Health

आलू के परांठे मज़ेदार होते हैं, पर मस्तिष्क के लिए हानिकारक होते हैं

सामान्यतः देखा जाता है कि जायकेदार खाद्य पदार्थों में आलू के परांठों को विशेष स्थान दिया जाता है। यह एक स्वादिष्ट एवं मजेदार भोजन है जिसे बच्चों से लेकर बड़ों तक, हर उम्र के व्यक्तियों द्वारा पसंद किया जाता है। मुख्य रूप से पंजाब एवं उत्तरी भारत में यह एक प्रमुख भोज्य पदार्थ है। आलू के परांठों को स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है लेकिन इनके कई नुकसान भी हैं। जैसे की आलू पराठों के अधिक सेवन से मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव हो सकता है। आइये जानते हैं कितनी सच्चाई है इस बात में।

 

मजेदार आलू के परांठे

आलू के परांठो को हर मौसम में बनाया व खाया जाता है। यह अत्यधिक स्वादिष्ट एवं जायकेदार होते है। आजकल लोगों को तीखा एवं चटपटा भोजन अधिक पसंद है। इसी कारण घर के बच्चों एवं बड़ों, अधिकतर सबमें इसे खाने की उत्सुकता रहती है। इतना ही नहीं बल्कि यह बच्चों के लंच बॉक्स में भी आसानी से रखा जा सकता है। आलू के परांठों को मुख्यतया दही, सॉस या चटनी से खाया जाता है। आटे एवं आलू के मिश्रण से बने होने के कारण यह आसानी से बनकर तैयार हो जाते है। यह शरीर को प्रोटीन एवं कोलेस्ट्रॉल की उचित मात्रा प्रदान करता है। इससे शरीर में मोटापा बढ़ाने एवं शारीरिक विकास में लाभ प्राप्त होता है।

 

आलू में कई प्रकार के औषधीय गुण पाए जाने के कारण भी यह लोगों का मुख्य आहार है। आलू के परांठों में स्टार्च, पोटेशियम, मैग्नीशियम, आयरन, फास्फोरस, विटामिन्स, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेड आदि भरपूर मात्रा में पाए जाते है। परन्तु इनका अधिक प्रयोग हमारे मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव डाल सकता है।

 

आलू के परांठो के मस्तिष्क पर हानिकारक प्रभाव

• आलू के परांठों का अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से पेट में गैस की परेशानी उत्पन्न हो सकती है। इसमें उपस्थित स्टार्च गैस के दर्द को बड़ा सकता है। इससे शरीर में गैस की मात्रा बढ़ जाती है एवं यह गैस मस्तिष्क में चढ़ जाती है। इससे सर में चक्कर आने लगते है एवं व्यक्ति बेहोश भी हो सकता है।

• आलू के परांठों के अधिक एवं जल्दी-जल्दी सेवन करने से बनने वाली गैस मस्तिष्क की क्षमता को खत्म कर देती है। इसके अतिरिक्त इनके सेवन से शरीर में रक्त का संतुलन बिगड़ जाता है जो कि मस्तिष्क को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है।

 

• आलू के परांठों का अनुचित मात्रा में सेवन पेट में गड़बड़ी, मोटापा बढ़ना एवं उल्टी-दस्त जैसी बीमारियाँ भी उत्पन्न कर सकता है। शोध द्वारा आलू को ग्लाइसिमिक मील माना गया है, अर्थात इसके सेवन से मस्तिष्क में इन्सुलिन की मात्रा बढ़ सकती है जो दिमाग पर विपरीत प्रभाव डाल सकती है। यह व्यक्ति की याददाश्त को भी कमजोर कर सकती है।

• आलू के परांठों का अत्यधिक सेवन पेट में गड़बड़ी उत्पन्न करता है। इससे इसका सीधा असर मस्तिष्क पर पड़ता है। आलू में उपस्थित स्टार्च की अधिक मात्रा से सर में दर्द, चक्कर आना, उल्टी-दस्त, दिमाग की कमजोरी एवं अन्य दिमाग सम्बन्धी बीमारियाँ होने की सम्भावना रहती है।

 

आलू के परांठें लोगों का अत्यधिक पसंदीदा भोजन है। यह मजेदार होने के साथ फायदेमंद भी माना गया है। परन्तु इसका अधिक सेवन हमारे मस्तिष्क के लिए नुकसानदेय सिद्ध हो सकता है। अतः इसके अधिक सेवन से बचें।

Shalu Mittal

Recent Posts

चेहरे पर होने वाले छोटे-छोटे पिंपल्स को ठीक करने के घरेलू उपाय

खूबसूरत और चमकता चेहरा पाने की ख्वाहिश तो हर किसी की होती है लेकिन चेहरे…

2 वर्ष ago

मेथी से बनी हुई नाइट एंटी-एजिंग क्रीम – क्रीम एक, फायदे अनेक

मेथी एक ऐसी चीज़ है जो दिखने में छोटी होती है पर इसके हज़ारों फायदे…

2 वर्ष ago

कुणाल कपूर के अंदाज में बनी लजीज रेसिपी नवरत्न पुलाव रेसिपी

यूं तो नवरत्न अकबर के दरबार में मौजूद उन लोगों का समूह था, जो अकबर…

2 वर्ष ago

सर्दियों के लिए ख़ास चुने हुए डार्क कलर सूट के लेटेस्ट डिज़ाइन

वैसे तो गहरे और चटकदार रंग के कपडे किसी भी मौसम में बढ़िया ही लगते…

2 वर्ष ago

सर्दियों में डैंड्रफ की समस्या से बचने के असरदार टिप्स

डैंड्रफ एक ऐसी समस्या है जो आपके बालों को तो कमज़ोर बनाती ही है, साथ…

2 वर्ष ago

इंस्टेंट ग्लो के लिए टॉप 3 होममेड चावल फेस पैक

हमारी त्वचा बहुत ही नाजुक होती है। यदि इसकी सही तरह से देखभाल नहीं की…

2 वर्ष ago