नींद न आने को लेकर न जाने कितने फिल्मी गाने और कवितायें लिखी जा चुकीं हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके सिर के नीचे लगने वाला तकिया भी नींद न आने का कारण हो सकता है?
इसलिए जब आप अगली बार शॉपिंग के लिए बाज़ार जाएँ, तो तकिया खरीदते वक्त इन बातों का रखें ध्यान। जब आपका तकिया होगा आपके लिए पर्फेक्ट, तो फिर आएगी आपको सुहानी नींद।
आज से कुछ समय पहले तक सर्दी आने पर धुनिये आकर घर के गद्दे और तकिये की रुई तैयार करते थे। लेकिन बदलते समय ने रुई के स्थान पर अनेक प्रकार की भरावन तैयार कर दी है।
यह भरावन पोलियस्टर या सिंथेटिक कॉटन, मेमोरी फ़ोम, जूट, फाइबर आदि के रूप में आती है। हर प्रकार की भरावन के अपने लाभ व कमियाँ होते हैं। इसलिए आप अपनी ज़रूरत के अनुसार सही भरावन को देखकर ही तकिया खरीदें।
• Memory Foam Pillow
मेमोरी फोम वाले तकिये आपकी गर्दन और सर को एक बेहतर सपोर्ट देते हैं। अगर आप ज़्यादातर साइड की ओर रूख कर सोते हैं, तो इस मटिरियल के तकिये आपको सबसे ज्यादा सूट करेंगे।
• Pregnancy Pillow (गर्भवती महिलाओं के लिए खास तकिये)
इस तरह के तकिये खास गर्भवती महिलाओं के लिए डिजाइन किए जाते हैं, ताकि वो गर्भवती महिलाओं के शरीर के आकार को अच्छे से सपोर्ट करे।
तकिये के ऊपर का कवर ऐसा होना चाहिए जिससे तकिये के मूल आकार में किसी प्रकार का परिवर्तन न आए। यह कवर न तो अधिक ढीला हो और न ही छोटा या कसा हुआ होना चाहिए।
इसके अलावा तकिये के कवर का कपड़ा भी स्किन फ्रेंडली होना चाहिए। कवर का रंग आपके कमरे के इंटीरियर से मैच करता हुआ होना चाहिए। ऐसा न होने पर वातावरण की एकरूपता में कमी आती है और इसका सीधा प्रभाव नींद पर होता है।
तकिया लेते समय अपने गद्दे के प्रकार को ध्यान में ज़रूर रखें। आपके तकिये का आकार और साइज़, गद्दे और पलंग के आकार के आधार पर होना चाहिए। किंग साइज़ के पलंग पर बड़े आकार के तकिये और छोटे सिंगल बैड पर छोटे तकिये ही रखे जाते हैं।
आपको तकिये को खरीदते समय अपनी शारीरिक और मानसिक अवस्था का ध्यान रखना होगा। यदि आपको किसी प्रकार की नसों में तकलीफ है तो थोड़ा सख्त जैसे रुई की भरावन वाला तकिया लेना होगा।
गर्दन और सिर को आराम देने के लिए लेटेक्स या मेमोरी फ़ोम वाला तकिया अच्छा रहता है। इस प्रकार के तकिये शरीर के आकार के साथ अपनी शेप ले लेते हैं।
स्वास्थ्य की दृष्टि से यह अच्छा रहता है कि आप अपना तकिया हर दो वर्ष के बाद बदल लें। इससे पहले यदि आपके शारीरिक या मानसिक स्वास्थ्य में परिवर्तन आया है तो भी आपको अपना तकिया बदल लेना चाहिए।
आप किस करवट रात को सोते हैं, इसपर पर तकिये के प्रकार को निर्धारित किया जा सकता है। यदि आपको पेट के बल सोने की आदत है तो थोड़ा सख्त लेकिन पतला जैसे रुई वाला तकिया लेना चाहिए। लेकिन अगर आपको साइड की करवट लेकर सोने की आदत है तो थोड़ा मोटा और मध्यम सख्त-कोमल वाला तकिया ही उपयुक्त रहेगा।
आमतौर पर जिस तकिये से आपकी गर्दन और रीढ़ की हड्डी एक समान रेखा में आ जाएँ, वही उपयुक्त रहता है।
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