भारतीय भोजन की थाली अचार के बिना अधूरी रहती है। सभी अचारों में नींबू का अचार सेहत के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है।
भारतीय घरों में दादी-नानी के हाथों के अचार की अलग पहचान होती है, जिसके मुकाबले में बाज़ार के अचार का स्वाद फीका लगता है। यदि आपको भी दादी-नानी के हाथों से बने अचार के स्वाद की याद आती है तो आइये जानें दादी- नानी के हाथों के स्वाद जैसा नींबू का खट्टा अचार बनाने की विधि।
नींबू का खट्टा अचार बनाने के लिए सामग्री
कागज़ी नींबू – 1 किलोग्राम
नमक – 200 ग्राम
काली मिर्च दरदरी कुटी हुई – 1/2 टेबल स्पून
जीरा दरदरा कुटा हुआ – 1 टेबल स्पून
लाल मिर्च पाउडर – 1 टेबल स्पून
हल्दी पाउडर – 1 टेबल स्पून
काला नमक – 2 टेबल स्पून
छोटी इलायची पाउडर – 1 टेबल स्पून
➡ नींबू का मीठा अचार बनाने की विधि
नींबू का खट्टा अचार बनाने की विधि
अचार बनाने के लिए बाज़ार से दाग-धब्बे रहित कागज़ी नींबू लें। फिर सारे निम्बूओं को धोकर, साफ कपड़े से पोंछकर सूखने के लिए रख दीजिये। इसके बाद नींबू को चाक़ू की सहायता से चार या आठ टुकड़ों में काट कर उसके बीजों को बाहर निकाल दीजिये।
अब सारे निम्बूओं को कांच के ज़ार में रख कर उनमें नमक, काला नमक, काली मिर्च, जीरा, हल्दी पाउडर, छोटी इलायची पाउडर एवं लाल मिर्च पाउडर मिलाकर ज़ार का ढक्कन टाइट से बंद करके धूप में 20-25 दिनों के लिए रख दें।
इन 25 दिनों के दौरान एक दिन छोड़कर लकड़ी के चम्मच से निम्बूओं को ऊपर- नीचे करके हिलाते रहिये जिससे मसाले अच्छे से मिल जाएँ। 20 से 25 दिनों के बाद नींबू का छिलका नर्म हो जायेगाऔर इसके साथ ही तैयार हो जायेगा जायकेदार निम्बू का अचार।
अब आप नींबू के अचार के साथ अपने भोजन का लुत्फ़ उठाइये। ध्यान रहे बस या कार के लम्बे सफ़र में नींबू के अचार को साथ रखना न भूलें क्योंकि सफ़र के दौरान होने वाले मोशन सिकनेस में यह आपके लिए दवा का काम करेगा। इसके अलावा गर्भावस्था में मिचली की समस्या होने पर नींबू के खट्टे अचार को धीरे- धीरे खाते रहने से आराम मिलता है।
निम्बू का अचार बनाते वक़्त सावधानियाँ
नींबू के अचार को हमेशा कांच के ज़ार में रखना चाहिए। प्लास्टिक के कंटेनर में गर्मी के कारण कैमिकल रिएक्शन होने पर अचार की पौष्टिकता कम हो जाती है।
अचार रखने से पूर्व कंटेनर को अच्छी तरह सूखा लेना चाहिए। पानी की नमी से अचार में फंगस लग जाने के कारण अचार जल्दी खराब हो जाता है।
अचार में मेटल के चम्मच को रख कर नहीं छोड़ना चाहिए। ऐसा करने से अचार ज्यादा दिन नहीं चलता है।
हमेशा सूखे और साफ़ चम्मच से अचार निकालना चाहिए।
ऊप्रोक्त सावधानियां बरतने पर आप अचार के जायके का आनंद लम्बे समय तक ले सकेंगे।
Bharat singh
Bahut.sundar