पोटैशियम के बारे ये प्रश्न हमेशा पूछा जाता है कि कि पोटैशियम हमारे शरीर के लिए क्यों आवश्यक ……है? दसबस के इस लेख में आज हम इसकी चर्चा करेंगे।
पोटैशियम एक बहुत ही महत्वपूर्ण शरीर खनिज है। शरीर में प्रमुख रूप से पोटैशियम, सोडियम और क्लोराइड जैसी खनिज पाये जाते हैं । पोटैशियम को “इलेक्ट्रोलाइट्स” भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है कि इसमें एक छोटा सा विद्युत प्रभार होता है। पोटैशियम कोशिका के भीतर पाया जाता है और यह प्राथमिक सकारात्मक आयन है।
पोटैशियम हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है। यह हृदय के साथ-साथ मांसपेशियों एवं हड्डियों के लिए भी फायदेमंद होता है। पोटैशियम जैसे खनिज पदार्थ के कारण, शरीर में कार्यशीलता बनी रहती है, इसके लिए शरीर में पर्याप्त मात्रा में इसका होना बहुत ज़रूरी होता है। पोटैशियम यह इलेक्ट्रोलाइट, सोडीयम, कलोराइड और मैग्नीशियम के साथ मिलकर शरीर में विद्युत् शक्ति का संचालन बनाए रखता है। पोटैशियम ह्रदय की सही कार्यशीलता के लिए भी आवश्यक होता है और हड्डियों तथा मांसपेशियों की सिकुडन, पाचन क्रिया एवं मांसपेशियों की कार्यशीलता में अहम भूमिका निभाता है।
अगर शरीर में पोटैशियम की अधिकता पायी गई तो उसे चिकित्सकीय परिभाषा में हाईपरक्लेमिया कहते है, और शरीर में पोटैशियम की पायी गई कमी को हाईपोक्लेमिया कहा जाता है। रक्त में सोडीयम और मैग्नीशियम की मात्रा से शरीर में पोटैशियम की संतुलित मात्रा बनायी रखी जाती है। शरीर के पोषण के लिए आहार आवश्यक है और भोजन किये आहार में कभी कभी नमक की अधिकता होने के कारण शरीर में अधिक मात्रा में पाए गये सोडीयम को संतुलित रखने के लिए पोटैशियम की ज़रुरत पड़ती है। शरीर में पोटैशियम की कमी की वजह से उच्च रक्तचाप, ह्रदय रोग होने का खतरा रहता है।
हम अपने शरीर में पोटैशियम की कमी फल और सब्जियों से भरपूर आहार सेवन करके पूरी करते हैं। पोटैशियम शकरकंद, संतरे का जूस, चुकंदर का साग , लूखजूर, दही , टमाटर इनमें अधिक प्रमाण में पाया जाता हैं। याद रहे कि अधिक मांसाहार न करें इससे शरीर में असीड़ की मात्रा बढ़ सकती है
पोटैशियम के लिए वैकल्पिक सुझाव-
बाज़ार में अनेक पोटैशियम सप्लिमेंट, गोलियों, केप्सूल, पाउडर, तरल पदार्थ के रूप में उपलब्ध होते हैं। उनका सेवन चिकित्सक के मार्गदर्शन और सलाह से ही करना चाहिए। चिकित्सक की सलाह लिए बिना अपने बच्चों को पोटैशियम सप्लीमेंट बिल्कुल भी ना दें। क्योंकि इसके कई दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
इस प्रकार, पोटैशियम की कमी से शरीर को कई समस्यओं का सामना करना पड़ सकता हैं, जिसमें उच्च रक्तचाप और ह्र्दय रोग भी समाविष्ट हैं। इन रोगों से बचें और पोटैशियम की आवश्यक मात्रा के लिए योग्य भोजन का सेवन करें और रहे स्वस्थ।
जो लोग, हाईपरक्लेमिया और गुर्दे के रोग से पीड़ित हैं, उन्हें पोटैशियम सप्लीमेंट बिल्कुल भी नहीं लेनी चाहिए।
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