
किसी भी घर को लेने के पहले ये जरूर जान ले कि उसके लिए कौन-कौन से बैंक फायनेंस कर रहे हैं, और साथ ही बैंको से भी प्रोजेक्ट संबधित जानकारी ले , इस से प्रोजेक्ट के प्रति विश्वसनीयता बढ़ जाती है। क्योकि बैंक फायनेंस करने के पहले ही समस्त दस्तावेजो की जानकारी ले चुका होता है।
4. अगर ऑफर कुछ ज्यादा ही लुभावना है, तो सावधान!
बिल्डर लुभावने ऑफर देकर लोगों को आकर्षित करते हैं। यदि आपको किसी बिल्डर की तरफ से कोई लुभावना ऑफर मिलता है ,तो उसके बारे में पूरी जांच पड़ताल करें।
5. रहने के लिए या निवेश के हिसाब से?
सबसे पहले यह विचार कर लें कि आप घर खुद के रहने के लिए लेना चाहते हैं या अपनी बचत के निवेश के लिए। अगर आप स्वयं इसमें रहना चाहते हैं , तो घर के स्थान का अवश्य ही ध्यान रखें, क्योंकि रहने के लिए लिए गए घर के आसपास का माहौल बेहद महत्वपूर्ण होता है। वहीं अगर आप केवल निवेश के उद्देश्य से घर ले रहे हैं , तो भविष्य के रिटनर्स की सम्भावनाये देखकर ही निवेश करें।
निवेश के लिए प्रॉपर्टी लेने की सोच रहे हैं तो आप कमर्सिअल प्रॉपर्टीज – जैसे कि दूकान ऑफिस स्पेस जैसे विकल्पों पर भी अवश्य विचार करें। आजकल कमर्सिअल प्रॉपर्टीज में कुछ बिल्डर गारंटीड फिक्स्ड रिटर्न्स भी ऑफर कर दें। लेकिन ऐसे ऑफर के लिए का अप्रूवल चाहिए होता है – धोकाधड़ी से बचें ।
6. भूखंड खरीदने में लाभ अधिक हो सकता है पर काम भी कई तरह के होते हैं
आपको यह बात भी ध्यान रखनी होगी कि ,अगर आप बना बनाया फ्लैट या मकान लेने की बजाय भूखंड लेकर घर बनाते हैं तो आर्किटेक्ट को हायर करना, पानी, बिजली की सप्लाई करना आदि सारी जिम्मेदारी खुद पर होती है।
7. बिजली, पानी और सड़क
जहां भी आप घर खरीदने जा रहे हैं वहां पर पानी की सप्लाई, बिजली की सप्लाई और गैस जैसी जरूरतों के बारे में जरूर विचार करें। इनकी जानकारी लेने के बाद ही किसी भी घर को फाइनल करें।
8. शहरी क्षेत्र या ग्रामीण
अपने घर मे निवेश करने के लिए शहरी क्षेत्र का चुनाव करें जो अधिक लाभकारी सिद्ध होगा। क्योंकि भविष्य में यहां आपके घर की कीमत बढ़ने के आसार ज्यादा होते है।
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9. प्रॉपर्टी हमेशा बाजार के पास होनी चाहिए उससे हमेशा फायदा ही मिलता है। जैसे-मकान किराया पर देकर इनकम कर सकते है। और जरूरत की चीजें भी आसानी से उपलब्ध हो जाती है।
⇓ आप यह पता लगाने के लिए गूगल मैप्स का सहारा ले सकते हैं।
एक और तरीका भी आजमाएं – जब आप प्रॉपर्टी का निरक्षण करने जाएँ, तो वहाँ खड़े होकर अपने स्मार्टफोन में गूगल में सर्च करें “Market Near Me”। गूगल आपको नज़दीक के बाज़ारों की सूची और दूरी की तुरंत जानकारी दे देगा।
10. फ्लैट मालिक की लागत केवल इलाके पर निर्भर नहीं करती। बल्कि मालिक फ्लैट में किस तरह की सुख-सुविधाएं प्रदान करता है – सामान्य या लक्जरी और फ्लैट के क्षेत्रफल पर निर्भर करती है। इसलिए खुद फ्लैट की सारी जानकारी लें ।
11. नजदीकी शिक्षण संस्थान ?
बच्चों की शुरुआती शिक्षा घर के नजदीक हो तभी अच्छा होता है, इसलिए हमेशा कोशिश करें कि आप जहां अपना नया घर ले रहे हों वहां आसपास आपके बच्चों लिए स्कूल की सुविधा भी हो।
12. पार्किंग स्पेस | Parking Space?
घर खरीदने से पहले पार्किंग सुविधा के बारे में पूरी जांच पड़ताल करें,अगर आपके पास गाड़ी न हो तब भी आप पार्किंग स्पेस का ध्यान रखे , ताकि भविष्य में जब आपके पास गाड़ी होगी तो आपको उसे खड़ी करने के लिए जगह की परेशानी न हो। पार्किंग स्पेस को लेकर अक्सर हाउसिंग सोसाइटीज में विवाद होते हैं, और कई मामले तो कोर्ट-कचहरी तक पहुँच चुके हैं। इसलिए इस छोटे से दिखने वाले विषय को हल्के में न निकलें।

13. मालिक कौन? | Does the Seller have clear rights to the property?
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि, किसी अचल संपत्ति की वैधता के मामले में दो चीजें महत्वपूर्ण हैं। पहली, जिस जमीन पर इमारत बनी है या बनने वाली है, उसका मालिक कोन है,और उस भूखंड पर किया गया निर्माण नियमानुसार है अथवा नहीं।
14. लोन लिया है तो EMI भी चुकानी होगी
२००८ में एक फिल्म आयी थी – संजय दत्त और उर्मिला की। फिल्म का टाइटल था ” EMI (Easy Monthly Instalment) – लिया है तो चुकाना तो पड़ेगा”। इजी मंथली इन्सटॉलमेंट चुकाना इतना इजी भी नहीं होता – और न चुकाओ तो संजय दत्त और उसके गुंडे साथी आपकी ज़िन्दगी को नरक बना सकते हैं।
आप घर खरीदने के पहले अपनी समस्त आय का आंकलन कर ले , और भविष्य में होने वाले खर्चों का भी ध्यान रखे । आपकी फायनेंसियल प्लानिंग आपके घर को सुरक्षित और आपको चिंतामुक्त बनाती है।
याद रखें कि असल ज़िन्दगी में EMI (मासिक क़िस्त )न चुकाने पर जो महानुभाव आपसे संपर्क साझेंगे, उनका दिल संजय दत्त जितना बड़ा नहीं होगा, न ही उनसे संजय दत्त जैसी सहानुभूति की अपेक्षा करें।
15. सुरक्षा
सुरक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर और आसपास के माहौल पर भी पूरा ध्यान दें। असुरक्षित इलाके में घर लेने से आपको न केवल आर्थिक, बल्कि शारीरिक हानि का भी खतरा रहता है। और साथ ही यह भी ध्यान रखे कि आप अपने बच्चों को एक स्वस्थ माहौल दे पाएं। इस मामले में Gated Community श्रेष्ठ विकल्प है।
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